Tirupati Laddu Controversy: तिरुपति बालाजी मंदिर के प्रसाद में जानवरों की चर्बी की पुष्टि हो चुकी है।
इस खबर ने आंध्र प्रदेश में हड़कप मचा दिया है और भगवान वेंकटेश के करोड़ों भक्तों को गहरा झटका लगा है।
सत्तारूढ़ तेलुगु देशम पार्टी ने गुरुवार को दावा किया कि गुजरात स्थित पशुधन प्रयोगशाला ने मिलावट की पुष्टि की है।
TDP प्रवक्ता अनम वेंकट रमना रेड्डी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कथित लैब रिपोर्ट दिखाई, जिसमें घी के नमूने में “बीफ टैलो” मिलने की पुष्टि की गई है।
#WATCH | Nellore, Andhra Pradesh | TDP spokesperson Anam Venkata Ramana Reddy says, “CM N Chandrababu Naidu had stated yesterday that animal fat was used as one of the ingredients for the preparation of ghee which was supplied to Tirumala Tirupati Devasthanam. The lab reports of… pic.twitter.com/upajZ0C5O6
— ANI (@ANI) September 19, 2024
क्या है बीफ टैलो (What is Beef Tallow)
मुख्य विवाद बीफ टैलो के उपयोग को लेकर है। यह रंप रोस्ट, पसलियों और स्टेक जैसे बीफ के टुकड़ों से निकली चर्बी होती है।
इसे मांस से निकाले गए शुद्ध वसा को पिघलाकर भी बनाया जा सकता है, जो ठंडा होने पर एक लचीले पदार्थ में बदल जाता है।
नार्मल टेंपरेचर पर ये देखने में नरम मक्खन जैसा ही लगता है।
इसमें कुछ मात्रा में लार्ड भी मिला है. लार्ड सुअर के फैटी टिश्यू से निकाला गया सेमी सॉलिड व्हाइट फैट होता है।
लडडू के सैंपल में मिला मछली का तेल, सुअर की चर्बी औऱ बीफ टैलो
(Fish oil, beef tallow and lard found in the sample)
प्रयोगशाला रिपोर्ट में नमूनों में “लार्ड” (सूअर की चर्बी से संबंधित) और मछली के तेल की मौजूदगी का भी दावा किया गया है।
लड्डुओं की सैंपलिंग 9 जुलाई 2024 को की गई थी और प्रयोगशाला रिपोर्ट 16 जुलाई को सामने आई।
जांच के लिए बनाई गई समिति (Committee Formed To Investigate)
TTD ने प्रसादम की गुणवत्ता की जांच के लिए एक विशेषज्ञ समिति का गठन किया गया है।
इसमें डॉ बी सुरेंद्रनाथ, राष्ट्रीय डेयरी अनुसंधान संस्थान, विजयवाड़ा के पूर्व प्रधान वैज्ञानिक, भास्कर रेड्डी (डेयरी विशेषज्ञ), प्रोफेसर बी महादेवन (आईआईएम-बैंगलोर) और तेलंगाना पशु चिकित्सा विश्वविद्यालय से डॉ जी स्वर्णलता को टीम में शामिल किया गया।
जून में टीडीपी ने किए थे बदलाव
टीडीपी सरकार ने जून में वरिष्ठ आईएएस अधिकारी जे श्यामला राव को तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) का नया कार्यकारी अधिकारी नियुक्त किया था।
टीडीपी ही मंदिर परिसर का प्रबंधन करता है। तिरुपति में सुधार के लिए कई फैसले लिए गए।
इसमें लड्डू की कथित खराब गुणवत्ता, स्वाद और बनावट की जांच को लेकर भी आदेश दिया गया था।
#AndhraPradesh CM Accuses Former Government of Tirupati Laddu Scandal 🚨
Chandrababu Naidu alleges that the previous administration used animal fat and low-quality ingredients in preparing the famous Tirupati laddu #TirupatiLaddu #tirupatibalaji #ChandrababuNaidu pic.twitter.com/CEGewitQat— India Pulse (@_indiapulse) September 19, 2024
गरमाई राजनीति, किसने क्या कहा…
भाजपा विधायक, टी. राजा, तेलंगाना का बयान (Tirupati Controversy)
यह हमारी सांस्कृतिक और धार्मिक विरासत पर सीधा हमला है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए।
अब समय आ गया है कि हम एकजुट हों और अपनी पवित्र परंपराओं को कमजोर होने से बचाएं।
राम जन्मभूमि के मुख्य पुजारी, आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा
जांच से यह स्पष्ट है कि इसमें मछली का तेल मिलाया गया था।
यह एक साजिश है और सनातन धर्म पर हमला है। दोषी को सजा मिलनी चाहिए।
It has come to light that Beef Fat and Fish Oil are being used in the sacred #TirupatiLaddu prasadam under the governance of YSRCP in Andhra Pradesh.
This is a direct assault on our rich cultural and religious heritage, which cannot and should not be tolerated.
