Bilawal Bhutto On Indus Water Treaty: भारत के सिंधु जल समझौता रद्द करने के बाद पाकिस्तान में खलबली मच गई है।
पाकिस्तानी लीडर उल्टे-सीधे बयान देकर भारत को डराने की कोशिश कर रहे हैं।
इसी कड़ी में पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो ने शुक्रवार 25 अप्रैल को भारत के खिलाफ भड़काऊ भाषण दिया है।
इस भाषण का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा जिसमें बिलावल कह रहे हैं कि सिंधु हमारा है और हमारा ही रहेगा।
‘सिंधु नदी में या तो हमारा पानी बहेगा, या फिर उनका खून बहेगा’
बिलावल भुट्टों ने शुक्रवार को एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि सिंधु नदी में या तो हमारा पानी बहेगा, या फिर उनका खून बहेगा।
सिंधु दरिया हमारा है और हमारा ही रहेगा।
भुट्टो ने आगे कहा कि ऐसा नहीं हो सकता कि आप एक झटके में सिंधु जल समझौता को तोड़ दें।
हम इसे नहीं मानते हैं। हमारी अवाम इसे नहीं मानती। हजारों साल से हम इस नदी के वारिस हैं।
“دریائے سندھ ہمارا ہے اور ہمارا ہی رہے گا، اِس دریا سے ہمارا پانی بہے گا یا اُن کا خون بہے گا۔@BBhuttoZardari
#ThanksBBZ pic.twitter.com/LfNVVW9TnT— PPP (@MediaCellPPP) April 25, 2025
मोदी सरकार पर लगाया आरोप
भुट्टों ने इस भाषण में कहा कि मोदी सरकार अपनी कमजोरियों को छिपाने और जनता को गुमराह करने के लिए पाकिस्तान पर झूठे आरोप लगाकर सिंधु जल संधि को एकतरफा तरीके से निलंबित कर रही है।
भुट्टो ने सुक्कुर में सिंधु नदी के किनारे खड़े होकर भारत को स्पष्ट संदेश दिया है।
दरिया पर डाका मंज़ूर नहीं
बिलावल ने सिंधु नदी को पाकिस्तान की सांझी धरोहर बताते हुए देशवासियों से एकजुटता की अपील की.
उन्होंने कहा कि हर पाकिस्तानी को सिंधु का संदेश लेकर दुनिया के सामने आना चाहिए,
यह दर्शाते हुए कि हमारे दरिया पर किसी भी प्रकार का हमला स्वीकार नहीं किया जाएगा.
दुश्मन की नजरें हमारे जल संसाधनों पर हैं, इसलिए पूरे देश को मिलकर इसका प्रभावी जवाब देना होगा.

‘हर मंसूबे का करारा जवाब देंगे’
बिलावल ने चारों प्रांतों की एकता पर जोर देते हुए कहा कि ये चार सूबे एक-दूसरे के भाई की तरह हैं।
उन्होंने चेतावनी दी कि ये सभी मिलकर भारत के हर प्रयास का मजबूती से सामना करेंगे।
हमारी सीमाओं पर तैनात सेना हर हमले का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए तत्पर है।
भारत की आबादी ज्यादा पर पाकिस्तानी साहसी
भुट्टो, पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के प्रमुख, ने कहा कि भले ही भारत की जनसंख्या हमसे अधिक हो, लेकिन पाकिस्तान के लोग साहसी हैं.
उन्होंने यह स्पष्ट किया कि हम बहादुरी से लड़ेंगे और हमारी आवाज सीमाओं पर एक मजबूत जवाब देगी.
उन्होंने यह भी बताया कि यह नदी सभी पाकिस्तानियों की है और वर्तमान में हमारा पड़ोसी देश इस पर नजर गड़ाए हुए है.
उन्होंने पूरे पाकिस्तान से एकजुट होकर इस चुनौती का सामना करने की अपील की है।

