Gulf Countries Bans Pakistan: खाड़ी के कई देशों में पाकिस्तान की काफी किरकिरी हुई है।
कई मुस्लिम देशों ने ही पाकिस्तानियों की एंट्री और पाकिस्तानी वीजा पर बैन (Gulf Countries Bans Pakistan) लगा दिया।
इसकी वजह से पाकिस्तानी पासपोर्ट की लगातार तीसरे साल दुनिया में चौथी सबसे खराब रैंकिंग रही है।
यात्रा पर बैन और वीजा आवेदन खारिज होने के चलते पहले भी पाकिस्तानी पासपोर्ट की छवि धुमिल हुई है।
मुस्लिम देशों में पाकिस्तानियों की एंट्री बैन
हमेशा भारत को घेरने के लिए खाड़ी देशों का सहारा लेने वाले पाकिस्तान को अब इन्हीं मुस्लिम देशों ने आइना दिखा दिया है।
मुस्लिम देशों ने सख्ती अपनाते हुए पाकिस्तानियों की एंट्री पर बैन लगा दिया है।
इस फैसले से पाकिस्तान को तगड़ा झटका लगा है और मुस्लिम देशों के बीच जिल्लत भी झेलनी पड़ी है।
दरअसल, संयुक्त अरब अमीरात (UAE), सऊदी अरब (Saudi Arabia) समेत कई मुस्लिम देशों ने पाकिस्तान के 30 शहरों के लोगों को वीजा देने से इनकार कर दिया है।
इतना ही नहीं इन देशों ने तो पाकिस्तान पर अनिश्चितकाल तक बैन (Gulf Countries Bans Pakistan) भी लगा दिया है।
जहां यूएई ने पाकिस्तान के वीजा आवेदकों के लिए पुलिस ने कैरेक्टर सर्टिफिकेट को जमा करने अनिवार्य कर दिया है।
वहीं यात्रा पर बैन और वीजा आवेदन खारिज होने की बढ़ती घटनाओं के बाद पाकिस्तानी पासपोर्ट की पहले से खराब छवि को और नुकसान हुआ है।
पाकिस्तानी पासपोर्ट को मिली चौथी सबसे खराब रैंकिंग
लाखों पाकिस्तानी यात्रियों और नौकरी की तलाश कर रहे लोगों के लिए खाड़ी देश और वहां के प्रमुख शहर उनके पसंदीदा गंतव्य हैं।
ऐसे में खाड़ी देशों की इस कार्रवाई से पाकिस्तान की और भी ज्यादा फजीहत हो गई है।
नतीजा यह रहा है कि दुनिया में खराब पासपोर्ट की लिस्ट में पाकिस्तान को लगातार तीसरी बार चौथी रैंकिंग का टैग मिला है।
बता दें खाड़ी देशों की कई कंपनियों ने पाकिस्तान में अपने भर्तीकर्ताओं से शिकायत की है कि उनकी ओर से भेजे गए लोग संबंधित नौकरी की आवश्यकताओं को पूरा करने में विफल रहती हैं।
इस्लामाबाद में विंची टूर्स एंड ट्रैवल्स के प्रबंध निदेशक ने बताया कि खाड़ी की कंपनियां अब पाकिस्तान से किसी भी मजदूर या तकनीशियन को काम पर नहीं रखना चाहती हैं, क्योंकि उन्हें पता है कि पाकिस्तान से आने वाले कार्यबल अक्षम साबित होगा।
पाकिस्तानियों पर ड्रग तस्करी और भीख मांगने के आरोप
पॉडकास्टर नादिर अली ने इस बारे में कराची की एक बड़ी ट्रैवल कंपनी के मालिक से बातचीत की।
उन्होंने बताया कि सालों से पाकिस्तानी नागरिकों के लिए सऊदी अरब और दुबई जैसे देश फेवरेट डेस्टिनेशन रहे हैं।
हालांकि, अब इन देशों ने पाकिस्तानी वीजा पर रोक लगा दी है।
माना जा रहा है कि खाड़ी देशों ने यह कदम पाकिस्तान की नापक हरकतों को देखते हुए लिया।
बीते कई सालों में पाकिस्तान से कई संदिग्ध लोगों ने विदेश की यात्रा की हैं।
इसके बाद वे ड्रग तस्करी, भिखारी और मानव तस्करी करने के लिए सैटल हो गए।
हाल ही में सऊदी अरब ने भिखारियों के पकड़े जाने के रिकॉर्ड मामलों में पाकिस्तान सरकार को लताड़ा था।
बीते दिनों खाड़ी देशों के लिए पाकिस्तानी भिखारी जी का जंजाल बन गए हैं।
UAE और सऊदी अरब ने अपने देश में भिखारियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए पाकिस्तान को कड़ी फटकार लगाई थी।
साथ ही ऐसे लोगों को नहीं भेजने की चेतावनी दी थी।
इसके बाद पाकिस्तान सरकार को देश के 4300 से भी ज्यादा कथित भिखारियों को नो फ्लाई लिस्ट में डालना पड़ा है।
एक रिपोर्ट की मानें तो अरब देशों में जितने भी लोग पकड़े गए हैं, उनमें से 90 फीसदी लोग पाकिस्तानी हैं।
ये लोग धार्मिक यात्रा के वीजा पर पहले तो खाड़ी देश जाते हैं और उसके बाद वहां भीख मांगते हैं।
इस समस्या से निपटने के लिए पाकिस्तान उमरा एक्ट लाने के बारे में विचार कर रहा है।
इस कानून के तहत ट्रैवल एजेंसियां कंट्रोल में आ जाएगी।
पाकिस्तानी धार्मिक मामलों के मंत्रालय ने ऐसी एजेंसियों की कानूनी निगरानी करेगा, जिसकी आड़ में भिखारी उमरा वीजा बनवाकर खाड़ी देशों में भीख मांगते थे।