Ratlam Hospital Fraud: रतलाम के जीडी अस्पताल से फर्जीवाड़े का अनोखा केस सामने आया है। जिसका खुलासा पेशेंट ने खुद किया है।
ये पेशेंट नाक में लगी नली और हाथों में यूरिन की थैली लेकर आईसीयू से बाहर भागा। जिसे देखकर भारी भीड़ जमा हो गई।
इसके बाद मरीज ने चिल्ला-चिल्लाकर सबको हॉस्पिटल में चल रहे गोरखधंधे की कहानी बताई। जानिए क्या है पूरा मामला।
कोमा में बताकर ऐठ रहे थे रुपये
दरअसल, सोमवार को बंटी नामक युवक को उसके परिवार वाले गंभीर हालत में रतलाम के जीडी हॉस्पिटल लेकर गए थे।
दोपहर में बंटी नाक में लगी नली और यूरिन की थैली को हाथ में लेकर परिवारवालों के साथ अस्पताल से बाहर आया और शोर मचाने लगा।
मरीज को इस हालत में देखकर भारी भीड़ जमा हो गई।

बंटी और उसके परिवारवालों का कहना था कि अस्पताल में बार-बार रुपयों की मांग की जा रही है। यहां किसी को भर्ती मत करना।
20 हजार कराए जमा, और कैश की डिमांड
बंटी के परिवारवालों का कहना है कि अस्पताल वालों ने 20 हजार रुपए पहले ही जमा करा लिए थे। इसके बाद भी और पैसों की डिमांड कर रहे थे।
मामला सामने आने के बाद कलेक्टर राजेश बाथम के निर्देश पर सीएमएचओ डॉ. एमएस सागर ने तीन सदस्यीय जांच दल गठित किया था।
मंगलवार को जांच दल में शामिल डॉ. बीएल तापड़िया, डॉ. प्रणव मोदी व आशीष चौरसिया जीडी हॉस्पिटल पहुंचे।
यहां अस्पताल के स्टाफ, संचालक डॉ. लेखराज पाटीदार आदि के बयान दर्ज किए गए।
अस्पताल ने कहा- बकाया पैसे वापिस दिए
बयान में अस्पताल स्टाफ ने बताया कि बंटी के परिवार वालों से 20 हजार रुपये जमा कराए गए थे लेकिन इलाज में सिर्फ 6920 रुपये खर्च हुए थे।
इसके बाद बचे हुए पैसे परिवारवालों को वापस कर दिए थे।

पत्नी बोली- होश में थे, अस्पताल ने बताया कोमा में हैं
उधर शिकायतकर्ता बंटी व उसके घरवाले दोपहर में जिला अस्पताल स्थित सीएमएचओ ऑफिस पहुंचे और सभी ने बयान दर्ज कराया।
बयान में सभी ने अस्पताल में स्टाफ द्वारा अभद्रता करने और अधिक पैसे मांगने का आरोप लगाया।
इस मामले में बंटी की पत्नी लक्ष्मी निनामा ने कलेक्टर कार्यालय में भी शिकायत की है। जिसके मुताबिक डॉक्टरों ने 20 हजार रुपये जमा करवाए और फिर एक लाख रुपये और मांगे।
आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने का हवाला देने पर भी डॉक्टर नहीं माने। हमसे झूठ बोला कि पति कोमा में हैं, जबकि पति होश में थे और जोर जोर से चिल्ला रहे थे।
हॉस्पिटल में उपचार की ठीक से जानकारी नहीं दी गई और न ही पति को देखने दिया। बुरा बर्ताव कर गाली-गलौज भी की गई।
पुलिस ने कराया मामला शांत
सूचना मिलने पर थाना औद्योगिक क्षेत्र की पुलिस मौके पर पहुंची और मामले को शांत कराया।
पुलिस के समझाने के बाद बंटी अपने घरवालों के साथ ऑटो में बैठकर चला गया।
जांच रिपोर्ट सीएमएचओ के माध्यम से कलेक्टर को भेजी जाएगी। इसके बाद आगे की कार्रवाई होगी।
दूसरी तरफ हॉस्पिटल मैनेजमेंट ने बंटी के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है।