I strongly urge… pic.twitter.com/9WaAwuFR7F
— Raja Singh (@TigerRajaSingh) September 19, 2024
आंध्र प्रदेश के समाज कल्याण मंत्री डोला श्री बाला वीरंजनेय स्वामी ने कहा है कि अनियमितताओं की व्यापक जांच की जाएगी।
उन्होंने ‘अन्नदानम’ (मुफ्त भोजन) की गुणवत्ता से समझौता किया।
यहां तक कि घी के बजाय पशुओं की चर्बी का उपयोग करके पवित्र तिरुमाला लड्डू को भी दूषित कर दिया।
रसायन मिश्रित घी का इस्तेमाल (Use of ghee mixed with chemicals)
टीटीडी गवर्निंग काउंसिल के पूर्व सदस्य ने ओवी रमना ने इसे सही बताते हुए कहा कि लड्डू के लिए गुणवत्तापूर्ण गाय का घी पहले से ही कर्नाटक सरकार के एक दुग्ध सहकारी निकाय से खरीदा जा रहा था।
जबकि पूर्व कार्यकारी अधिकारी धर्मा रेड्डी ने अपनी पसंदीदा दिल्ली की एक कंपनी को घी की आपूर्ति का ठेका दे दिया, जो रसायन मिश्रित घी की आपूर्ति कर रही थी।
सीबीआई जांच हो
YSRPC अध्यक्ष की बहन वाईएस शर्मिला ने कहा कि तुरंत एक उच्च स्तरीय समिति का गठन करें या सीबीआई से जांच कराएं।
लड्डू प्रसादम तिरुपति के नामी श्री वेंकटेश्वर मंदिर में चढ़ाया जाता है और यह तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) द्वारा संचालित है।
जबकि, सीएएलएफ गुजरात के आनंद स्थित राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड में एक बहु-विषयक विश्लेषणात्मक प्रयोगशाला है।
मंदिर का पैसा लूटने की कोशिश
टीडीपी नेता पट्टाभि राम कोमारेड्डी ने दावा किया है कि 2019 से 2024 के बीच मुख्यमंत्री के रूप में जगन मोहन रेड्डी ने अपने चाचाओं को टीटीडी के अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया।
वाईवी सुब्बा रेड्डी और करुणाकर रेड्डी, दोनों जगन मोहन के करीबी परिवार के सदस्य हैं।
रेड्डी ने चाचाओं को बिठाकर मंदिर का पैसा लूटना शुरू कर दिया।
कड़ी कार्रवाई हो- विश्व हिंदू परिषद (Tirupati Laddu Controversy)
विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) ने गुरुवार को इसे गंभीर मामला बताते हुए इसमें शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
विहिप के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने कहा कि आंध्र की पिछली वाईएसआर सरकार के हिंदू विरोधी कृत्यों के बारे में हर कोई जानता है।
यह एक बहुत ही गंभीर मुद्दा है और इसे किसी और ने नहीं बल्कि आंध्र के मुख्यमंत्री नायडू ने उठाया है।
उन लोगों के ऊपर तुरंत कड़ी कार्रवाई करते हुए सजा दें, जिन्होंने तिरुपति के लड्डू प्रसादम में पशुओं की चर्बी का इस्तेमाल किया।
Tirupati Laddu Controversy: भाजपा ने दर्ज कराई शिकायत (BJP lodged a complaint)
तिरुपति लड्डू विवाद पर भाजपा नेता और टीटीडी बोर्ड के पूर्व सदस्य भानुप्रकाश रेड्डी कि हम बहुत दुखी हैं और हम इस मुद्दे की निंदा करते हैं।
हम जगन मोहन रेड्डी, टीटीडी के चेयरमैन भुमना करुणाकर रेड्डी, वाईवी सुब्बा रेड्डी और तत्कालीन कार्यकारी अधिकारी धर्म रेड्डी के खिलाफ शिकायत दर्ज करा रहे हैं।
अभी हम लड्डू प्रसाद बनाने के लिए शुद्ध गाय के घी का इस्तेमाल कर रहे हैं।
सीएम चंद्रबाबू नायडू ने लगाया था आरोप (CM Naidu had made the allegation)
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री और TDP सुप्रीमो एन चंद्रबाबू नायडू ने बुधवार को ही आरोप लगाया था कि पिछली YSRPC सरकार में तिरुपति लड्डू बनाने में पशुओं की चर्बी का इस्तेमाल किया गया था।
This is beyond shocking!
AP CM CBN claims that previous Jagan govt used Animal fat instead of Ghee for preparing Laddus in Tirumala -Tirupati Balaji temple…
This is what happens when you allow non Hindus to manage our temples…
pic.twitter.com/4MV8m440gh— Mr Sinha (@MrSinha_) September 19, 2024
Tirupati Laddu Controversy: टीटीडी के पूर्व अध्यक्ष वाईवी सुब्बा रेड्डी का बयान
इसके बाद आंध्र प्रदेश की राजनीति गरमा गई और YSRPC के वरिष्ठ नेता और टीटीडी के पूर्व अध्यक्ष वाईवी सुब्बा रेड्डी ने नायडू के आरोप को दुर्भावनापूर्ण बताया।
रेड्डी ने कहा कि टीडीपी सुप्रीमो राजनीतिक लाभ के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं।
दुनिया का सबसे अमीर मंदिर (The richest temple in the world)
तिरुपति मंदिर दुनिया के सबसे लोकप्रिय और अमीर धर्मस्थलों में से एक है।
यहां रोजाना करीब 70 हजार श्रद्धालु भगवान वेंकटेश्वर स्वामी के दर्शन करते हैं।
मंदिर का प्रशासन तिरुपति तिरुमाला देवस्थानम (TTD) संभालता है।
इसे दुनिया का सबसे अमीर मंदिर माना जाता है, जिसकी सलाना कमाई करीब 3000 करोड़ है।
इसमें से 1500 करोड़ रूपये मंदिर को दान में ही मिल जाते हैं।
रोजाना बनते हैं 3.50 लाख लड्डू (3.50 lakh laddus are made daily)
तिरुपति मंदिर के 300 साल पुराने किचन में रोजाना 3.50 लाख लड्डू बनते हैं।
यह मंदिर का मुख्य प्रसाद है, जिसे करीब 200 ब्राह्मण बनाते हैं।
लड्डू में शुद्ध बेसन, बूंदी, चीनी, काजू और शुद्ध घी होता है।
तिरुमाला ट्रस्ट हर साल प्रसादम से सालाना 500 करोड़ रुपए कमाता है।
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