Mirzapur train accident: उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले के चुनार रेलवे स्टेशन पर बुधवार सुबह एक दर्दनाक रेल हादसा हो गया, जिसमें 6 महिला यात्रियों की मौत हो गई।
ये सभी यात्री कार्तिक पूर्णिमा के पावन अवसर पर गंगा स्नान करने जा रहे थे।
हादसा तब हुआ जब वे रेलवे ट्रैक पार कर रहे थे और उसी समय गुजर रही कालका मेल एक्सप्रेस की चपेट में आ गए।
घटना इतनी भीषण थी कि मृतकों के शरीर के अंग ट्रैक पर करीब 50 मीटर तक बिखरे पाए गए।
यह देश के अंदर अगले 24 घंटों में हुआ दूसरा बड़ा रेल हादसा है।
इससे पहले, छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में एक मेमो ट्रेन के मालगाड़ी से टकरा जाने से 11 लोगों की मौत हो गई थी।

मुआवजे की घोषणा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया और मृतकों के परिवारों को 2-2 लाख रुपये की तत्काल आर्थिक सहायता देने की घोषणा की।
उन्होंने अधिकारियों को मौके पर पहुंचकर राहत और बचाव कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए।
Uttar Pradesh | Chief Minister Yogi Adityanath took cognisance of the accident at Chunar Railway Station in Mirzapur district. CM Yogi expressed condolences to the bereaved families of the deceased. The Chief Minister directed officials to immediately reach the spot and expedite…
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) November 5, 2025
कैसे हुआ भीषण हादसा?
बुधवार सुबह लगभग 9:30 बजे चोपन से आने वाली एक पैसेंजर ट्रेन चुनार रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर 4 पर रुकी।
ट्रेन से उतरे श्रद्धालुओं का एक समूह गंगा घाट की ओर जल्दी पहुंचने के लिए पैदल ही ट्रैक पार करने लगा।
चूंकि स्टेशन पर कार्तिक पूर्णिमा के कारण भारी भीड़ थी, कुछ यात्री गलत दिशा से, यानी सीधे ट्रैक पर उतरकर, प्लेटफॉर्म नंबर 3 की ओर बढ़े।
उसी समय, प्लेटफॉर्म नंबर 3 के रास्ते से कालका मेल एक्सप्रेस तेज रफ्तार से गुजरनी थी।
मिर्जापुर : चुनार रेलवे स्टेशन पर बड़ा हादसा
⏩ ट्रेन से कटकर आधा दर्जन लोगों की मौत
⏩ कालका हावड़ा ट्रेन की चपेट में आए लोग#trainaccident #Mirzapur pic.twitter.com/T3XQzdWzKT— MP Breaking News (@mpbreakingnews) November 5, 2025
ट्रैक पर लाशें और शरीर के अंग बिखरे
चुनार में इस ट्रेन का कोई स्टॉपेज नहीं है, इसलिए इसकी गति 60 किलोमीटर प्रति घंटे से अधिक थी।
अचानक ट्रेन को आता देख यात्री घबरा गए।
पुरुष तेजी से दौड़कर प्लेटफॉर्म पर चढ़ने में सफल रहे, लेकिन महिलाएं ऐसा नहीं कर पाईं और ट्रेन की सीधी चपेट में आ गईं।
ट्रेन के गुजरते ही ट्रैक पर लाशें और शरीर के अंग बिखरे पड़े थे।
मीरजापुर के चुनार रेलवे स्टेशन पर कालका एक्सप्रेस ने 7-8 श्रद्धालुओं को कुचल दिया. कार्तिक पूर्णिमा स्नान के लिए गंगा घाट जा रहे थे, लाइन पार करते समय चपेट में आए. मौके पर ही मौत.#चुनारहादसा #ट्रेनदुर्घटना #मीरजापुर pic.twitter.com/egyi6fWB62
— Ansh Raj Shankar (@AnshRajShankar) November 5, 2025
कौन थीं मृतक? पूरा गांव शोक में डूबा
रेलवे पुलिस (जीआरपी) द्वारा पुष्टि किए गए सभी छह मृतक महिलाएं हैं।
इनमें मिर्जापुर जिले के राजगढ़ थाना क्षेत्र के खमरिया गांव की पांच और सोनभद्र जिले की एक महिला शामिल हैं।
खमरिया गांव से ही 15 से अधिक श्रद्धालु इस यात्रा पर निकले थे।
पांच लोगों की एक साथ मौत की खबर से पूरा गांव सदमे और शोक में डूब गया है।
