Azam Khan Release: समाजवादी पार्टी (सपा) के वरिष्ठ नेता आजम खान को मंगलवार को सीतापुर जेल से रिहा कर दिया गया।
करीब 23 महीने (लगभग दो साल) तक जेल में रहने के बाद उनके बाहर आने का रास्ता तब साफ हुआ, जब उनके खिलाफ चल रहे सभी मामलों में उन्हें अदालतों से जमानत मिल गई।
हालांकि, रिहाई की प्रक्रिया में जुर्माना न भरने के एक छोटे से पेंच के कारण कुछ घंटों की देरी हुई।
जेल के बाहर उनके समर्थकों के जश्न के साथ-साथ विवाद भी देखने को मिला, जहां पुलिस ने समर्थकों की 25 गाड़ियों का चालान काट दिया।
रिहाई का समय
आजम खान की रिहाई का ड्रामा सुबह से ही शुरू हो गया था।
उन्हें सुबह 7 बजे रिहा होना था, लेकिन यह प्रक्रिया अचानक अटक गई।
पता चला कि रामपुर की एक अदालत ने उन पर दो मामलों में 6,000 रुपए का जुर्माना लगाया था, जो अभी तक जमा नहीं हुआ था।
आज़म खान को 72 मामलों में ज़मानत मिलने के बाद सीतापुर जेल से रिहा कर दिया गया।
योगी सरकार की “बर्बाद करने वाली लिस्ट” में उनका नाम सबसे ऊपर रहा।समाजवादी सरकार में BJP नेताओं को कभी इस तरह निशाना नहीं बनाया गया।
योगी सरकार ने अतीक अहमद की राजनीति खत्म कर दी, पर आज़म खान… pic.twitter.com/spcqF2j7BI— Praveen Maurya (@mr_pravi_01) September 23, 2025
जेल नियमों के मुताबिक, बकाया जुर्माना या जुर्म मुआवजा चुकाए बिना किसी कैदी को रिहा नहीं किया जा सकता।
सुबह 10 बजे जैसे ही रामपुर की अदालत खुली, आजम खान के एक रिश्तेदार ने तुरंत जुर्माने की रकम जमा करवाई।
इसकी सूचना फैक्स और ई-मेल के जरिए सीतापुर जेल प्रशासन को भेजी गई।
आधिकारिक सूचना मिलने के बाद ही रिहाई की प्रक्रिया आगे बढ़ सकी।
समाजवादी पार्टी से कद्दावर नेता ,10 बार रामपुर सीट से विधायक रह चुके आजम खान 23 महीने बाद जेल से रिहा हुए pic.twitter.com/Ojc3ODsRom
— Prabhakar Yadav (@yadav_prab26996) September 23, 2025
जेल गेट के बाहर जश्न
जेल से रिहा होने के समय आजम खान के बड़े बेटे अदीब आजम और छोटे बेटे अब्दुल्ला आजम उन्हें लेने पहुंचे थे।
आजम खान जेल के अंदर से ही एक कार में बैठकर बाहर निकले।
कार के शीशे खुले थे और उन्होंने हाथ हिलाकर जेल के बाहर जमा सैकड़ों समर्थकों का अभिवादन किया।
अपने नेता को बाहर आता देख समर्थकों में खुशी की लहर दौड़ गई और जोरदार जयकारे लगाए गए।
शेर पिंजरे से बाहर आ गया है #AzamKhan@MPAazamKhan pic.twitter.com/p9ULh7YFyS
— Saman Jasmine (@SamanSparkle) September 23, 2025
बेटे अदीब आजम ने मीडिया से बात करते हुए कहा, “आज के हीरो आजम साहब हैं।”
रिहाई को लेकर पहले से मची चर्चा के कारण जेल प्रशासन ने पुख्ता इंतजाम किए थे।
जेल के बाहर लगभग 100 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया था और भीड़ को नियंत्रित करने के लिए बैरिकेडिंग भी लगाई गई थी।
आजम खान सीतापुर जेल से रिहा
23 महीने बाद आजम खान जेल से बाहर आए..!! pic.twitter.com/fTA5tgqCrk
— Rahul Agnihotri (@RahulAg22242553) September 23, 2025
समर्थकों की गाड़ियों का चालान और सांसद से बहस
हालांकि जश्न का माहौल था, लेकिन विवाद भी पीछा नहीं छोड़ रहा था।
सीतापुर ट्रैफिक पुलिस ने आजम खान को लेने पहुंचे उनके समर्थकों की 25 गाड़ियों का चालान काट दिया।
पुलिस का कहना था कि ये सभी वाहन ‘नो पार्किंग जोन’ में खड़े किए गए थे, जिससे ट्रैफिक व्यवस्था बाधित हुई।
पुलिस ने इसे ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन बताते हुए एक रूटीन एक्शन बताया।
इसके अलावा, एक और विवाद तब हुआ जब सपा की सांसद रुचि वीरा जेल की ओर जा रही थीं।
पुलिस ने उनकी कार को रोककर दूसरे रास्ते से जाने को कहा, जिस पर उनकी पुलिस अधिकारियों के साथ तीखी बहस हो गई।
सीतापुर जेल से आजम खान को लाने पहुँचीं 25 गाड़ियाँ ,
यूपी ट्रैफिक पुलिस ने सभी पर बड़ी कार्रवाई करते हुए ₹73,500 का चालान ठोका।
कानून सबके लिए बराबर है! #AzamKhan #UPPolice pic.twitter.com/fEprTJ162g
— Minakshi Shriyan (@Minakshishriyan) September 23, 2025
