13 दिसंबर 2023, यह वो तारीख है जब मध्य प्रदेश में भाजपा ने नए सीएम के तौर पर डॉ. मोहन यादव को शपथ दिलवाई।
अब मोहन यादव को मध्य प्रदेश की कमान संभाले हुए 6 महीने बीत चुके हैं। अपने कार्यकाल की पहली छमाही में मोहन यादव ने प्रदेश के लिए क्या कुछ किया, उन्होंने सिलसिलेवार इसका ब्यौरा दिया है।
हालांकि बीते छह महीनों में तीन महीने तो चुनाव की वजह से आचार संहिता लागू थी, बावजूद इसके मोहन सरकार ने मध्य प्रदेश में कई जनहितैषी योजनाओं का सफल क्रियान्वयन किया और जनहितैषी फैसले लिए।
गौरतलब है कि मोहन यादव अपनी साफ-सुथरी छवि और मिलनसार स्वभाव के लिए जाने जाते हैं, लेकिन प्रदेश के विकास और सूबे की जनता को गुड गवर्नेंस देने के लिए उन्होंने जहां जरूरत पड़ी, सख्ती दिखाई और लोक कल्याण के कामों में तेजी लाने का सफल प्रयास किया।
इस छोटे से अर्से में ही मोहन यादव ने दिखा दिया कि उनकी सरकार जो कहती है करके दिखाती है। आइए जानते हैं पिछले 6 महीने के कार्यकाल में डॉ. मोहन यादव का एक्शन मोड कैसा रहा है…
- डॉ. मोहन यादव ने 13 दिसंबर 2023 को सीएम पद की शपथ ली
- सीएम बनते ही दिखा डॉ. मोहन यादव का सख्त एक्शन
- सबसे पहले उन्होंने मंदिर और मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाने का आदेश दिया
- नौकरशाही को संदेश देने में मोहन यादव ने देर नहीं लगाई
- ड्राइवर से अभद्र व्यवहार करने वाले शाजापुर कलेक्टर को तत्काल हटाया
- गुना बस हादसे के बाद मोहन यादव ने कार्रवाई मे जरा देर नहीं लगाई
- इस मामले मे डीएम, एसपी, ट्रांसपोर्ट कमिश्नर और प्रमुख सचिव परिवहन को हटाया
- खुले में मांस बेचने पर प्रतिबंध लगाया, ताबड़तोड़ दुकानें बंद कराई गईं
- आईएएस अधिकारियों के तबादले किए
- अपराधियों को जेल भेजने का काम किया।
डॉ. मोहन यादव के ये वो फैसले थे जो ये बताने के लिए काफी हैं कि मोहन सरकार में अफसरों की मनमानी और अपराधियों की धौंस चलने वाली नहीं है।
बहरहाल ये तमाम फैसले प्रदेश में कानून व्यवस्था को बेहतर बनाने और नौकरशाही पर अंकुश लगाने से जुड़े हैं, लेकिन सूबे को आत्मनिर्भर बनाने में जिन योजनाओं को अमलीजामा पहनाया जा रहा है, उनपर गौर करना जरूरी है।
खास तौर से सरकार की लाड़ली लक्ष्मी और लाड़ली बहना योजना जिनके बारे में कहा जा रहा था कि चुनाव के बाद सरकार ये योजना बंद कर सकती है।
लाड़ली बहना योजना सरकार की सबसे महत्वाकांक्षी योजना है
पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने यह योजना शुरू की थी
मोहन सरकार ने इस योजना को लागू रखा
योजना के तहत 9495 करोड़ रुपये बहनों के खाते में डाले जा चुके हैं
लाड़ली लक्ष्मी योजना के तहत दिसंबर 2023 से 73,880 बालिकाएं लाभान्वित हुईं
बालिकाओं के खाते में 24 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए गए हैं
60 हजार करोड़ के रोजगार परक प्रोजेक्टस शुरू किए गए हैं
ये प्रोजेक्ट्स सीहोर जिले के आष्टा मे शुरू किए गए हैं
7 लाख युवाओं को स्वरोजगार के लिए 5000 करोड़ का ऋण दिया गया
केन बेतवा लिंक परियोजना के लिए 24290 करोड़ से अधिक स्वीकृत किए गए
किसान सम्मान निधि के तौर पर 80 लाख किसानों को 1800 करोड़ दिए
पिछले साल की तुलना में जीएसटी कलेक्शन 28 प्रतिशत बढ़ा
सरकार को 6 महीने में 19091 करोड़ का राजस्व प्राप्त हुआ।
कुल जमा देखा जाए तो डॉ. मोहन यादव बिना शोरगुल किए बेहद सधे कदमों के साथ ना सिर्फ सरकार चला रहे हैं बल्कि उन्होंने प्रदेश हित में सख्त फैसले लेने में जरा सी भी हिचकिचाहट नहीं दिखाई है।
इस बीच लोकसभा चुनाव के कारण मोहन यादव का अभी तक का कार्यकाल सियासी व्यस्तताओं से भरा भी रहा, लेकिन असल इम्तिहान की घड़ी मोहन यादव की अब आई है जब उन्हें अपना विजन दिखाना है और दमखम भी…