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ये NGO बना काम करने की सबसे खुशहाल जगह, मिला ‘हैपिएस्ट प्लेस टू वर्क’ सर्टिफिकेट

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PSI-India Happiest Place to Work: लखनऊ। पॉपुलेशन सर्विसेज इंटरनेशनल-इंडिया (पीएसआई-इंडिया) को देश की पहली हैपिएस्ट प्लेस टू वर्क (काम करने के लिए सबसे सुखद स्थान) वाली प्रमाणित स्वयंसेवी संस्था बनने का गौरव हासिल हुआ है।

हैप्पीनेस रिसर्च एकेडमी प्राइवेट लिमिटेड ने पीएसआई-इंडिया को यह प्रमाणपत्र प्रदान किया है।

कर्मचारियों से बातचीत, फीडबैक और संतुष्टि की तकनीक के आधार पर यह उपलब्धि जुलाई 2024 से जुलाई 2025 के लिए हासिल की गयी है।

यह प्रमाणपत्र कर्मचारी कल्याण और सकारात्मक कार्यस्थल संस्कृति के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

यह जानकारी पीएसआई-इंडिया के एक्जेक्युटिव डायरेक्टर मुकेश कुमार शर्मा ने दी।

PSI India becomes first NGO to receive "Happiest Places to Work®"  certification

PSI-India Happiest Place to Work: ऐसे बनी हैपिएस्ट प्लेस टू वर्क – 

मुकेश कुमार शर्मा ने बताया कि आज यह बहुत ही गर्व का पल है कि पीएसआई-इंडिया अब एक प्रमाणित “काम करने के लिए सबसे सुखद स्थान” (हैपिएस्ट प्लेस टू वर्क) वाली संस्था बन गयी है।

इसके साथ ही यह सम्मान प्राप्त करने वाली देश की पहली स्वयंसेवी संस्था भी बन गयी है।

मुकेश शर्मा का कहना है कि यह महत्वपूर्ण उपलब्धि एक खुशहाल दुनिया बनाने की हमारी यात्रा का एक अहम हिस्सा है।

हम भरोसा दिलाते हैं कि संस्था इस दिशा में निरंतर आगे बढ़ते हुए देश को खुशहाली के रास्ते पर ले जाने का कार्य करती रहेगी।

PSI-India Happiest Place to Work: पारिवारिक माहौल, सुख-सुविधाएं और सुरक्षा – 

उन्होंने बताया कि संस्था कर्मचारियों को एक पारिवारिक माहौल प्रदान करने के साथ ही उनकी सुख-सुविधाओं और सुरक्षा का भी पूरा ख्याल रखती है।

उन्होंने एक उदाहरण देते हुए बताया कि देश में अभी हाल ही में हुए लोकसभा चुनावों के दौरान संस्था ने अपने उन कर्मचारियों के मताधिकार का पूरा ख्याल रखा जो अपने मतदान स्थल से दूर अन्य जिलों में कार्यरत थे।

संस्था ने उन कर्मचारियों को उनके मतदान वाले शहर में आने-जाने की व्यवस्था करते हुए मतदान दिवस के अवकाश के साथ एक अतिरिक्त दिन वहीं से कार्य करने की सुविधा भी प्रदान की और मतदान के लिए प्रेरित किया।

सरकार के मतदान प्रतिशत बढ़ाने के प्रयासों में इस सहयोग का संस्था के कर्मचारियों ने दिल खोलकर तारीफ की।

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