Tiger Dead Body Mandla: मध्य प्रदेश के मंडला जिले में स्थित कान्हा टाइगर रिजर्व के नजदीक बंजर नदी में एक बाघ का शव बहता हुआ देखा गया।
यह घटना मुक्की जोन के आसपास की बताई जा रही है।
वायरल हुए वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि बाघ का शव नदी की धारा में बह रहा है।
इसके बाद वन विभाग और कान्हा टाइगर रिजर्व की टीमें अलर्ट हो गईं।
SDERF और वन विभाग की जॉइंट ऑपरेशन
घटना की सूचना मिलते ही वन अधिकारियों ने रातभर नदी किनारे गश्त की, लेकिन शव नहीं मिला।
अब राज्य आपदा आपातकालीन प्रतिक्रिया बल (SDERF) की टीम को मदद के लिए बुलाया गया है।
SDERF के प्लाटून कमांडर हेमराज परस्ते के नेतृत्व में टीम ने खटिया क्षेत्र में तलाशी अभियान शुरू किया है।
हालांकि, रात के अंधेरे और घने जंगल के कारण खोज में दिक्कतें आ रही हैं।

मौत का कारण अभी रहस्य
वन अधिकारियों का मानना है कि बाघ शव के रूप में नदी में बहने से पहले ही मर चुका था, क्योंकि बाघ कुशल तैराक होते हैं और उनके डूबने की संभावना कम होती है।
संभावित कारणों में बाढ़, शिकार या प्राकृतिक मौत शामिल हो सकते हैं।
शव मिलने के बाद पोस्टमॉर्टम से ही स्पष्ट होगा कि बाघ की मौत कैसे हुई।
कूनो नेशनल पार्क में चीतों को खतरा
इस बीच, मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में भारी बारिश के कारण चीतों की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ गई है।
मादा चीता ‘आशा’ और उसके तीन शावक पार्क की सीमा पार कर बागचा क्षेत्र में चले गए हैं।
दलदली जमीन और जलभराव के कारण ट्रैकिंग टीमों को उन्हें ढूंढने में परेशानी हो रही है।
यह घटना वन्यजीव संरक्षण की चुनौतियों को उजागर करती है।
बाघों के लिए प्राकृतिक आवास सुरक्षित रखने और अवैध शिकार पर रोक लगाने की जरूरत है।
साथ ही, चीतों के लिए कूनो पार्क में बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित करना भी जरूरी है।
अतिरिक्त जानकारी:
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कान्हा टाइगर रिजर्व: भारत के प्रमुख टाइगर रिजर्व में से एक, मध्य प्रदेश में स्थित।
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SDERF: राज्य स्तरीय आपदा प्रबंधन टीम, जो वन्यजीव आपात स्थितियों में मदद करती है।
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कूनो पार्क: अफ्रीकी चीतों को बसाने के लिए चुना गया प्रमुख क्षेत्र।