Sushila Karki Nepal Interim PM: नेपाल की राजनीतिक उथल-पुथल के बीच सुशीला कार्की ने शुक्रवार रात 8:45 बजे देश की अंतरिम प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण की।
इसी के साथ वह नेपाल की पहली महिला प्रधानमंत्री बन चुकी है।
वह नेपाल की पहली महिला चीफ जस्टिस रह चुकी हैं और उन्हें काठमांडू के मेयर बालेन शाह सहित कई दलों का समर्थन प्राप्त है।
इसके पहले राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल संसद भंग करने के लिए तैयार हो गए, जिससे देश में नए चुनाव का रास्ता साफ हुआ।

कौन हैं सुशीला कार्की और क्यों मिल रहा है समर्थन?
- सुशीला कार्की नेपाल की न्यायपालिका में एक प्रतिष्ठित और ईमानदार छवि वाली शख्सियत हैं।
- वह वर्ष 2016 में देश की पहली महिला मुख्य न्यायाधीश बनीं।
- उनके कार्यकाल को निष्पक्ष और साहसिक फैसलों के लिए जाना जाता है।
राजनीतिक उथल-पुथल के इस दौर में, जनता एक ऐसे चेहरे को तलाश कर रही है जो भ्रष्टाचार और पुरानी राजनीति से दूर हो।
कार्की का न्यायिक अनुभव और ‘साफ’ छवि उन्हें इस पद के लिए एक आदर्श उम्मीदवार बनाती है।
उन्हें सबसे बड़ा समर्थन नेपाल के Gen-Z आंदोलन से मिला है।

आंदोलन के दौरान भारतीय पत्रकारों के साथ मारपीट
नेपाल में चल रहे आंदोलन के दौरान भारतीय पत्रकारों के साथ मारपीट और बदसलूकी की कई घटनाएं सामने आई हैं।
शुक्रवार को भी दो भारतीय पत्रकारों के साथ बदसलूकी की गई। यह आंदोलन सोशल मीडिया पर प्रतिबंध और भ्रष्टाचार के खिलाफ छेड़ा गया है, जिसमें युवाओं की अगुआई है।

10 प्रमुख अपडेट्स:
- सुशीला कार्की के अंतरिम प्रधानमंत्री बनने पर सहमति बन गई।
- राष्ट्रपति ने संसद भंग की।
- सेना और युवा आंदोलनकारियों के बीच दूसरे दौर की बैठक हुई।
- काठमांडू में हालात सामान्य होने लगे हैं, दुकानें खुलीं और सेना गश्त कर रही है।
- भारत ने विशेष उड़ानों से अपने नागरिकों को निकालना शुरू किया।
- कई भारतीय सीमा क्षेत्रों से वापस लौट रहे हैं
- दिल्ली-काठमांडू बस और अयोध्या के यात्री नेपाल में फंसे हुए हैं।
- भारतीय वॉलीबॉल टीम को दूतावास ने सुरक्षित निकाला।
- एसएसबी ने नेपाल की जेल से भागे 67 कैदियों को पकड़ा।
- गाजियाबाद के एक होटल मालिक की आगजनी में मौत हो गई।

हालात सामान्य होने की ओर
काठमांडू में हालात धीरे-धीरे सामान्य हो रहे हैं।
सेना लगातार गश्त कर रही है, दुकानें खुल गई हैं और आंदोलन के दौरान हुए नुकसान को साफ किया जा रहा है।
भारत ने अपने नागरिकों को सुरक्षित निकालने के लिए विशेष उड़ानें शुरू की हैं, जिसके तहत आंध्र प्रदेश के 140 लोग सुरक्षित लौट चुके हैं।

नेपाल में राजनीतिक अनिश्चितता के बीच सुशीला कार्की के अंतरिम प्रधानमंत्री बनने और संसद भंग होने से देश को नए चुनाव की ओर बढ़ने का मौका मिलेगा।