Labourers Died in Mhow: महू। महू तहसील के समीप ग्राम चोरल में गुरुवार की देर रात एक निर्माणाधीन फार्म हाउस की छत गिर गई जिसमें 7 से 10 मजदूर दब गए।
महू के चोरल गांव में बन रहा यह फार्म हाउस चोरल मुख्य मार्ग से कुछ अंदर, मुक्तिधाम के नजदीक स्थित है।
निर्माणाधीन छत के मलबे में दबे मजदूरों में से अब तक पांच की मौत की पुष्टि हो चुकी है।
शुक्रवार सुबह जब ग्रामीणों को इस दुर्घटना का पता चला तो उन्होंने तुरंत सिमरोल पुलिस को इसकी जानकारी दी।
इंदौर कलेक्टर आशीष सिंह के मुताबिक, मलबे में 6 मजदूर दबे हैं जिनमें से एक शव निकाल लिया गया है।
दूसरी ओर मौके पर मौजूद ग्रामीण एसपी हितिका वासल के मुताबिक, अब तक 5 मजदूरों के शव निकाल लिए गए हैं।
आज सुबह प्रदेश में दो स्थानों से दुःखद घटनाओं की खबर से मन अत्यंत दुखी है।
पांढुर्णा जिले अंतर्गत भोपाल से हैदराबाद जा रही बस के नेशनल हाईवे से पलटने पर यात्रियों की असामयिक मौत होना और महू के चोरल ग्राम में निर्माणाधीन फार्म हाउस की छत गिरने से 5 मजदूरों की दुःखद मृत्यु होना…
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) August 23, 2024
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस घटना पर शोक जताते हुए मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये मुख्यमंत्री स्वेच्छा अनुदान से देने के निर्देश दिए हैं।
मृतक मजदूर के नाम पवन, हरिओम, रमेश, गोपाल, राजा निवासी राऊ हैं।
महू तहसील के अंतर्गत चोरल गांव में निर्माणाधीन मकान की छत गिरने से यहां कार्यरत कुछ मजदूरों के दबने की घटना हुई है। निर्माणाधीन मकान में कल स्लैब डाली गई थी एवं रात में यहां कार्यरत मजदूर उसी के नीचे सो गए थे। स्लैब गिरने से छह व्यक्तियों के दबे होने की सूचना है। दुर्घटना में अभी एक डेड बॉडी घटना स्थल से निकाली गई है। पुलिस और प्रशासन के अधिकारी वहां पहुंच गए हैं। राहत एवं बचाव कार्य सतत् जारी है। – आशीष सिंह, कलेक्टर
छत गिरने से पहले निर्माण स्थल पर ही मजदूरों ने अपने सोने की व्यवस्था की हुई थी, जो इस बात की तरफ इशारा करते हैं कि मजदूरों की सुरक्षा के लिए कोई वैकल्पिक और सुरक्षित व्यवस्था नहीं की गई थी।
गुरुवार रात हुई बारिश के कारण छत कमजोर हो गई और यह कच्ची छत मजदूरों पर आ गिरी जिससे यह दर्दनाक हादसा हुआ।
मलबे में दबे मजदूरों को बाहर निकालने के लिए मौके पर तीन जेसीबी और एक पोकलेन मशीन की मदद ली जा रही है।
स्थानीय पटवारी प्रकाश सोनी के मुताबिक, यह फार्म हाउस ममता पति कन्हैया लाल और अनाया पति भरत डेमला के नाम पर दर्ज है।
Labourers Died in Mhow: विंध्याचल की वादियों में लगातार बन रहे हैं फार्म हाउस –
बता दें कि यह इलाका विंध्याचल पर्वत की प्राकृतिक वादियों में स्थित होने के कारण फार्म हाउस बनाने के लिए आकर्षण का केंद्र हो गया है।
लोग यहां बड़े पैमाने पर निजी और व्यावसायिक फार्म हाउस बना रहे हैं।
जिस स्थान पर यह दुर्घटना हुई, वहां चल रहा निर्माण कार्य भी बड़े पैमाने पर हो रहा था, जिससे अनुमान लगाया जा सकता है कि यह काफी बड़ी परियोजना थी।
फार्म हाउस बनाने के लिए किसी विशेष अनुमति की जरूरत नहीं होने के कारण प्रशासन और पुलिस को कई बार यह जानकारी नहीं होती कि इलाके में कितने फार्म हाउस बनाए जा रहे हैं और वे किस तरह से संचालित हो रहे हैं।
सुरक्षा को लेकर उठे सवाल –
इस घटना ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा किया है कि निर्माण स्थलों पर काम करने वाले मजदूरों की सुरक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं या नहीं।
दुर्घटनास्थल की स्थिति देखकर मजदूरों की सुरक्षा और अधिकारों की अनदेखी को साफ देखा जा सकता है, जो कि एक गंभीर चिंता का विषय है।