आज चुनार रेलवे स्टेशन,मिर्जापुर में ट्रेन से हुए दुर्घटना स्थल का जायजा लिया एवं दुर्घटना से प्रभावित परिवारों से भेंट कर अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की।
साथ ही मौके पर मौजूद आला अधिकारियों से पिडित परिवारों को सहायता प्रदान करने हेतु निर्देशित किया।@CMOfficeUP @BJP4UP pic.twitter.com/YxvtxqEM8b
— संजीव सिंह गोंड़ (@Sanjeevgondbjp) November 5, 2025
मृतकों की पहचान इस प्रकार है:
- सविता (28) – पति राजकुमार
- साधना (15) – पिता विजय शंकर
- शिवकुमारी (17) – पिता विजय शंकर (साधना और शिवकुमारी सगी बहनें हैं)
- अंजू देवी (20) – पिता श्यामा प्रसाद
- सुशीला देवी (60)
- कलावती देवी (50) – सोनभद्र निवासी, पति जनार्दन यादव

जांच का ऐलान
हादसे की खबर मिलते ही प्रशासनिक और राजनीतिक स्तर पर फौरन प्रतिक्रिया हुई।
यूपी सरकार के मंत्री संजीव गौड़ और जिला मजिस्ट्रेट पवन गंगवार मौके पर पहुंचे।
उन्होंने मृतकों के परिजनों से संवाद किया और हर संभव मदद का आश्वासन दिया।
प्लेटफॉर्म पर सुरक्षा इंतजामों को लेकर सवाल उठने पर मंत्री गौड़ ने कहा कि यह जांच का विषय है।
वहीं, जीआरपी के एसपी प्रशांत वर्मा ने बताया कि पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगी थी, लेकिन कुछ यात्री विपरीत दिशा से उतर गए थे। यदि किसी की लापरवाही पाई जाती है तो कार्रवाई की जाएगी।
मिर्जापुर : चुनार रेलवे स्टेशन पर बड़े हादसे का मामला
➡ट्रेन से कटकर 6 महिलाओं की दर्दनाक मौत
➡कालका हावड़ा मेल से कटकर सभी की मौत
➡घटना के बाद मौके पर पहुंचे आलाधिकारी
➡चोपन इलाहाबाद ट्रेन का अचानक बदला प्लेटफार्म
➡5 नंबर की जगह 4 नंबर पर ट्रेन लगाई गई
➡प्लेटफार्म बदलने… pic.twitter.com/vww70Hjfpj— भारत समाचार | Bharat Samachar (@bstvlive) November 5, 2025
क्या सवाल खड़े कर रही है यह त्रासदी?
यह दुर्घटना कुछ गंभीर सवालों को जन्म देती है:
- सुरक्षा इंतजाम: चूंकि कार्तिक पूर्णिमा जैसे बड़े धार्मिक अवसर पर स्टेशन पर भीड़ की आशंका पहले से होती है, क्या रेलवे और पुलिस प्रशासन ने पर्याप्त और प्रभावी क्रोव्ड मैनेजमेंट प्लान नहीं बनाया था?
- ट्रेन की गति: भीड़भाड़ वाले स्टेशन से गुजरने वाली ऐसी ट्रेनें, जिनका वहां स्टॉपेज नहीं है, क्या उनकी गति को अस्थायी रूप से कम करने के निर्देश होते हैं? क्या इस पर विचार नहीं किया गया?
- जनजागरूकता: यात्रियों को ट्रैक पार न करने की हिदायत देने और उन्हें सही रास्ता दिखाने के लिए पर्याप्त साइनबोर्ड और स्टाफ की ड्यूटी थी या नहीं?
उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर में बड़ा हादसा हुआ है चुनार रेलवे स्टेशन पर #कार्तिक_पूर्णिमा के अवसर पर गंगा स्नान के लिए जा रहे लोग पैसेंजर ट्रेन से प्लेटफार्म पर न उतरकर ट्रक पर उतरे, पीछे से आ रही कालका – हावड़ा ट्रेन की चपेट आने से 8 लोग कटे, 6 की मौके पर मौत।
रेलवे द्वारा बार… pic.twitter.com/y0WYvwwoFv
— Barabanki News (@BBKNews) November 5, 2025
टाली जा सकती थी दुर्घटना
मिर्जापुर की यह रेल दुर्घटना सामूहिक लापरवाही और व्यवस्था में खामी का एक बड़ा उदाहरण है।
यह घटना एक चेतावनी है कि सार्वजनिक सुरक्षा और यातायात प्रबंधन के मामले में कोई कोताही बर्दाश्त नहीं की जा सकती।
आवश्यकता इस बात की है कि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए सख्त नीतिगत और व्यवहारिक बदलाव किए जाएं।


