Hathras Stampede Main Accused: हाथरस भगदड़ के मुख्य आरोपी देव प्रकाश मधुकर ने शुक्रवार रात दिल्ली पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया था, जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
मधुकर ही हाथरस में हुए कार्यक्रम का मुख्य आयोजक था, जिसमें करीब 121 से भी ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी।
कोर्ट के सामने किया पेश, पुलिस ने इसलिए घसीटा
मधुकर को शनिवार को CJM कोर्ट में पेश किया गया, जहां कोर्ट ने उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। इस दौरान पुलिस मधुकर को खींचते हुए अपने साथ ले गई। क्योंकि वहां भारी मात्रा में मीडिया मौजूद थी और लोगों की भी काफी भीड़ थी।
#WATCH | Hathras, UP: Dev Prakash Madhukar, main accused in Hathras stampede sent to 14-day judicial custody by CJM court. pic.twitter.com/HM1fzIwAca
— ANI (@ANI) July 6, 2024
इस दौरान मधुकर नीचे भी गिरा लेकिन पुलिस रूकी नहीं और उसे जल्दी से अंदर ले गई।
1 लाख का इनाम था मधुकर पर
हाथरस भगदड़ के बाद हुई FIR में देव प्रकाश मधुकर को मुख्य आरोपी बनाया गया था। उसके ठिकाने की जानकारी देने के लिए एक लाख रुपये के ईनाम की घोषणा भी की गई थी।
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भोले बाबा ने जारी किया था वीडियो
इसी बीच भोले बाबा, जिनके सत्संग के दौरान ये हादसा हुआ था उन्होंने ANI को दिए एक वीडियो बयान में 2 जुलाई को हुई घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया और “दर्द सहने की शक्ति के लिए प्रार्थना की”।
भोले बाबा ने लोगों से सरकार और प्रशासन पर भरोसा करने का आग्रह किया और कहा कि वह पीड़ितों की मदद करेंगे और हमेशा मृतकों के परिवारों के साथ खड़े रहेंगे। उन्होंने दावा किया कि भगदड़ एक “साजिश” थी।
उन्होंने कहा, “कृपया सरकार और प्रशासन पर भरोसा रखें. मुझे विश्वास है कि जिसने भी अराजकता फैलाई, उसे बख्शा नहीं जाएगा।”
7 लोग हो चुके हैं गिरफ्तार
हाथरस भगदड़ केस में अब तक 7 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। आईजी अलीगढ़ रेंज शलभ माथुर ने गुरुवार को बताया था कि 6 लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं। इसमें 4 पुरुष और 2 महिलाएं शामिल हैं।
मधुकर समेत कुल 7 लोग गिरफ्तार हुए हैं। यही लोग आयोजन समिति में थे और पंडाल का व्यवस्था करना, भीड़ इकट्ठा करने संबंधी काम यही लोग करते थे।
बता दें कि 2 जुलाई को हाथरस के फुलराई गांव में भोले बाबा सत्संग के बाद भगदड़ मच गई, जिसमें करीब 121 लोगों की मौत हो गई। एफआईआर के मुताबिक आयोजकों ने 80,000 लोगों की भीड़ के लिए अनुमति मांगी थी, लेकिन आयोजनों में लाखों की भीड़ पहुंची थी।
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