Uttarkashi Cloud Burst: मंगलवार दोपहर 1:45 बजे उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के धराली इलाके में बादल फटने से भारी तबाही हुई।
नदी में अचानक बाढ़ आ गई, जिससे खीर गंगा गांव पूरी तरह बह गया, जबकि धराली बाजार मलबे में तब्दील हो गया।
उत्तरकाशी के डीएम प्रशांत आर्या ने बताया कि अब तक 4 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 50 से अधिक लोग लापता हैं।
बाढ़ और मलबे की चपेट कई घर आ गए हैं। जबकि कई लोगों के मलबे में दबे होने की खबर है।
धरावी गांव देहरादून से 218 किमी दूर है। घटना के कई वीडियो और फोटोज सामने आए हैं।
रेस्क्यू टीम SDRF, NDRF के साथ आर्मी भी मौके पर पहुंच गई है।

पीएम मोदी ने किया ट्वीट
धराली के हादसे को लेकर पीएम मोदी ने उत्तराखंड सीएम पुष्कर सिंह धामी से बात की है। उन्होंने X पर लिखा
उत्तरकाशी के धराली में हुई इस त्रासदी से प्रभावित लोगों के प्रति मैं अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं। मुख्यमंत्री पुष्कर धामी जी से बात कर मैंने हालात की जानकारी ली है। राज्य सरकार की निगरानी में राहत और बचाव की टीमें हरसंभव प्रयास में जुटी हैं।

