Madhya Pradesh SIR मध्य प्रदेश में चुनावी तैयारियों का बिगुल बज गया है।
चुनाव आयोग के निर्देश पर राज्य में स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) की प्रक्रिया मंगलवार से शुरू हो गई है।
इसके तहत 65 हजार से अधिक बूथ लेवल ऑफिसर (बीएलओ) अब घर-घर जाकर मतदाताओं की जानकारी अपडेट करेंगे।
यह अभियान बिहार में सफल रहे मॉडल पर आधारित है, जिसका लक्ष्य वर्ष 2023 तक शुद्ध और पारदर्शी वोटर लिस्ट तैयार करना है।
क्या है SIR और क्यों है जरूरी?
SIR यानी स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन एक विशेष अभियान है, जिसमें पुरानी मतदाता सूचियों के आधार पर वोटरों का सत्यापन किया जाता है।
मध्य प्रदेश में यह प्रक्रिया 2003 की एसआईआर सूची को आधार बनाएगी।

इसका कारण यह है कि 2003 के बाद कई वोटरों ने अपना पता बदला है, कुछ का निधन हो गया है, तो कई नए वोटर बने हैं। इन सभी बदलावों को दर्ज करने के लिए यह अभियान चलाया जा रहा है।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी संजीव झा के अनुसार, “इस अभियान का उद्देश्य हर वोटर का डेटा शुद्ध करना और गलत entries को हटाना है।”
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी मध्यप्रदेश श्री संजीव कुमार झा ने उप जिला निर्वाचन अधिकारी, निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी, राज्य स्तरीय मास्टर ट्रेनर और जिला स्तरीय मास्टर ट्रेनर्स के साथ वर्चुअल बैठक कर मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR)-2026 के संबंध में आवश्यक जानकारी दी। pic.twitter.com/EZ9d6xg6Xq
— Chief Electoral Officer, Madhya Pradesh (@CEOMPElections) November 1, 2025
कैसे काम करेगा SIR?
बीएलओ का रोल:
- 65,014 बूथों पर तैनात बीएलओ घर-घर जाएंगे।
- वे आधे भरे और आधे खाली फॉर्म वितरित करेंगे, जिनमें मतदाताओं को अपनी जानकारी दर्ज करनी होगी।
- बीएलओ किसी भी दस्तावेज की मांग नहीं करेंगे। केवल संदिग्ध मामलों में ही बाद में दस्तावेज मांगे जाएंगे।
विशेष ध्यान:
- विवाहित महिलाएं जो 2003 में अविवाहित थीं, उन्हें अपने मायके से मतदाता क्रमांक और मतदान केंद्र की जानकारी लानी होगी।
- नए वोटर (1 जनवरी 2026 तक 18 साल के हो चुके) फॉर्म 6 भरकर अपना नाम जोड़ सकते हैं।
- मृतकों या अन्यत्र स्थानांतरित लोगों के नाम हटाने के लिए जानकारी दें।
ऑनलाइन सत्यापन:
- मतदाता चुनाव आयोग की वेबसाइट https://voters.eci.gov.in/ पर जाकर 2003 की सूची में अपना नाम ढूंढ सकते हैं।
मतदाता सूची का विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) 2026@ECISVEEP @SpokespersonECI pic.twitter.com/qGVahNjT8P
— Chief Electoral Officer, Madhya Pradesh (@CEOMPElections) November 4, 2025
SIR कैलेंडर
| चरण | कार्य | तिथि |
|---|---|---|
| 1 | बीएलओ ट्रेनिंग | 28 अक्टूबर – 3 नवंबर 2025 |
| 2 | घर-घर सर्वे | 4 नवंबर – 4 दिसंबर 2025 |
| 3 | ड्राफ्ट सूची प्रकाशन | 9 दिसंबर 2025 |
| 4 | दावे/आपत्ति | 9 दिसंबर 2025 – 8 जनवरी 2026 |
| 5 | सुनवाई | 9 दिसंबर – 31 जनवरी 2026 |
| 6 | अंतिम सूची प्रकाशन | 7 फरवरी 2026 |
महत्वपूर्ण दस्तावेज
यदि कोई वोटर 2003 की सूची में अपना नाम नहीं ढूंढ पाता, तो उसे निम्न में से कोई एक दस्तावेज जमा करना होगा:
- जन्म प्रमाण-पत्र
- 10वीं का परीक्षा प्रमाण-पत्र
- पासपोर्ट
- सरकारी जमीन/मकान के कागजात
- जाति प्रमाण-पत्र
- मूल निवास प्रमाण-पत्र
- सरकारी नौकरी आईडी या पेंशन ऑर्डर
- परिवार रजिस्टर की प्रति
- पासपोर्ट साइज फोटो
- बैंक पासबुक
- राशन कार्ड
- ड्राइविंग लाइसेंस
- MNREGA जॉब कार्ड
नागरिकों के लिए सलाह
- बीएलओ से मिलते समय उनका अधिकृत पहचान पत्र जरूर देखें।
- अगर आप 2003 में किसी अन्य राज्य या जिले में रहते थे, तो उस समय के मतदान केंद्र की जानकारी वेबसाइट से लेकर फॉर्म में भरें।
- नए वोटर फॉर्म 6 का उपयोग करें।
- गलत जानकारी देने पर नाम काटे जाने का जोखिम है।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी मप्र श्री संजीव कुमार झा ने प्रदेश के मतदाताओं से की अपील@ECISVEEP @SpokespersonECI pic.twitter.com/uZSquJv4Zp
— Chief Electoral Officer, Madhya Pradesh (@CEOMPElections) November 3, 2025
MP समेत 12 राज्यों में SIR
भारतीय चुनाव आयोग (ECI) के मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने 27 अक्टूबर 2025 को देशभर में SIR कराने का ऐलान किया था।
SIR 9 राज्यों उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, गोवा, गुजरात, केरल, तमिलनाडु, बंगाल शामिल में और 3 केंद्र शासित प्रदेशों अंडमान और निकोबार द्वीप, लक्षद्वीप, पुडुचेरी में होगा।
तमिलनाडु, पुडुचेरी, केरल और पश्चिम बंगाल में 2026 में विधानसभा चुनाव होने हैं, वहीं असम में SIR बाद में कराया जाएगा।
मध्य प्रदेश में एसआईआर 2025 का अभियान लोकतंत्र को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
यह सुनिश्चित करेगा कि अगले चुनावों में केवल वास्तविक मतदाता ही भाग ले सकें।
सभी नागरिकों से अनुरोध है कि बीएलओ का सहयोग करें और अपना मतदाता डेटा अपडेट कराएं।



