Conversion in MP: कुछ दिनों पहले ही मध्य प्रदेश के सीएम मोहन यादव ने ये घोषणा की थी कि प्रदेश में धर्मांतरण कराने वालों को फांसी की सजा दी जाएगी।
इसी बीच आज ये खबर आई कि भोपाल पुलिस ने धर्मांतरण कराने जा रहे 18 यात्रियों को ट्रेन से उतार लिया।
ये सभी पातालकोट एक्सप्रेस से पंजाब के जालंधर जा रहे हैं। इनके सामान की तलाशी में ईसाई धर्म से जुड़ा साहित्य मिला है।
पुलिस ने ये कार्रवाई बजरंग दल की शिकायत पर की है।
छिंदवाड़ा के गरीब-मजदूर, दिया 1 लाख का लालच
ये सभी लोग छिंदवाड़ा के रहने वाले हैं और गरीब-मजदूर है।
पकड़े गए यात्रियों ने पुलिस को बताया कि सेजनाथ और विजय कुमार कुछ महीने पहले उनसे मिले थे।
उन्होंने इन्हें लालच दिया था कि यदि वे ईसाई धर्म अपना लेंगे, तो उन्हें एक-एक लाख रुपए मिलेंगे।
साथ ही, उनके बच्चों को क्रिश्चियन स्कूल में पढ़ाया जाएगा और उन्हें विदेश में नौकरी करने का मौका मिलेगा।
यात्रियों ने यह भी बताया कि इससे पहले उन्हें फिरोजपुर के चर्च भी ले जाया जा चुका है।

बजरंग दल ने की थी शिकायत
जानकारी के अनुसार बुधवार को भोपाल पुलिस को बजरंग दल ने सूचना दी थी कि छिंदवाड़ा से बड़ी संख्या में गरीब और मजदूर वर्ग के लोगों को धर्मांतरण के लिए पंजाब के जालंधर चर्च ले जाया जा रहा है।
वहां इन लोगों को पैसों का प्रलोभन देकर धर्म परिवर्तन कराया जाएगा।

पुलिस को देख छिपने की कोशिश
जीआरपी ने गंजबसौदा में एस-3 और एस-4 कोच से सहजनाथ सहित 11 यात्रियों को उतारा। जबकि बाकी लोगों को बीना स्टेशन पर उतारा गया।
पुलिस को देखकर धर्मांतरण के लिए जा रहे यात्री अन्य कोचों में छिपने की कोशिश करने लगे।
घटना की जानकारी मिलते ही एसडीएम विजय राय और एसडीओपी मनोज मिश्रा मौके पर पहुंचे।
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