Controversial Statement on Hindu Gods: ‘राम’ के नारे से कुछ नहीं होगा, जय भीम का नारा लगाओ’
‘अगर भारत के मंदिरों में सचमुच ताकत होती, तो मोहम्मद बिन कासिम, महमूद गजनवी और मोहम्मद गोरी जैसे लुटेरे इस देश में कदम नहीं रखते’
‘असली ताकत सत्ता के मंदिर में है, जहां आज बाबाओं की हुकूमत चल रही है।’
ये विवादित बयान दिया है समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और विधायक इंद्रजीत सरोज ने।
विधायक ने ये बाते कौशांबी में अंबेडकर जयंती के दौरान हुए एक कार्यक्रम में कही।
इन बयानों ने राजनीतिक गलियारों में खलबली मचा दी है, जबकि आम जनता हिंदू भगवान के अपमान से नाराज हैं।
‘हिंदू देवी-देवता ताकतवर नहीं थे’
विधायक इंद्रजीत ने कहा- जब मुस्लिम आक्रांता यहां लूटपाट कर रहे थे हमारे देवी-देवता क्या करते रहे, वो उन्हें श्राप दे सकते थे।
इससे मुसलमान अंधे हो जाते, भस्म हो जाते, लूले लंगड़े हो जाते अपाहिज हो जाते।
इसका मतलब है कि उनमें कुछ कमी है। वह उतने ताकतवर नहीं थे।
राम नहीं, जय भीम बोलो तो आगे बढ़ोगे
विधायक ने आगे कहा- जय भीम के नारे के बल पर मैं पांच बार विधायक और एक बार मंत्री बना।
इसलिए राम का नारा लगाने से कुछ नहीं होगा, जय भीम बोलो तभी आगे बढ़ोगे।
तुलसीदास पर भी टिप्पणी
इंद्रजीत सरोज ने कहा कि तुलसीदास ने लिखा है कि अगर कोई नीच जाति का व्यक्ति पढ़-लिख जाए तो वह सांप के दूध पीने जैसा होता है।
तुलसीदास ने अकबर के समय मुसलमानों के खिलाफ कुछ नहीं लिखा, शायद उनकी हिम्मत नहीं पड़ी।
सिर्फ सत्ता में ताकत हैं
विधायक इंद्रजीत सरोज ने कहा कि सिर्फ सत्ता में है ताकत है।
सरोज ने कहा कि कुछ लोग हमें नकली हिंदू बनाकर वोटों का सौदा कर रहे हैं।
इस दौरान उन्होंने सीएम योगी आदित्यनाथ पर तंज कसते हुए कहा कि बाबा अपना मंदिर छोड़कर सत्ता के मंदिर में विराजमान हैं।
सत्ता की कुर्सी पर बैठकर राम का नारा लगाते हैं और हेलिकॉप्टर में घूमकर जनता को गुमराह करते हैं।