Indian Army Weapons: 7-8 मई 2025 की रात, पाकिस्तान ने भारत के 15 से अधिक शहरों—जम्मू, श्रीनगर, पठानकोट, अमृतसर, चंडीगढ़, लुधियाना, जालंधर, बठिंडा, भुज, नल, फलोदी और उत्तरलाई—पर मिसाइल और ड्रोन हमले किए।
यह हमला 22 अप्रैल 2025 को पहलगाम में हुए आतंकी हमले का जवाब था, जिसमें 26 निर्दोष पर्यटक मारे गए थे।
भारत ने इसके जवाब में ऑपरेशन सिंदूर चलाया, जिसमें पाकिस्तान और PoK में 9 आतंकी ठिकानों को नष्ट कर दिया गया और 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए।
लेकिन पाकिस्तान ने अपनी हार का बदला लेने के लिए भारत पर मिसाइल और ड्रोन हमले किए।
मगर भारत की एडवांस्ड एयर डिफेंस सिस्टम ने इन सभी हमलों को हवा में ही नष्ट कर दिया।
आइए जानते हैं कि भारत के कौन-से हथियारों ने पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दिया।
1. S-400 Triumph: भारत का सबसे घातक एयर डिफेंस सिस्टम
S-400 ट्रायम्फ रूस द्वारा निर्मित दुनिया की सबसे खतरनाक वायु रक्षा प्रणाली है।
भारत ने 2018 में रूस से 5 यूनिट S-400 खरीदने का समझौता किया था, जिनमें से 3 पहले ही तैनात हो चुके हैं।
S-400 की खासियत:
- रेंज: 400 किमी तक (लंबी दूरी की मिसाइलों को मार गिराने में सक्षम)
- ऊंचाई: 30 किमी तक
- लक्ष्य: फाइटर जेट्स, ड्रोन, क्रूज मिसाइल, बैलिस्टिक मिसाइल
- सटीकता: एक साथ 80 लक्ष्यों पर नजर रख सकता है और 36 को एक साथ निशाना बना सकता है।

पाकिस्तानी हमले में S-400 की भूमिका:
- S-400 ने पाकिस्तानी JF-17 थंडर और क्रूज मिसाइलों को हवा में ही ट्रैक करके नष्ट कर दिया।
- इसकी रडार टेक्नोलॉजी ने भारतीय सीमा में घुसने से पहले ही खतरों को भांप लिया।
2. आकाश मिसाइल सिस्टम: भारत की स्वदेशी ताकत
- आकाश मिसाइल सिस्टम भारत के DRDO (डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन) द्वारा विकसित की गई है।
- यह एक मध्यम दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल (SAM) है।
आकाश मिसाइल की खासियत:
- रेंज: 25-30 किमी
- ऊंचाई: 18 किमी तक
- लक्ष्य: ड्रोन, क्रूज मिसाइल, फाइटर जेट्स
- स्पीड: मैक 2.5 (ध्वनि की गति से 2.5 गुना तेज)

पाकिस्तानी हमले में आकाश की भूमिका:
- आकाश मिसाइल ने श्रीनगर और जम्मू की तरफ आ रहे पाकिस्तानी ड्रोन और मिसाइलों को नष्ट कर दिया।
- यह सिस्टम मोबाइल है, जिससे इसे कहीं भी तैनात किया जा सकता है।
3. MRSAM (मध्यम दूरी की सतह-से-हवा मिसाइल)
- MRSAM (Medium Range Surface-to-Air Missile) भारत और इजरायल की संयुक्त परियोजना है।
- इसे बराक-8 के नाम से भी जाना जाता है।
MRSAM की खासियत:
- रेंज: 70-100 किमी
- ऊंचाई: 16 किमी तक
- लक्ष्य: एयरक्राफ्ट, ड्रोन, एंटी-शिप मिसाइल
- सटीकता: 95% से अधिक

पाकिस्तानी हमले में MRSAM की भूमिका:
- MRSAM ने पंजाब और राजस्थान की ओर आ रही पाकिस्तानी मिसाइलों को हवा में ही नष्ट कर दिया।
- इसकी मल्टी-टारगेट ट्रैकिंग क्षमता ने एक साथ कई खतरों को नेस्तनाबूद किया।
4. शिल्का (ZSU-23-4): लो-फ्लाइंग ड्रोन का काल
- शिल्का एक रूसी निर्मित एंटी-एयरक्राफ्ट गन है, जिसे भारतीय सेना ने अपग्रेड किया है।
- यह लो-फ्लाइंग ड्रोन और हेलीकॉप्टर को मार गिराने में माहिर है।
शिल्का की खासियत:
- रेंज: 2.5 किमी
- फायर रेट: 4000 राउंड प्रति मिनट
- लक्ष्य: ड्रोन, हेलीकॉप्टर

पाकिस्तानी हमले में शिल्का की भूमिका:
- शिल्का ने पठानकोट और अमृतसर में पाकिस्तानी ड्रोनों को गिराया।
- इसकी हाई फायर रेट ने इसे ड्रोनों के खिलाफ बेहद प्रभावी बना दिया।
5. L-70 और Zu-23-2: पुराने लेकिन जबरदस्त
L-70 (बोफोर्स गन) और Zu-23-2 भारतीय सेना के पुराने लेकिन विश्वसनीय एंटी-एयरक्राफ्ट सिस्टम हैं।
- L-70 की खासियत: रेंज: 4 किमी
- फायर रेट: 240 राउंड प्रति मिनट
Zu-23-2 की खासियत:
- रेंज: 2.5 किमी
- फायर रेट: 2000 राउंड प्रति मिनट
- पाकिस्तानी हमले में इनकी भूमिका:
- इन तोपों ने जालंधर और लुधियाना में पाकिस्तानी ड्रोनों को मार गिराया।

भारत की मजबूत वायु सुरक्षा
भारत की मल्टी-लेयर एयर डिफेंस सिस्टम (S-400, आकाश, MRSAM, शिल्का, L-70, Zu-23) ने पाकिस्तान के हर हमले को नाकाम कर दिया।
यह प्रणालियां लंबी दूरी की मिसाइलों से लेकर लो-फ्लाइंग ड्रोन तक को नष्ट करने में सक्षम हैं।
भारत की कार्य़वाही के बाद पाकिस्तान को यह समझ आ गया होगा कि भारत की वायु सीमा में घुसना आसान नहीं है!