104 मुकदमों का सिलसिला और आखिरकार जमानत
आजम खान का जेल जाने और बाहर आने का सफर बेहद मुश्किल रहा है।
- उनके खिलाफ विभिन्न मामलों में कुल 104 मुकदमे दर्ज हैं, जिनमें से 93 सिर्फ रामपुर जिले में हैं।
- आजम खान को लगभग 72 मामलों में जमानत मिल चुकी है।
- इनमें जमीन अधिग्रहण, भड़काऊ भाषण, शत्रु संपत्ति और जालसाजी जैसे आरोप शामिल हैं।
- उनकी रिहाई का रास्ता तब साफ हुआ जब पिछले कुछ दिनों में अदालतों ने लगातार उन्हें जमानत दी।
- पांच दिन पहले ही इलाहाबाद हाईकोर्ट ने उन्हें ‘क्वालिटी बार’ जमीन मामले में जमानत दी थी।
- इसके बाद, 20 सितंबर को रामपुर की एक अदालत ने शत्रु संपत्ति मामले में लगाई गई नई धाराओं को खारिज कर दिया। यह आखिरी मुकदमा था, जहां से जमानत मिलनी बाकी थी।
- MP-MLA सेशन कोर्ट ने अंतिम 19 मामलों में जमानत देकर उनकी रिहाई का आदेश जारी किया।
- एक प्रमुख मामले में, फरवरी 2023 में डूंगरपुर केस में उन्हें 10 साल की जेल की सजा सुनाई गई थी, लेकिन बाद में हाईकोर्ट ने उन्हें इस मामले में भी जमानत दे दी थी।
- इससे पहले, फरवरी 2020 में वह पहली बार जेल गए थे और मई 2022 में जमानत पर रिहा हुए थे। लेकिन अक्टूबर 2023 में एक अन्य मामले में सजा होने के बाद उन्हें फिर से सरेंडर करना पड़ा था।
#BreakingNews
आजम खान को हाईकोर्ट जमानत दे दी है। उनके जेल से बाहर आने का रास्ता साफ़ हो गया है। आज़म खान के वकील मोहम्मद खालिद ने बताया सभी मामलों में जमानत हो चुकी है। अब कोई मुकदमा नहीं है। आज क्वालिटी बार मामले में जमानत हो गई है। #AzamKhan #highcourt @AbdullahAzamMLA pic.twitter.com/GVsRd4QT4X— Tariq Iqbal (@tariq_iqbal) September 18, 2025
परिवार पर मुकदमों का साया
दिलचस्प बात यह है कि मुकदमों का सिलसिला सिर्फ आजम खान तक ही सीमित नहीं है।
उनके पूरे परिवार पर मुकदमों की बाढ़ आई हुई है।
साल 2022 तक के आंकड़ों के मुताबिक, आजम खान, उनकी पत्नी तंजीन फातिमा और बेटे अब्दुल्ला आजम के खिलाफ मिलाकर कुल 165 केस दर्ज थे।
विधानसभा चुनाव के दौरान दाखिल शपथपत्र के अनुसार, अकेले आजम खान के खिलाफ 87, उनके बेटे अब्दुल्ला के खिलाफ 43 और पत्नी तंजीन फातिमा के खिलाफ 35 मुकदमे दर्ज थे।
साल 2022 में एक भड़काऊ भाषण के मामले में सजा के बाद आजम खान की विधायकी भी जा चुकी है।
23 महीने बाद, मोहम्मद आजम खान साहब सीतापुर जेल से रिहा हुए। मुबारकबाद ❤️❤️#trendingreel #trendingnow #AzamKhan pic.twitter.com/XalGnUE9SI
— Muqtadeen Ahmad (@muqtadeenahmad9) September 23, 2025
राजनीतिक प्रतिक्रियाएं
आजम खान की रिहाई पर सपा नेता शिवपाल यादव ने कहा कि सरकार ने उन्हें गलत तरीके से सजा दी थी, लेकिन अदालत ने न्याय करते हुए राहत दी है। उन्होंने कोर्ट के फैसले का स्वागत किया।
#WATCH | On SP leader Azam Khan to be released from Sitapur Jail today, party MLA Shivpal Singh Yadav says, “Government framed him in false cases. But Court granted him relief. So, we welcome the decision of the Court…SP is extending him all help.”
On speculations of him… pic.twitter.com/2VPXIlPTr0
— ANI (@ANI) September 23, 2025
अब देखना हैं कि आजम खान आगे क्या कदम उठाते हैं।
आज हम सबके लिए बहुत खुशी का दिन है कि आजम जी जेल से बाहर आ गए हैं
आज़म खान जी सपा के संस्थापक सदस्य हैंसपा की सरकार बनते ही उनके सभी मुकदमे वापस ले लिए जाएंगे”
अखिलेश यादव जी#AzamKhan #आज़म_खान pic.twitter.com/Ax8qOFGOqv— Khalid Malik_SP (@Malik__Sp) September 23, 2025
सियासी गलियारों में जोरदार चर्चा है कि वह जेल से रिहा होने के बाद 9 अक्टूबर को बहुजन समाज पार्टी (बसपा) में शामिल हो सकते हैं।
हालांकि, अभी तक इसकी कोई पुष्टि नहीं हुई है।
उत्तर प्रदेश की राजनीति में आजम खान एक प्रभावशाली मुस्लिम चेहरा रहे हैं और उनकी किसी भी नई पार्टी में शामिल होने या सपा में बने रहने का फैसला राज्य की राजनीतिक समीकरणों को प्रभावित कर सकता है।
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