What Is Amphibious Vehicle: पंजाब के बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत और बचाव कार्य तेज कर दिए गए हैं।
अजनाला क्षेत्र में सेना और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) ने अपनी स्पेशल गाड़ी एम्फीबियस को बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए उतारा है।
खास बात ये है कि ये कोई आम गाड़ी नहीं हैं, बल्कि ये जमीन के साथ-साथ पानी पर भी चलने में सक्षम हैं।
इनकी मदद से उन इलाकों में फंसे लोगों को सुरक्षित निकाला जा रहा है, जहां तक पहुंचना पहले नामुमकिन था।
आइए जानते हैं इस गाड़ी के अन्य फीचर्स और इसकी कीमत…
क्या है एम्फीबियस वाहन?
एम्फीबियस वाहनों को खासतौर पर आपदा प्रबंधन के लिए डिजाइन किया गया है। आइए समझते हैं कि ये वाहन इतने खास क्यों हैं:
- दोहरी चालित प्रणाली: ये वाहन जमीन पर सामान्य वाहन की तरह पहियों पर चलते हैं, लेकिन जैसे ही पानी में उतरते हैं, इनका प्रोपेलर या जेट सिस्टम सक्रिय हो जाता है जो इन्हें नाव की तरह आगे बढ़ाता है।
- वाटरटाइट बॉडी: इनकी बॉडी इस तरह से बनी होती है कि पानी अंदर नहीं आ पाता, जिससे वाहन डूबता नहीं है।
- विशाल पहिए: इनमें बड़े-बड़े पहिए लगे होते हैं जो कीचड़ और गहरे पानी में भी वाहन को आगे धकेलने की ताकत रखते हैं।
- शक्तिशाली इंजन: इनमें मल्टी-फ्यूल या हाइब्रिड इंजन लगे होते हैं जो हर तरह की मुश्किल परिस्थितियों में काम कर सकते हैं।
- क्षमता: एक साथ एक एम्फीबियस वाहन 8 से 10 लोगों को सुरक्षित निकाल सकता है।
इन्हीं विशेषताओं के कारण बाढ़ जैसी आपदाओं में ये वाहन ‘गेम चेंजर’ साबित हो रहे हैं।
#WATCH | Amritsar, Punjab: Indian Army uses ATOR N1200 Specialist Mobility Vehicle (SMV) as part of rescue operation in the flood-affected areas of Amritsar
(Source: AAP PRO) pic.twitter.com/vSzBUkzKJp
— ANI (@ANI) August 28, 2025
एम्फीबियस की कीमत
यह मशीन सैन्य और आपदा राहत कार्यों के लिए डिजाइन की गई है।
रक्षा मंत्रालय ने 2024 में ऐसे 96 वाहनों के लिए ₹250 करोड़ का ऑर्डर दिया था, जिनका उत्पादन चंडीगढ़ स्थित एक संयंत्र में चल रहा है।
वैसे तो कीमत का खुलासा नहीं हुआ है लेकिन खबरों की माने तो इस गाड़ी कीमत 2 से 5 करोड़ के बीच हो सकती है।

#Amritsar administration is using advanced heavy-duty #amphibious #vehicles to #rescue stranded villagers from #Flood affected areas in the distt. #PunjabFloods2025 #RescueOperations@airnewsalerts @PMOIndia@MIB_India @PIB_India@PIB_Jalandhar @PIBChandigarh@sawhney_sakshi pic.twitter.com/9q9ihn5ZGu
— RNU AIR Jalandhar (@AIRRNUJalandhar) August 28, 2025
पंजाब के 7 जिले बाढ़ की चपेट में, पौंग डैम के गेट खोले गए
पंजाब में लगातार हो रही भारी बारिश और पहाड़ी इलाकों से आने वाले पानी ने हालात गंभीर बना दिए हैं।
राज्य के पठानकोट, गुरदासपुर, तरनतारन, होशियारपुर, कपूरथला, फिरोजपुर और फाजिल्का समेत 7 जिले बाढ़ की भयंकर मार झेल रहे हैं।
करीब 150 से अधिक गांव पानी में डूब चुके हैं और कई इलाकों में पानी 5 से 7 फीट तक भर गया है।
Soulful Prayers for our Punjab 🙏🏼🙏🏼#PunjabFloods #Punjab pic.twitter.com/WobhJJVqrX
— Gaurav Singh (@iamgauravgg) August 28, 2025
हिमाचल प्रदेश और जम्मू में बारिश के बाद पौंग डैम का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर 1396 फीट तक पहुंच गया था।
स्थिति को नियंत्रित करने के लिए ब्यास बीच मैनेजमेंट बोर्ड (BBMB) ने दोपहर ढाई बजे डैम के फ्लड गेट खोलने का मुश्किल फैसला लिया।
इससे पहले, सिंचाई मंत्री बरिंदर कुमार गोयल ने कहा कि 1988 और 2023 की बाढ़ के मुकाबले इस बार पानी का प्रवाह कहीं अधिक है।
पंजाब और जम्मू के लिए प्रार्थना🙏
जम्मू में हुई भारी बारिश के चलते निचले इलाकों और पंजाब में हालात बहुत खराब हो गए हैं।
हालांकि बीएसएफ़, भारतीय सेना और भारतीय वायुसेना द्वारा रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है लेकिन फिर भी बहुत सी जिंदगियाँ बाढ में फंसी हुई हैं।💔#PunjabFloods pic.twitter.com/manYmQzH2k— Kritika Joshi🚩 (@Kritikasanatani) August 28, 2025
अब तक बाढ़ में बहने से माधोपुर में 2 और गुरदासपुर में 1 व्यक्ति की मौत हो चुकी है।
वहीं, पठानकोट में एक गुर्जर परिवार के 3 सदस्य लापता हैं और एक बच्ची का शव बरामद हुआ है।
चिनूक हेलिकॉप्टर से राशन पहुंचाने का अभियान जारी
रेस्क्यू ऑपरेशन में हर संभव तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है।
पठानकोट के दुर्गम इलाकों में भारतीय वायु सेना (IAF) और पंजाब पुलिस का संयुक्त अभियान चल रहा है।
भारी भरकम चिनूक हेलिकॉप्टर के जरिए फंसे हुए लोगों तक राशन और राहत सामग्री पहुंचाई जा रही है।
सेना, NDRF, SDRF और पुलिस की टीमें लगातार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर निकालने में जुटी हुई हैं।
Praying for Punjab 🙏#PunjabFloods pic.twitter.com/iqTLlWz5OO
— All About Sikhism (@AllAboutSikhism) August 27, 2025


फिरोजपुर में अब तक 2000 से अधिक लोगों को सुरक्षित निकाला जा चुका है।
प्रशासन की ओर से लोगों से सतर्क रहने और नदियों के किनारे जाने से बचने की अपील की गई है।
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने प्रभावित इलाकों का जायजा लिया है, जबकि हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी ने पंजाब सरकार को मदद का हाथ बढ़ाया है।


