Delhi New CM Atishi Marlena: 17 सितंबर को आतिशी सिंह मार्लेना दिल्ली की नई सीएम बन चुकी हैं।
अरविंद केजरीवाल के आवास पर हुई विधायक दल की बैठक में आतिशी के नाम पर सभी आप नेताओं ने मुहर लगाई।
कालकाजी विधानसभा सीट से विधायक आतिशी केजरीवाल की कैबिनेट में शामिल थीं।
उनके पास एजुकेशन, पीडब्ल्यूडी जैसे 13 अहम विभाग थे।
आइए जानते हैं आतिशी के बारे में सब कुछ…
सबसे कम उम्र की सीएम Youngest CM
43 साल की आतिशी देश की सबसे कम उम्र की मुख्यमंत्री हैं।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की उम्र 49 साल है तो पंजाब के सीएम भगवंत सिंह मान 50 साल के हैं।
वहीं उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ की उम्र 52 साल है।
दिल्ली की तीसरी महिला सीएम (Delhi’s third woman CM)
आतिशी बतौर सीएम दिल्ली की तीसरी महिला मुख्यमंत्री होंगी।
उनके पहले पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और शीला दीक्षित दिल्ली की सीएम रह चुकी हैं।
मौजूदा समय में ममता बनर्जी के बाद वो देश की दूसरी महिला मुख्यमंत्री हैं।
केजरीवाल की करीबी हैं आतिशी (Atishi is close to Kejriwal)
आतिशी को केजरीवाल का सबसे भरोसेमंद माना जाता है।
केजरीवाल जब जेल में थे तो आतिशी ने ही आप पार्टी का सारा काम संभाला हुआ था।
कौन हैं दिल्ली की नई सीएम आतिशी (Who is Delhi’s new CM Atishi?)
आतिशी का जन्म 8 जून 1981 को हुआ। उनके माता-पिता दोनों दिल्ली यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर रह चुके हैं।
उनके पिता का नाम विजय सिंह और मां का नाम तृप्ता सिंह है।
आतिशी मार्लेना नाम की कहानी (story of the name atishi marlena)
आतिश पहले अपना पूरा नाम ‘आतिशी मार्लेना’ लिखा करती थीं। इस नाम के पीछे की कहानी भी काफी दिलचस्प कहानी है।
दरअसल उनके पिता मार्क्स और लेनिन से प्रभावित थे और दोनों को मिलाकर उन्होंने अपनी बेटी के नाम के साथ ‘मार्लेना’ जोड़ा था।
क्यों हटाया ‘मार्लेना’ सरनेम
आतिशी ने साल 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले अपने नाम से मार्लेना हटा लिया, ताकि लोगों को ये न लगे कि वो ईसाई है और विपक्षी पार्टियां इस बात का मुद्दा बनाएं।
ऑक्सफोर्ड से किया मास्टर्स (Atishi Marlena Education)
आतिशी की शुरुआती पढ़ाई-लिखाई दिल्ली के स्प्रिंगडेल स्कूल से हुई।
इसके बाद उन्होंने सेंट स्टीफन्स कॉलेज से मास्टर्स की डिग्री हासिल की।
फिर Chevening scholarship पर ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी चली गईं और वहां से मास्टर्स की दूसरी डिग्री हासिल की।
राजनीति में एंट्री? (Atishi Marlena Political Career)
आतिशी आम आदमी पार्टी की स्थापना के साथ ही इसके साथ जुड़ी हैं।
साल 2013 में जब पार्टी ने अपना मेनिफेस्टो ड्राफ्ट करने के लिए कमेटी बनाई तो आतिशी को भी उसमें जगह मिली।
आतिशी साल 2015 से 2018 तक दिल्ली के डिप्टी सीएम और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया के सलाहकार के तौर पर काम किया और बाद में एक्टिव पॉलिटिक्स में उतरी।
कालकाजी से विधायक आतिशी आम आदमी पार्टी की पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी यानी पीएसी की मेंबर भी हैं।
वह साल 2019 के लोकसभा चुनाव में भी उतरीं लेकिन बीजेपी के नेता गौतम गंभीर से हार का सामना करना पड़ा।
कौन हैं आतिशी के पति (Who is Atishi Marlena Husband)
पंजाबी राजपूत परिवार से ताल्लुक रखने वालीं आतिशी के पति का नाम प्रवीण सिंह है।
प्रवीण एक रिसर्चर और एजुकेटर हैं. वह सद्भावना इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक पॉलिसी जैसे संस्थानों के साथ जुड़े हुए हैं।
प्रवीण सिंह आईआईटी दिल्ली से पढ़े हैं और फिर आईआईएम अहमदाबाद से भी पढ़ाई की है।
उन्होंने करीब 8 साल तक कॉर्पोरेट सेक्टर में काम किया।
भारत और अमेरिका की कंसल्टेंसी फर्म्स में भी काम किया। इसके बाद सोशल सर्विस में उतर गए।
वह सार्वजनिक तौर पर बहुत कम ही नजर आते हैं।
आतिशी के पास कितनी संपत्ति? (Atishi Marlena Net Worth)
साल 2019 में लोकसभा चुनाव के दौरान आतिशी ने जो चुनावी हलफनामा दिया था उसके मुताबिक उनके पास 1 करोड़ 41 लाख रुपये की चल और अचल संपत्ति है.
जिसमें उनके पति की आय भी शामिल है
उन्होंने तमाम फाइनेंशियल फर्म्स में पैसे डिपॉजिट कर रखे हैं.
एफडी भी ली है.आतिशी ने 2019 में बताया था कि उनके पास कार और ज्वेलरी जैसी कोई संपत्ति नहीं है.
मंत्री बनने के बाद कई बड़े फैसले लिए
शिक्षा मंत्री बनने के बाद आतिशी ने दिल्ली की शिक्षा व्यवस्था में महत्वपूर्ण सुधार किए हैं।
आतिशी वर्तमान में दिल्ली सरकार में शिक्षा, पीडब्ल्यूडी, संस्कृति और पर्यटन मंत्री के रूप में कार्यरत हैं।
मध्य प्रदेश के गांव में बिताए 7 साल
आतिशी ने मध्य प्रदेश के एक छोटे से गांव में सात साल बिताए हैं, जहां वह जैविक खेती और प्रोग्रेसिव एजुकेशन सिस्टम से जुड़ी रहीं।
उन्होंने वहां कई गैर-लाभकारी संगठनों के साथ काम किया, जहां आम आदमी पार्टी के सदस्यों से उनकी मुलाकात हुई।
2015 में वो मध्य प्रदेश के खंडवा जिले में जल सत्याग्रह से जुड़ी और ऐतिहासिक विरोध प्रदर्शनों के दौरान अभियान का नेतृत्व करने वाले आप नेता और कार्यकर्ता आलोक अग्रवाल का समर्थन किया।