Police Transfer: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में बाणगंगा चौराहे पर हुए स्कूल बस हादसे के बाद पुलिस प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई करते हुए कई थाना प्रभारियों (टीआई) का तबादला कर दिया है।
इस हादसे में एक युवा नर्स की मौत हो गई थी, जबकि कई अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हुए थे।
टीटी नगर थाना प्रभारी सहित कुल 8 पुलिस अधिकारियों को हटाकर नई नियुक्तियां की गई हैं।
क्यों हुए थाना प्रभारियों के ट्रांसफर?
बाणगंगा चौराहे पर हुए हादसे की जांच में टीटी नगर पुलिस की भूमिका संदिग्ध पाई गई।
आरोप है कि थाना प्रभारी सुधीर कुमार अरजरिया ने दुर्घटना में शामिल बस ड्राइवर और संचालक को बचाने की कोशिश की थी।
साथ ही, जांच में साक्ष्यों को कमजोर करने के भी आरोप लगे हैं।
इसके बाद पुलिस प्रशासन ने तत्काल कार्रवाई करते हुए उन्हें रक्षित केंद्र भोपाल भेज दिया।
अन्य थाना प्रभारियों के भी तबादले
इसके अलावा, अन्य थानों में भी प्रभारियों को बदला गया है।
किन थाना प्रभारियों का हुआ ट्रांसफर?
पुलिस मुख्यालय की ओर से जारी आदेश के अनुसार, निम्नलिखित अधिकारियों का स्थानांतरण किया गया है:
- सुधीर कुमार अरजरिया (पूर्व टीआई, टीटी नगर) ➝ रक्षित केंद्र भोपाल
- मानसिंह चौधरी (रक्षित केंद्र से) ➝ नए टीआई, टीटी नगर
- अनुराग लाल (पूर्व टीआई, पिपलानी) ➝ अपराध शाखा, रक्षित केंद्र
- चंद्रिका यादव (रक्षित केंद्र से) ➝ नई टीआई, पिपलानी
- सुनील कुमार शर्मा (रक्षित केंद्र से) ➝ टीआई, श्यामला हिल्स
- बृजेंद्र मर्सकोले (रक्षित केंद्र से) ➝ टीआई, गांधी नगर
- महेश लिल्हारे (पूर्व टीआई, अयोध्या नगर) ➝ अपराध शाखा
- संदीप पवार (रक्षित केंद्र से) ➝ नए टीआई, अयोध्या नगर
ये सभी आदेश पुलिस उपायुक्त (नगरीय) श्रद्धा तिवारी द्वारा जारी किए गए हैं।

बाणगंगा हादसा: क्या हुआ था?
गत दिनों भोपाल के बाणगंगा चौराहे पर एक तेज रफ्तार स्कूल बस ने कई वाहनों से टक्कर मार दी थी।
इस हादसे में आयशा खान (एक नर्सिंग स्टाफ) की मौत हो गई, जबकि 5-6 लोग गंभीर रूप से घायल हुए।
दुर्घटना के बाद बस ड्राइवर और संचालक पर लापरवाही के आरोप लगे, लेकिन आरोप है कि टीटी नगर पुलिस ने उन्हें बचाने की कोशिश की।
जांच में पाया गया कि थाना प्रभारी और जांच अधिकारियों ने साक्ष्यों को कमजोर किया, जिसके बाद पुलिस प्रशासन ने कड़ी कार्रवाई की।
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नए थाना प्रभारियों से क्या उम्मीदें?
इस बड़े फेरबदल के बाद, नए थाना प्रभारियों से अपेक्षा की जा रही है कि वे कानून-व्यवस्था को मजबूत करेंगे और ऐसी लापरवाही की घटनाओं को रोकेंगे।
खासकर टीटी नगर और अयोध्या नगर जैसे संवेदनशील इलाकों में सख्त निगरानी बढ़ाई जाएगी।