क्या हुआ धराली गांव में?
- बादल फटने से अचानक बाढ़: खीर गंगा नदी के ऊपरी इलाके में बादल फटा, जिससे पानी और मलबे का भयंकर सैलाब नीचे आया।
- होटल और मकान बह गए: नदी किनारे बने 20-25 होटल और होमस्टे पूरी तरह तबाह हो गए। धराली बाजार में भारी नुकसान हुआ।
- प्राचीन मंदिर भी खतरे में: कल्प केदार मंदिर के मलबे में दबने की खबर है, जो खीर गंगा के किनारे स्थित है।
- लोगों की चीख-पुकार: वीडियो में देखा गया कि कैसे लोगों ने अचानक आए पानी के सैलाब को देखकर चीखना शुरू कर दिया।
- घटना के वीडियो में देखा जा सकता है कि पहाड़ से सिर्फ 34 सेकंड में पानी और मलबे का भयानक सैलाब आया, जिसने कई घरों और होटलों को बहा दिया।
उत्तरकाशी के धराली गांव में बादल फटने से भारी तबाही, सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो #Uttarakhand #Uttarkashi #cloudburst #Dharali #Viralvideo #BreakingNews pic.twitter.com/MSZuJk1znb
— Chautha Khambha (@chauthakhamba) August 5, 2025
राहत और बचाव अभियान जारी
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एनडीआरएफ-एसडीआरएफ की टीमें पहुंचीं: आर्मी, पुलिस और स्टेट डिजास्टर रेस्पॉन्स फोर्स (SDRF) की टीमें मलबे में फंसे लोगों को बचाने में लगी हैं।
भारतीय सेना ग्राउंड ज़ीरो पर डटी हुई है…उत्तरकाशी में राहत और बचाव कार्य जारी।
जनसेवा और साहस का प्रतीक है हमारी सेना।
जय हिंद। 🇮🇳🙏#Uttarkashi #Dharali #Uttarakhand pic.twitter.com/yvXCgskpL0— Reetesh Maheshwari (@Reetesh777) August 5, 2025
2 एमआई और 1 चिनूक हेलिकॉप्टर की मांग की गई है ताकि जल्द से जलख राहत पहुंचाई जा सके।
A 16-member team from Indo-Tibetan Border Force (ITBP) has arrived at the cloudburst site in Uttarkashi to assist in rescue operations: ITBP https://t.co/kNFv7XQZgk
— ANI (@ANI) August 5, 2025
सीएम धामी ने जताया दुख
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ट्विटर पर लिखा कि घटना “अत्यंत दुखद” है और सभी एजेंसियां राहत कार्य में जुटी हैं।
धराली (उत्तरकाशी) के प्रभावित क्षेत्रों में जिला प्रशासन, भारतीय सेना, NDRF एवं SDRF की टीमें राहत और बचाव कार्यों में जुटी हुई हैं। प्राथमिकता के आधार पर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है और स्थिति पर लगातार निगरानी रखी जा रही है। प्रशासन पूरी तरह सतर्क है और… pic.twitter.com/EV2ykxQ0bA
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) August 5, 2025
उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और बिहार में बारिश का कहर जारी
उत्तराखंड के साथ-साथ उत्तर प्रदेश और बिहार में भी भारी बारिश से हालात बिगड़े हुए हैं।
उत्तर प्रदेश में बाढ़ से 16 मौतें
- 402 गांव प्रभावित: प्रयागराज, वाराणसी समेत 17 जिलों में बाढ़ से हालात खराब हैं।
- 343 मकान ढह गए: बारिश के कारण 300 से अधिक घर गिर चुके हैं।
- स्कूल बंद: 11 जिलों में 5-7 अगस्त तक स्कूल बंद रखने का आदेश दिया गया है।
बिहार में 38 साल का रिकॉर्ड टूटा
- पूर्णिया में 270mm बारिश: 1987 के बाद सबसे अधिक बारिश दर्ज की गई।
- कई जिलों में गांव डूबे: मुंगेर, बक्सर, पटना और भोजपुर में सैकड़ों गांवों में पानी भर गया है।
हिमाचल प्रदेश में भी बारिश से अफरातफरी
- 310 सड़कें बंद: तेज बारिश के कारण कई हाईवे और ग्रामीण रास्ते बंद हो गए हैं।
- शिमला में भूस्खलन: 3 घर मलबे में दब गए, लेकिन लोग पहले ही सुरक्षित निकल चुके थे।
- चंडीगढ़-मनाली हाईवे बंद: भारी बारिश के बाद यातायात रोक दिया गया है।
मध्य प्रदेश में बाढ़ से अब तक 275 मौतें
मध्यप्रदेश की बात करें तो बाढ़ के दौरान हुए हादसों में 275 लोगों की जान जा चुकी है।
मानसून की आमद के बाद से जून और जुलाई के ये आंकड़े सरकार ने खुद विधानसभा में बताए हैं।
बारिश के चलते ग्रामीण सड़क विकास प्राधिकरण (RRDA) की 254 से अधिक सड़कें और पुल क्षतिग्रस्त हुए हैं।
293 मकान पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए जबकि 3 हजार 687 मकानों में आंशिक नुकसान हुआ है।
कुल 3980 मकानों को नुकसान पहुंचा है।
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A massive mudslide struck #Dharali village in the #KheerGad area near Harsil (#uttarkashi) on 1345 Hrs, 06 Aug 2025, triggering a sudden rush of debris and water through the settlement.
Troops of… pic.twitter.com/8AvTXoZsVl— Raksha Samachar | रक्षा समाचार (@RakshaSamachar) August 5, 2025
क्या है बादल फटने की वजह?
उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में बारिश के दौरान बादल फटना एक बड़ी समस्या है।
मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक, उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में लगातार हो रही भारी बारिश के कारण बादल फटने की घटनाएं बढ़ रही हैं।
अचानक पानी का तेज बहाव मिट्टी और पत्थरों को साथ लाता है, जिससे भूस्खलन और फ्लैश फ्लड होता है।
इस बार भी यही हुआ, जिससे बड़ी संख्या में लोगों को जान-माल का नुकसान हुआ।



आईएमडी ने अगले 24 घंटे में और अधिक बारिश की चेतावनी जारी की है।
सरकारी एजेंसियां राहत कार्य में जुटी हैं, लेकिन मौसम के खराब होने के कारण स्थिति चिंताजनक बनी हुई है।
सरकार ने मृतकों के परिवार को मुआवजा देने का ऐलान किया है, लेकिन सबसे बड़ी चिंता लापता लोगों को बचाने की है।
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