नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव 2024 के पहले चरण के मतदान के बाद पूरी कांग्रेस जोश से भर गई है। 26 अप्रैल को दूसरे चरण की वोटिंग से पहले कई मीडिया रिपोर्ट्स आईं हैं कि गांधी परिवार की एक और वारिस प्रियंका गांधी रायबरेली से लोकसभा चुनाव लड़ रही हैं।
दूसरे चरण की वोटिंग के बाद कभी भी उनके नाम की घोषणा हो सकती है। प्रियंका गांधी अगर रायबरेली से चुनावी मैदान में उतरती हैं तो यह उनका पहला चुनाव होगा।
खबर ये भी है कि राहुल गांधी भी अमेठी से चुनाव लड़ सकते हैं। अभी वे केरल के वायनाड से लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं जहां 26 अप्रैल को वोटिंग होनी है। इसके बाद कांग्रेस कभी भी अमेठी और रायबरेली से प्रत्याशियों का ऐलान कर देगी।
दोनों सीटों पर नामांकन की आखिरी तारीख 3 मई है और यहां पांचवें फेज में 20 मई को वोटिंग होनी है।
प्रियंका गांधी के राजनीतिक सफर पर नजर डालें तो 2004 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने उत्तर प्रदेश से उनकी मां सोनिया गांधी के चुनाव प्रचार की कमान संभाली थी। 2007 में भी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में अमेठी और रायबरेली सीट के लिए चुनाव प्रचार किया।
2019 में उन्होंने औपचारिक रूप से चुनावी राजनीति में प्रवेश किया, जब उन्हें 23 जनवरी को पूर्वी उत्तर प्रदेश के प्रभारी कांग्रेस महासचिव के रूप में नामित किया गया।
दिसंबर 2023 में पार्टी ने प्रियंका गांधी को यूपी कांग्रेस के प्रभारी के पद से मुक्त कर दिया। साथ ही उन्हें बिना किसी औपचारिक पद के संगठन को संभालने का काम सौंपा गया।
राजनीतिक विशेषज्ञ कहते हैं कि यदि वे रायबरेली से चुनाव जीतती हैं तो कांग्रेस के नेतृत्व में इंदिरा गांधी की तरह नए युग की शुरुआत होगी और भविष्य में कांग्रेस फिर से खड़ी हो सकती है क्योंकि प्रियंका गांधी में हर कांग्रेसी नेता और समर्थकों को इंदिरा गांधी की छवि दिखाई देती है।
प्रियंका गांधी का राजनीतिक सफर –
- 2004 – सोनिया गांधी के चुनाव प्रचार की कमान संभाली
- 2007 – अमेठी और रायबरेली सीट के लिए चुनाव प्रचार किया
- 2019 – औपचारिक रूप से चुनावी राजनीति में प्रवेश किया
- 2019 – पूर्वी उत्तरप्रदेश की प्रभारी महासचिव बनाया गया
- 2023 – पार्टी ने यूपी कांग्रेस के प्रभारी के पद से मुक्त किया
बिना किसी औपचारिक पद के संगठन को संभाल रही हैं