Morena Sand Mafia: मुरैना जिले के अंबाह में रेत माफिया की ओर से वन विभाग की टीम पर हमला कर ट्रैक्टर छुड़ा ले जाने का वीडियो सामने आया है।
माफिया के लोगों ने पहले ट्रैक्टर के सामने अपनी बाइक को जमीन पर गिराकर ट्रैक्टर को रुकवाया।
इसके बाद वनकर्मियों पर एक साथ हमला कर ट्रैक्टर छुड़ा ले गए।
गश्ती के लिए मुरैना गए थे ऑफिसर
मामला गुरुवार 20 मार्च का है। अंबाह वन रेंज ऑफिसर वीर कुमार तिर्की एसएएफ के दो जवानों समेत अपने स्टाफ के साथ गश्ती के लिए मुरैना गए थे।
अंबाह लौटते समय बरेह के पास एक ट्रैक्टर-ट्रॉली चंबल नदी के रेत से भरी हुई दिखाई दी।
ट्रैक्टर ट्रॉली का पीछा कर उसे रोकने की कोशिश की गई। इसी दौरान ड्राइवर ने ट्रॉली को पलटा दिया।
ट्रॉली पलट जाने से ट्रैक्टर इंजन को रोक लिया गया। स्टाफ ने चेसिस नंबर नोट किया।
MP में बेखौफ खनन माफिया
मुरैना में वनकर्मियों पर रेत माफिया का हमला, बाइक गिराकर ट्रैक्टर रुकवाया और छुड़ाकर ले गए, बदमाश बोला-लाठी लगी तो गोली मार दूंगा
मोहन सरकार के मंत्री के बेतुके बोले – रेत माफिया नहीं पेट माफिया, पेट पालने के लिए कर रहे काम#MadhyaPradeshNews #MPNews pic.twitter.com/HqDBrnD0ru
— Sakshi (@sakkshiofficial) March 21, 2025
9 बाइक सवारों ने फिल्मी स्टाइल में छुड़ाया ट्रक
इसके बाद जब जब्ती कार्रवाई कर इंजन को अंबाह की तरफ ला रहे थे।
तभी तीन बाइकों पर 9 अज्ञात व्यक्ति आए और मोटर साइकिल एजेंसी के सामने रोड पर ट्रैक्टर के सामने बाइकों को गिराकर ट्रैक्टर को रोक लिया।
उन्होंने वन अमले के साथ गाली-गलौज कर जान से मारने की धमकी दी।
बदमाश ने कहा- लाठी लगी तो गोली मार दूंगा
अमले ने लाठी निकाली तो एक बदमाश ने कहा लाठी लगी तो गोली मार दूंगा।
इसके बाद जब्त ट्रैक्टर को छुड़ाकर कर ले गए।
वन विभाग के एसडीओ भूरा गायकवाड़ ने बताया कि टीम ने ट्रैक्टर के फोटो और वीडियो भी बनाए।
वन विभाग ने इस मामले की शिकायत अंबाह थाने में दर्ज करा दी है।

रेत माफिया नहीं, पेट माफिया- मंत्री का विवादित बयान
रेत माफिया के हमले का मामला विधानसभा में भी गूंजा।
इस मामले में मुरैना जिले के सुमावली से विधायक और कृषि मंत्री एदल सिंह कंषाना से सवाल पूछा गया तो उन्होंने जिले में रेत माफिया होने से इनकार किया है।
मंत्री एदल सिंह कंषाना ने कहा ‘कहां हैं रेत माफिया, वह रेत माफिया नहीं पेट माफिया है, पेट पालने के लिए काम कर रहे हैं।
रेत माफिया उसे कहते हैं जो एक व्यक्ति के लिए कम करें। मुरैना में रेत माफिया नहीं है।
कानून अपना काम करेगा किसी शासकीय कर्मचारी पर हमला किया है तो उसकी जांच होगी।’
मंत्री के इस अजीबो-गरीब बयान की चर्चा प्रदेश के सियासी गलियारों में हो रही है।
इस मामले में मध्य प्रदेश विधानसभा (MP Vidhan Sabha) में विपक्ष के उपनेता हेमंत कटारे ने भी शुक्रवार को प्रतिक्रिया दी है।
कांग्रेस नेता का आरोप- रेत माफियाओं को सरकार का संरक्षण
हेमंत कटारे ने कहा कि यह कोई नई बात नहीं है। पहले भी ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं, जिनमें एक आईपीएस अधिकारी पर हमला तक हुआ था, जो राष्ट्रीय सुर्खियों में आया था।
मध्य प्रदेश की बड़ी बदनामी हुई थी कि कैसे रेत माफिया पुलिस प्रशासन और वन विभाग पर हावी है।
गुरुवार की घटना भी यही दिखाती है कि ये माफिया न वन विभाग और पुलिस विभाग को कुछ समझते हैं।
कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि इन रेत माफियाओं को सरकार का संरक्षण प्राप्त है।
Bhopal, Madhya Pradesh: On The sand mafia attacked the Forest Department team and forcibly took back the seized tractor, LoP in state Assembly, Hemant Katare says, “This incident in Morena is not the first of its kind. Similar incidents have occurred in the past, including an… pic.twitter.com/Ge2YWOdhFz
— IANS (@ians_india) March 21, 2025
जो लोग सरकार में ऊंचे पदों पर बैठे हैं, अगर वे चाहें तो इन माफियाओं को चंद घंटों में ध्वस्त कर सकते हैं, लेकिन ऐसा नहीं हो रहा।
इसका कारण यह है कि सरकारी तंत्र के जरिए इनका पैसा ऊपर तक पहुंचता है। इसलिए ये माफिया इतने दमदारी से कहते हैं कि वे न पुलिस को गिनेंगे न वन विभाग को।
सरकार को विचार करना चाहिए कि वह अपने विभागों के साथ है या माफियाओं के साथ है।