भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कैबिनेट मंत्री विश्वास सारंग, भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी मोहम्मद सुलेमान और निशांत बरबड़े को मगरमच्छ बताते हुए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से पूछा है कि कथित नर्सिंग घोटाले में बड़े आरोपियों की गिरफ्तारी कब होगी।
मध्य प्रदेश नर्सिंग कॉलेज मान्यता घोटाले में शुक्रवार को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के निर्देश पर मध्य प्रदेश नर्सिंग काउंसिल की तत्कालीन रजिस्ट्रार सुनीता शिजू को बर्खास्त कर दिया गया था।
राज्य सरकार की इस कार्रवाई की सराहना करते हुए मध्य प्रदेश विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा कि मैं मुख्यमंत्री जी से पूछना चाहता हूं कि बड़े मगरमच्छों को क्यों छोड़ा जा रहा है।
मुख्यमंत्री@DrMohanYadav51 जी #नर्सिंग_कालेज_फर्जीवाड़े में मंत्री विश्वास सारंग, एसीएस सुलेमान, आईएएस निशांत बरबड़े पर कार्यवाही कब??
छोटी मछलियों को सीएम मोहन यादव कर रहे बर्खास्त@DrMohanYadav51 @BJP4MP @VishvasSarang @INCIndia @INCMP @RahulGandhi @priyankagandhi @kharge pic.twitter.com/AQTB3obntj
— Umang Singhar (@UmangSinghar) June 22, 2024
नेता प्रतिपक्ष ने तत्कालीन चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग, स्वास्थ्य विभाग के तत्कालीन अपर मुख्य सचिव मोहम्मद सुलेमान और निशांत बरबड़े को, मध्य प्रदेश नर्सिंग कॉलेज मान्यता घोटाले का भागीदार बताया है।
नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से अपील की है कि वह मध्य प्रदेश नर्सिंग कॉलेज मान्यता घोटाला के मुख्य आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करें।
बता दें कि, मध्य प्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र आयोजित होने वाला है और कांग्रेस पार्टी विधायक दल ने नर्सिंग कॉलेज घोटाला के कारण सरकार को घेरने की तैयारी की है।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने लिखा है कि अभी बड़े मगरमच्छ को पकड़ना बाकी है सीएम मोहन यादव जी नर्सिंग कॉलेज फर्जीवाड़े की परते खुलने लगी है।
मध्य प्रदेश नर्सिंग रजिस्ट्रेशन काउंसिल की तत्कालीन रजिस्ट्रार सुनीता शिजू को सरकार ने तत्काल प्रभाव से सेवा से बर्खास्त किया है।
इस घोटाले में नर्सिंग कॉलेजों को मान्यता देने की जांच में मिले तथ्यों में पाया गया कि उन्होंने भारी अनियमिताएं की है। जांच में सुनीता शिजू को अपने कार्यकाल में गंभीर कदाचरण का दोषी पाया गया।
सुनीता शिजू एक नर्स थी, पर उन्हें मप्र नर्सिंग रजिस्ट्रेशन काउंसिल का रजिस्ट्रार बना दिया गया था। इंतजार कीजिए..अभी ऐसे ही विकेट गिरने का सिलसिला जारी रहेगा।
अभी बड़े मगरमच्छ को पकड़ना बाकी है @DrMohanYadav51 जी#नर्सिंग_कालेज_फर्जीवाड़े की परते खुलने लगी है!!!#मप्र_नर्सिंग_रजिस्ट्रेशन_काउसिंल की तत्कालीन रजिस्ट्रार सुनीता शिजू को सरकार ने तत्काल प्रभाव से सेवा से बर्खास्त किया है।
इस घोटाले में नर्सिंग कॉलेजों को मान्यता देने की…
— Umang Singhar (@UmangSinghar) June 22, 2024
गौरतलब है कि मध्य प्रदेश में कथित नर्सिंग कॉलेज मान्यता घोटाला मामले पर मध्य प्रदेश की मोहन यादव सरकार ने नर्सिंग संस्थाओं की मान्यता जारी करने में अनियमितताओं को लेकर तत्कालीन रजिस्ट्रार सुनिता शिजू को बर्खास्त कर दिया है।
सुनिता शिजू 22 सितंबर 2021 से 24 सितंबर 2022 तक मध्य प्रदेश नर्सिंग रजिस्ट्रार के पद पर पदस्थ थी।
उनके कार्यकाल में 250 कॉलेजों को मान्यता दी गई थी। अब गांधी मेडिकल कॉलेज के डीन ने उन्हें बर्खास्त करने के आदेश जारी किए हैं।