Students Died To Electric Shock: धार। मध्य प्रदेश के धार जिले के रिंगनोद स्थित सीनियर बालक छात्रावास में बुधवार की सुबह दो छात्रों की करंट लगने से मौत हो गई।
बताया जा रहा है कि दोनों छात्र हॉस्टल में बनी पानी की टंकी की सफाई कर रहे थे।
इस दौरान ही अचानक उसमें करंट फैल गया।
आशंका जताई जा रही है कि पानी की टंकी के अंदर मोटर भी थी, जिसके कारण करंट फैला।
इस करंट की चपेट में आने के कारण 12वीं कक्षा में पढ़ने वाले आकाश और विकास की मौत हो गई।
Students Died To Electric Shock: यह है मामला –
जानकारी के मुताबिक रिंगनोद स्थित सीनियर बॉयज हॉस्टल में 12वीं कक्षा में पढ़ने वाले आकाश पिता संग्राम निवासी रंगपुराखेड़ा और विकास निवासी भिलखेड़ी सुबह करीब साढ़े 7 बजे पानी की टंकी की सफाई करने के लिए अंदर उतरे थे।
पानी की मोटर भी टंकी के अंदर रखी हुई थी।
इसके कारण अचानक करंट फैल गया, जिससे उनकी मौत हो गई।
घटना के बाद मौके पर टंकी के अंदर छात्रों की चप्पल पड़ी थी।
वहीं बताया जा रहा है कि पानी टंकी के पास बिजली तार बेतरतीब पड़े हुए थे जिनमें करंट दौड़ता रहता है।
घटना के बाद पानी की टंकी में लगी मोटर की केबल भी कटी हुई मिली थी।
Students Died To Electric Shock: अस्पताल ले जाने के दौरान हुई मौत –
छात्रों के मुताबिक, वे जब नाश्ता करने के लिए जा रहे थे तभी पानी भरने वाले काका ने उन्हें बताया कि दो स्टूडेंट्स पानी की टंकी में अंदर पड़े हुए हैं।
यह सुनते ही छात्रों ने तुरंत दौड़ लगाई और इलेक्ट्रिक वायर को तोड़ने के बाद दोनों छात्रों को बाहर निकाला।
एंबुलेंस से दोनों छात्रों को सरदारपुर अस्पताल भेजा गया जहां डॉक्टरों ने दोनों को ही मृत घोषित कर दिया।
Students Died To Electric Shock: विधायक और अधिकारी पहुंचे मौके पर –
घटना की जानकारी मिलते ही विधायक प्रताप ग्रेवाल, एसडीएम मेघा पवार, रिंगनोद पुलिस, जनजाति विभाग के आयुक्त, एसडीओपी रिंगनोद और धार एसपी ब्रजकांत शुक्ला मौके पर पहुंचे।
रिंगनोद चौकी प्रभारी जगदीश निनामा के मुताबिक, पानी की टंकी सफाई करते हुए दोनों छात्रों को करंट लगने से मौत हई है।
सरदारपुर अस्पताल में दोनों छात्रों का पोस्टमार्टम करवाया गया है और मामले को लेकर जांच की जा रही है।
दूसरी तरफ, हॉस्टल अधीक्षक बनसिंग कन्नौज का कहना है कि घटना के दौरान वे वहां मौजूद नहीं थे।
यह भी पढ़ें – समय पर मिल जाता इलाज तो बच जाती बुजुर्ग की जान, गांव से 10 किमी दूर है अस्पताल