Swine Flu In MP: जबलपुर। मध्य प्रदेश में जारी बारिश के दौर के साथ ही कई क्षेत्रों में डायरिया और डेंगू तेजी से पांव पसार रहा है।
मध्य प्रदेश स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक, जबलपुर शहर में एक साथ कई मरीजों के स्वाइन फ्लू से संक्रमित पाए जाने से हड़कंप मच गया।
जबलपुर मेडिकल अस्पताल की बायोलॉजी लैब में टेस्ट के लिए भेजे गए 24 नमूनों में से 11 पॉजिटिव पाए गए हैं।
अभी 9 नमूनों का टेस्ट होना और बाकी है और आशंका जताई जा रही है कि इसमें से भी कुछ सैंपल्स के पॉजिटिव पाए जा सकते हैं।
Swine Flu In MP: प्रदेश में मचा हड़कंप –
इस तरह स्वाइन फ्लू के एक साथ 11 मामले सामने आने के बाद स्वास्थ विभाग में हड़कंप मच गया है।
पूरे प्रदेश में सतर्कता बरती जा रही है और जबलपुर मेडिकल कॉलेज में एक आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है।
साथ ही शहर के निजी अस्पताल भी स्वाइन फ्लू के रोगियों के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
CMHO संजय मिश्रा के मुताबिक, निजी अस्पतालों की लैब में किए गए परीक्षण शासकीय स्तर पर मान्य नहीं रखते हैं।
हालांकि, मरीज या उनके परिजन को स्वाइन फ्लू में भी कोरोना संक्रमण जैसी सतर्कता बरतना जरूरी है।
Swine Flu In MP: गले में तकलीफ के साथ सांस लेने में दिक्कत –
H1N1 वायरस के जरिये होने वाले स्वाइन फ्लू में भी कोरोना जैसे ही सावधानी बरतने की जरूरत होती है।
सर्दी-खांसी के साथ ही गले में तकलीफ के साथ सांस लेने में काफी दिक्कत होती है।
इसमें मरीज को आइसोलेट रहना बेहद जरूरी होता है।
Swine Flu In MP: 4 दिन में दिखने लगते हैं संक्रमण के लक्षण –
आम तौर पर स्वाइन फ्लू के लक्षण संक्रमण के संपर्क में आने के चार दिन के भीतर दिखाई देने लगते हैं।
स्वाइन फ्लू संक्रमण में आम बुखार की तरह ही लक्षण होते हैं, लेकिन ये वयस्कों की तुलना में बच्चों में अधिक होता है।
Swine Flu In MP: बरतें यह सावधानी –
स्वाइन फ्लू के लक्षण दिखाई देने पर तत्काल ही डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
स्वाइन फ्लू के फैलने का मुख्य तरीका संक्रमित व्यक्ति के खांसने या छींकने से निकलने वाली बूंदों के संपर्क में आना है।
इससे बचाव के लिए नियमित हाथ धोना, भीड़-भाड़ वाली जगहों से बचना और वैक्सीन लगवाना प्रभावी उपाय हो सकते हैं।
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