Rahul Gandhi push up punishment: मध्य प्रदेश के पचमढ़ी में कांग्रेस पार्टी के एक प्रशिक्षण शिविर में लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने अनुशासन की अनूठी मिसाल पेश की।
शनिवार, 09 नवंबर को आयोजित इस कैंप में देरी से पहुंचने पर उन्हें दस पुश-अप्स की सजा मिली, जिसे उन्होंने तुरंत और बिना किसी आपत्ति के पूरा किया।
यह घटना पचमढ़ी के होटल हाईलैंड में चल रहे कांग्रेस जिला अध्यक्षों के आवासीय प्रशिक्षण कैंप के दौरान घटी।
राहुल गांधी जब तय समय से कुछ देर से कैंप में पहुंचे तो कांग्रेस के एआईसीसी प्रशिक्षण विभाग के प्रमुख सचिन राव ने उन्हें नियम तोड़ने की ‘सजा’ सुनाई।

कैसे हुई यह घटना?
रिपोर्ट्स के मुताबिक, जैसे ही राहुल गांधी प्रशिक्षण शिविर में पहुंचे, प्रशिक्षण प्रमुख सचिन राव ने उनसे कहा कि कैंप के नियमों के अनुसार, देरी से पहुंचने वाले प्रतिभागी को दंड दिया जाता है।
इस पर राहुल गांधी ने सहज भाव से पूछा, “तो मेरे लिए क्या तय किया गया है?”
सचिन राव ने जवाब दिया, “आपको 10 पुश-अप्स लगाने होंगे।”
यह सुनते ही राहुल गांधी ने वहीं, सभी जिला अध्यक्षों के सामने, दस पुश-अप्स लगाकर अपनी सजा पूरी कर ली।
राहुल गांधी को देर से पहुंचने की “सजा”!
मध्य प्रदेश के पंचमढ़ी में कांग्रेस के संगठनात्मक प्रशिक्षण शिविर में
⏰ राहुल गांधी 2 मिनट लेट पहुंचे —
नियम था, देर से आने वाले लगाएंगे 10 पुश-अप्स!राहुल ने हँसते हुए सजा स्वीकार की —
कहा, “अनुशासन सबके लिए एक समान!”
Video – AI… pic.twitter.com/lAh2Rk9Ixq— Awanish M Vidyarthi (@awanishvidyarth) November 9, 2025
इस पूरे प्रकरण ने शिविर में मौजूद सभी कार्यकर्ताओं के सामने यह संदेश दिया कि पार्टी में अनुशासन सर्वोपरि है और नियम सबके लिए समान हैं।
पार्टी ने की पुष्टि, अनुशासन को दिया महत्व
इस घटना की पुष्टि खुद प्रशिक्षण प्रमुख सचिन राव ने की।
उन्होंने स्पष्ट किया, “हमारे प्रशिक्षण शिविर में अनुशासन का पालन न करने पर पनिशमेंट दिया जाता है। राहुल गांधी का देरी से आना नियम का उल्लंघन था, इसलिए उन्हें यह सजा मिली।”
कांग्रेस पार्टी के मीडिया समन्वयक अभिनव बरोलिया ने भी इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि राहुल गांधी के लिए ऐसा करना कोई नई बात नहीं है।
उन्होंने जोर देकर कहा, “कांग्रेस पार्टी में अनुशासन का कड़ाई से पालन होता है और सभी सदस्य समान नियमों के तहत काम करते हैं। हमारे यहां बीजेपी जैसी तानाशाही नहीं है।”

क्या चल रहा है पचमढ़ी प्रशिक्षण शिविर में?
पचमढ़ी में कांग्रेस की यह ‘संगठन पाठशाला’ 2 नवंबर से शुरू हुई है और 11 नवंबर तक चलेगी।
इस आवासीय प्रशिक्षण शिविर में मध्य प्रदेश कांग्रेस के 71 जिलाध्यक्षों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
इसका मुख्य उद्देश्य आगामी चुनावों जिनमें नगरीय निकाय चुनाव, पंचायत चुनाव, 2028 का विधानसभा चुनाव और 2029 का लोकसभा चुनाव शामिल हैं के लिए पार्टी कार्यकर्ताओं को तैयार करना और उन्हें संगठनात्मक रणनीतियों से अवगत कराना है।
प्रतिभागियों को ब्लॉक, मंडल, सेक्टर, वार्ड, ग्राम पंचायत और बूथ स्तर पर मजबूत संगठन खड़ा करने के गुर सिखाए जा रहे हैं।

राहुल गांधी ने इस शिविर में हिस्सा लेकर जिला अध्यक्षों के साथ व्यक्तिगत बातचीत भी की और उन्हें रणनीतिक मार्गदर्शन दिया।
यह घटना राजनीतिक दलों के भीतर अनुशासन और जवाबदेही के महत्व को रेखांकित करती है, और दिखाती है कि कैसे एक वरिष्ठ नेता द्वारा नियमों का पालन एक मिसाल कायम कर सकता है।


