Illegal Immigrants Deportation: अमेरिका ने 104 अवैध अप्रवासी भारतीयों को 5 फरवरी को भारत वापस भेजा है।
सभी को US मिलिट्री के C-17 प्लेन से अमृतसर भेजा गया।
जो लोग लौटे है वो अब अमेरिका समेत 20 देशों में कभी नहीं जा पाएंगे।
इसके अलावा भारत में इन लोगों पर केस भी हो सकता है।
हाथों में हथकड़ी-पैरों में चेन, ऐसे लौटे भारतीय
अमेरिका से वापस लौटे 104 अवैध अप्रवासी भारतीयों का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
जिसमें भारतीय नागरिकों के हाथ बेड़ियों में जकड़े हैं और पैरों में चेन बांधी दिख रही है।
40 घंटे का सफर सभी लोगों ने इसी हालत में तय किया।
अमेरिका ने जिन अवैध प्रवासी भारतीयों को भेजा है, उनमें से पंजाब से 31, हरियाणा से 30, गुजरात से 27, उत्तर प्रदेश से 3, महाराष्ट्र से 4 और चंडीगढ़ से दो लोग है।
इन 104 अवैध प्रवासी में से 48 की उम्र 25 साल से कम है। 13 नाबालिग शामिल हैं, जिनमें 4 साल का बच्चा भी है।
अमेरिकी इमिग्रेशन एंड कस्टम इन्फोर्समेंट के अनुसार 19 हजार अवैध प्रवासी भारतीय डिपोर्ट होंगे।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ये कार्रवाई ऐसे समय की है, जब भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 12 फरवरी को दो दिन की यात्रा पर अमेरिका जाने वाले हैं।
जानकारी के मुताबिक 13 फरवरी को पीएम की ट्रंप के साथ वार्ता प्रस्तावित है।
अवैध अप्रवासियों को क्यों निकाल रहे हैं ट्रंप
डोनाल्ड ट्रंप ने 20 जनवरी को राष्ट्रपति पद की शपथ ली थी।
इसके 11 दिन में ही 25 हजार से ज्यादा अवैध प्रवासियों को हिरासत में लिया गया।
डोनाल्ड ट्रंप ने अपने दूसरे कार्यकाल के पहले कानून ‘लैकेन रिले एक्ट’ पर साइन किया था।
इसके तहत उन्होंने अवैध अप्रवासियों की एंट्री बैन कर उन्हें पकड़ कर बॉर्डर पर छोड़ने की पॉलिसी का ऐलान किया था।
ट्रंप का मानना है कि दूसरे देशों से लोग अमेरिका में अवैध तरीके से घुसकर अपराध करते हैं।
यहां नौकरियों के बड़े हिस्से पर अप्रवासियों का कब्जा है, इससे अमेरिकी लोगों को नौकरी नहीं मिलती। ए
क रिपोर्ट के मुताबिक 1990 में अमेरिका में जहां 2.33 करोड़ प्रवासी थे, वहीं 2017 में यह आंकड़ा 4.98 करोड़ पर पहुंच गया।
यानी अमेरिका में प्रवासियों की संख्या 110 फीसदी बढ़ी।
वहीं, साल 2023 के डेटा के मुताबिक अभी ये घटकर 4.78 करोड़ हैं।
साल 2023 तक अमेरिका में करीब 7 लाख से ज्यादा अवैध प्रवासी भारतीय हैं।
यह मेक्सिको और अल साल्वाडोर के बाद सबसे ज्यादा है।
अमेरिका में अवैध प्रवासियों से डील करने वाली सरकारी संस्था (ICE) के मुताबिक पिछले 3 सालों में अवैध रूप से घुसने की कोशिश में औसतन 90 हजार भारतीय नागरिकों को पकड़ा है।
इन अप्रवासियों का एक बड़ा हिस्सा पंजाब, गुजरात और आंध्र प्रदेश से आ रहा है।
अमेरिका से जबरन भेजे भारतीयों का क्या होगा
लाखों – करोड़ रुपये खर्च कर भारतीय नागरिक डंकी रूट के जरिए अमेरिका गए थे।
इसके लिए किसी ने अपनी जमीन बेची थी तो किसी ने अपना घर।
लेकिन, सीमा पार करते ही पुलिस ने सभी को हिरासत में ले लिया और इसके बाद अमेरिकी सरकार ने सभी को नई इमिग्रेशन नीति के तहत जबरन डिपोर्ट कर दिया।
इन सभी लोगों के बायोमीट्रिक स्कैन लिए गए हैं। भविष्य में अगर ये वैध दस्तावेज पर भी अमेरिका जाने का प्रयास करेंगे, तो इन्हें वीजा नहीं मिलेगा।
इसके अलावा ये लोग कनाडा, न्यूजीलैंड, ऑस्ट्रेलिया, ब्रिटेन समेत 20 अन्य देशों में भी नहीं जा पाएंगे, क्योंकि अमेरिका की वीजा नीति करीब 20 देश फॉलो करते हैं।
इसके अलावा भारतीय पुलिस जांच करेगी कि ये अवैध प्रवासी अमेरिका में कैसे पहुंचे।
इनमें कुछ ऐसे हो सकते हैं जो टूरिस्ट वीसा लेकर अमेरिका गए और अवैध रूप से वहीं रहने लगे।
इन पर भारत में कोई केस नहीं होगा, क्योंकि उन्होंने अपराध अमेरिका की जमीन पर किया है, भारत की जमीन पर नहीं।
वहीं, पुलिस यह भी जांच करेगी कि क्या ये भारत में कोई अपराध करके अमेरिका भागे थे या फिर किसी मानव तस्करी गिरोह की मदद से अमेरिका पहुंचे थे।
ऐसे मामलों में उन पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
हर केस की धाराओं और मुकदमे के प्रकार पर निर्भर है, इसके तहत 1 से 7 साल तक सजा और जुर्माना संभव है।
इसके अलावा भारत सरकार का गृह मंत्रालय डंकी रूट चला रहे गिरोह पर सख्त एक्शन की तैयारी करने में जुटा है।