भारत ने पाकिस्तान को भेजा पत्र
बता दें कि भारत ने सिंधु जल संधि को स्थगित करने की सूचना पाकिस्तान को लिखित रूप में भेज दी है।
जल शक्ति मंत्रालय की सचिव देवश्री मुखर्जी ने पाकिस्तान के जल संसाधन मंत्रालय के सचिव सैयद अली मुर्तजा को एक पत्र के माध्यम से इस निर्णय की जानकारी दी।
भारत ने संधि में संशोधन के लिए एक नोटिस भी जारी किया है, जिसमें स्पष्ट किया गया है कि भारत सरकार ने पाकिस्तान सरकार को इस संदर्भ में नोटिस दिया है।

कौन है बिलावल भुट्टो जरदारी
21 सितंबर 1988 में कराची में जन्में बिलावल भुट्टो पेशे से एक पॉलिटिशियन हैं।
उनके पिता आसिफ अली जरदारी और माता बेनजीर भुट्टो पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी की नेता थीं।
उनकी पत्नी का नाम नुसरत भुट्टो है।
एजुकेशन (Bilawal Bhutto Zardari Education)
बिलावल ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा कराची में इस्लामाबाद के फ्रोबेल इंटरनेशनल स्कूल से प्राप्त की।
वहां उन्होंने राशिद स्कूल फॉर बॉयज में दाखिला लिया।
उन्होंने आगे की पढ़ाई के लिए ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में अप्लाई किया।
बिलावल ने क्राइस्टचर्च में मॉर्डन हिस्ट्री और पॉलिटिकल की पढ़ाई की।
उन्होंने 2012 में बैचलर ऑफ आर्ट्स की डिग्री प्राप्त की और बाद में वरिष्ठता के आधार पर उन्हें मास्टर ऑफ आर्ट्स की डिग्री दी गई।

19 साल की उम्र में राजनीति में एंट्री
27 दिसंबर, साल 2000 में पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी की नेता बेनजीर भुट्टो रावलपिंडी में एक रैली कर अपनी गाड़ी की तरफ बढ़ रही थीं।
तभी एक 15 साल के लड़के बिलाल ने उन पर गोली चला दी और फिर धमाका कर खुद को उड़ा दिया।
बेनजीर की हत्या को 3 दिन ही हुए थे कि 30 दिसंबर को 19 साल के बिलावल भुट्टों को पार्टी में उनके पद पर बैठा दिया गया।

राहुल गांधी को दिया पाकिस्तान आने का न्यौता
2018 में एक भारतीय न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में बिलावल ने कहा था- भारत-पाकिस्तान में विवाद होने के बावजूद दोनों देशों को शांति के लिए रास्ता तलाशना चाहिए।
वो 2 बार भारत आए हैं। पहली बार 2012 में पाकिस्तान की सियासत में कूदने से पहले और फिर 2023 में गोवा में हुई SCO की बैठक के दौरान।
भारत के पहले दौरे पर बिलावल ने राहुल गांधी से मुलाकात कर उन्हें पाकिस्तान आने का न्योता दिया था। वो अजमेर शरीफ भी गए थे।

पीएम मोदी पर की थी आपत्तिजनक टिप्पणी
भले ही बिलावल भारत-पाकिस्तान के बीच शांति के हिमायती होने के दावे करते हैं फिर भी उनके बयानों ने दोनों देशों के बीच काफी कड़वाहट पैदा की।
इमरान खान के तख्तापलट के बाद बिलावल को अप्रैल 2022 में मंत्रिमंडल में शामिल किया गया और वो पाकिस्तान के सबसे कम उम्र के विदेश मंत्री बने।
इसके बाद उन्होंने लगातार बचकाने बयान देने शुरू कर दिए।
बिलावल भुट्टो ने दिसंबर 2022 में PM मोदी पर आपत्तिजनक टिप्पणी करते हुए उन्हें आपत्तिजनक शब्द कहे थे।