Renuka Chowdhury dog Parliament: संसद के शीतकालीन सत्र 2025 के पहले ही दिन सोमवार (1 दिसंबर) को एक असामान्य घटना ने सबका ध्यान अपनी तरफ खींचा।
दरअसल, कांग्रेस की वरिष्ठ नेता और तेलंगाना से राज्यसभा सांसद रेणुका चौधरी अपने साथ एक छोटे कुत्ते (पिल्ले) को संसद भवन परिसर में ले आईं।
यह देखते ही भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सांसदों ने तुरंत आपत्ति जताई और इसे संसदीय नियमों के उल्लंघन व सदन की मर्यादा के खिलाफ बताया।
हालांकि, रेणुका चौधरी के जवाब ने इस घटना पर राजनीतिक विवाद शुरू कर दिया है।
Parliament’s visitors’ galleries have been blessed by a rather special guest, Congress MP Renuka Chowdhury’s pet dog #ParliamentWinterSession pic.twitter.com/xl04bjyb3J
— Atishay Jain (@AtishayyJain96) December 1, 2025
काटने वाले संसद के अंदर बैठे हैं- रेणुका
जब मीडिया ने उनसे सवाल किया कि वह कुत्ते को संसद क्यों लाई हैं, तो चौधरी ने सीधा और तीखा जवाब दिया।
उन्होंने कहा, “इसमें क्या तकलीफ है? यह गूंगा जानवर है, छोटा सा है, काटने वाला नहीं है। काटने वाले और डसने वाले तो संसद के अंदर बैठे हैं, जो सरकार चला रहे हैं।”
बाद में उन्होंने इसे एक ‘दुर्घटना से बचाव’ की घटना बताते हुए कहा कि रास्ते में एक सड़क दुर्घटना के बाद यह पिल्ला सड़क पर भटक रहा था और पहिये के नीचे आ सकता था, इसलिए उन्होंने इसे उठाकर अपनी गाड़ी में रख लिया और संसद ले आईं।
DOG DAYS, DEMOCRACY AND DEBATE!
“Katne Wale Kutte toh Parliament Mein Baithe Hain, Sarkar Chalate hain” says Cong MP Renuka Chowdhary on bringing a dog inside her car in the Parliament complex. pic.twitter.com/1mFYNl3isb— Rahul Shivshankar (@RShivshankar) December 1, 2025
BJP का कड़ा विरोध और नियमों की दलील
BJP सांसद जगदंबिका पाल ने इस कदम की कड़ी निंदा की।
उन्होंने कहा कि संसद भवन में पालतू जानवर लाना गलत है और यह सांसदों के विशेषाधिकार का दुरुपयोग है।
उन्होंने चौधरी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
BJP के तर्क के अनुसार, संसद भवन परिसर के ‘व्यवहार एवं आचरण नियम’ और ‘लोकसभा हैंडबुक फॉर मेंबर्स’ में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि कोई भी ऐसी वस्तु या जीव, जो सुरक्षा या मर्यादा को प्रभावित कर सकती हो, परिसर में नहीं लाई जा सकती।
पालतू जानवर इसी श्रेणी में आते हैं।
सुरक्षा प्रोटोकॉल के लिहाज से भी यह कदम उचित नहीं माना जा रहा।

क्या है संसद के नियम?
आधिकारिक तौर पर, संसद भवन एक संवेदनशील सुरक्षा क्षेत्र है। यहां प्रवेश के लिए सख्त नियम हैं।
- संसद भवन परिसर व्यवहार एवं आचरण नियम: इनके तहत केवल अधिकृत व्यक्ति, वाहन और सामग्री ही अंदर ले जाई जा सकती है। पालतू जानवरों की इजाजत नहीं है।
- लोकसभा हैंडबुक: इसमें भी सदन की गरिमा और सुरक्षा बनाए रखने का निर्देश है। किसी भी जीव को लाना, जिससे अन्य सदस्यों को परेशानी हो या कार्यवाही प्रभावित हो, वर्जित माना जाता है।

रेणुका चौधरी का यह कदम सिर्फ एक घटना नहीं, बल्कि एक सोची-समझी राजनीतिक प्रतिक्रिया लग रही है।
संसद सत्र के पहले दिन ही सत्ता और विपक्ष के बीच ‘ड्रामेबाजी’ जैसे शब्दों को लेकर तनाव का माहौल था।


