Rahul Gandhi Darbhanga: राहुल गांधी का दरभंगा दौरा विवादों में घिर गया, क्योंकि प्रशासन ने उन्हें छात्रावास में कार्यक्रम करने की अनुमति नहीं दी थी।
ऐसे में राहुल ने अनुमति के बिना ही छात्रों से संवाद किया और सरकार पर दलितों व अल्पसंख्यकों के साथ भेदभाव का आरोप लगाया।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गुरुवार 15 मई को बिहार के दरभंगा स्थित अंबेडकर छात्रावास पहुंचकर छात्रों को संबोधित किया।
उनका संबोधन महज 12 मिनट में ही समाप्त हो गया।

प्रशासन और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच तनाव
राहुल गांधी के दरभंगा पहुंचने से पहले ही पुलिस और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच तनाव बढ़ गया था।
प्रशासन ने उन्हें छात्रावास के बजाय टाउन हॉल में कार्यक्रम आयोजित करने की अनुमति दी थी, लेकिन राहुल गांधी ने टाउन हॉल जाने से इनकार कर दिया और सीधे छात्रावास पहुंच गए।
बिहार सरकार और पुलिस प्रशासन को लगा वो राहुल गांधी को रोक लेंगे
पर वे पैदल चलकर, पुलिस के लाख रोकने के बावजूद मीटिंग स्थल पहुँच गए
राहुल गांधी को कोई नहीं रोक सकता
सामाजिक न्याय की लड़ाई लड़ना आसान नहीं, लेकिन यह बीड़ा अब ख़ुद राहुल जी ने उठा लिया है। pic.twitter.com/uTTORYyMKh
— Akash Taywade (@AkashTaywadeINC) May 15, 2025
इससे पहले, राहुल गांधी के काफिले को दरभंगा के ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय कैंपस से तीन किलोमीटर पहले ही रोक दिया गया था।
बिहार कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम ने कहा था, “हम हर हाल में अंबेडकर छात्रावास जाएंगे।”
राहुल गांधी का छात्रों से संवाद
राहुल गांधी ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा, “24 घंटे आप पर अत्याचार हो रहा है। आपके खिलाफ पेपर लीक किया जा रहा है, आपको बोलने नहीं दिया जा रहा है। देश में सही तरीके से जातीय जनगणना होनी चाहिए।”

उन्होंने आगे कहा, “90% आबादी के लिए इस देश में कोई रास्ता नहीं है। सीनियर ब्यूरोक्रेसी में आपके लोग जीरो हैं, डॉक्टरों में आपके लोग जीरो हैं, एजुकेशन सिस्टम में आपके लोग जीरो हैं। मेडिकल सिस्टम के मालिकों को देखो तो वहां भी आपके लोग जीरो हैं।”
#WATCH दरभंगा, बिहार: लोकसभा नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने अंबेडकर छात्रावास में ‘शिक्षा न्याय संवाद’ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, “… आपको एक साथ खड़ा होना है… बिहार की पुलिस ने मुझे रोकने की कोशिश की लेकिन वे मुझे नहीं रोक पाई क्योंकि आप सभी की शक्ति… pic.twitter.com/Nme7Afi8ZO
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 15, 2025
राहुल ने आरोप लगाया, “मनरेगा की लिस्ट देखो तो सारे के सारे लोग आपके हैं। मजदूरों की लिस्ट निकालो तो वह भी आपके लोगों से भरी पड़ी है। लेकिन देश का सारा धन और ठेकेदारी सिर्फ 8-10% लोगों के हाथ में है।”
बिहार में राहुल गांधी का पूरा भाषण 🚨✌️
मैंने रुकने वालो में से नही हूँ सरकार समझ ले।
आपको दवाया जाता है पर अब वो नहीं होगा प्राइवेट नौकरी में आरक्षण लागू करना पड़ेगा इनको – राहुल गांधीबिहार की धरती से संदेश पूरे भारत को गांधी है तो मुनकिन है #RahulGandhi #SofiyaQureshi pic.twitter.com/hTzBI0sKua
— Manjeet Ghoshi (@ghoshi_manjeet) May 15, 2025
उन्होंने छात्रों से एकजुट होने का आह्वान करते हुए कहा, “आपको इधर-उधर की बातें सुनाकर भटकाया जाता है, लेकिन आपको एक साथ खड़ा होना होगा। बिहार पुलिस ने मुझे रोकने की कोशिश की, लेकिन वे मुझे नहीं रोक पाई क्योंकि आप सभी की शक्ति मेरे साथ है।”
बिहार सरकार मुझे छात्रों से मिलने
से रोक रही है – राहुल गांधी pic.twitter.com/uucTGB7rXp— Aadesh Rawal (@AadeshRawal) May 15, 2025
प्रशासन का रुख
दरभंगा के जिला मजिस्ट्रेट (DM) राजीव रौशन ने कहा, “स्थान बदलने में किसी मंत्री या अन्य व्यक्ति की भूमिका नहीं है।
छात्रावास में पूरे देश में इस तरह के कार्यक्रम की अनुमति नहीं दी जाती है। हमने उन्हें टाउन हॉल में कार्यक्रम करने की अनुमति दी थी।”
रिटायर्ड भ्रष्ट अधिकारी और टायर्ड मुख्यमंत्री ने लोकतांत्रिक परंपराओं की धज्जियाँ उड़ाते हुए लोकसभा में देश के नेता प्रतिपक्ष श्री @RahulGandhi के छात्रों के साथ संवाद कार्यक्रम की अनुमति नहीं दी। स्पष्टता से इसका कारण नीतीश कुमार और उनकी भुंजा पार्टी की भ्रष्ट चौकड़ी बताए।… pic.twitter.com/CBFkuNZuro
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) May 15, 2025
क्या है ‘शिक्षा न्याय संवाद’ कार्यक्रम?
- कांग्रेस का ‘शिक्षा न्याय संवाद’ एक नया जनसंपर्क अभियान है, जिसका उद्देश्य बिहार में शिक्षा व्यवस्था की खराब स्थिति को उजागर करना है।
- इस कार्यक्रम के तहत छात्रों से फीडबैक लिया जाएगा और उसके आधार पर कांग्रेस एक ‘न्याय पत्र’ तैयार करेगी, जो बिहार विधानसभा चुनाव के घोषणापत्र का हिस्सा होगा।
- इस कार्यक्रम के लिए पूरे बिहार में 70 स्थान चुने गए थे, जिनमें 35 टाउन हॉल और 35 एससी-एसटी छात्रावास शामिल थे।
- राहुल गांधी के अलावा कांग्रेस के अन्य नेताओं ने भी अलग-अलग जिलों में छात्रों से संवाद किया।

अब देखना होगा कि इस घटना का बिहार की राजनीति पर क्या प्रभाव पड़ता है।