Woman Delivery in Tractor : मध्य प्रदेश में कई ऐसे स्थान हैं जहां सड़क जैसी मूलभूत सुविधा तक नहीं पहुंच पाई है।
इसी वजह से आमजन को आए दिन कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
समस्या तब ज्यादा बढ़ जाती है जब स्वास्थ्य सेवा का लाभ ग्रामीण तक नहीं पहुंच पाता है।
कुछ ऐसा ही हुआ है सिवनी जिले में, जहां महिला की डिलीवरी ट्रैक्टर ट्राली में कराई गई।
ट्रैक्टर ट्राली में महिला की डिलीवरी
छपारा तहसील के अहिरी टोला में देर रात एक महिला ने ट्रैक्टर ट्रॉली में ही नवजात को जन्म दिया।
महिला का प्रसव जननी एक्सप्रेस का इंतजार करते हुए हुआ, जो खराब सड़क की वजह से गड्ढे में फंसी रही और नहीं पहुंच पाई।
फिलहाल जच्चा और बच्चा दोनों सुरक्षित हैं और छपारा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में उनका इलाज चल रहा है।
इधर ग्रामीणों ने कई बार सड़क की खराब हालत की शिकायत की थी, लेकिन जिम्मेदारों ने इस पर ध्यान नहीं दिया।
सड़क की मरम्मत का काम अब भी लंबित है, जिससे ग्रामीणों में आक्रोश बढ़ गया है।
‘थ्री इडियट्स’ की तरह कराया बच्चे का जन्म
कुछ दिनों पहले सिवनी में थ्री इडियट्स फिल्म की तरह डॉक्टर ने कॉल पर महिला की डिलीवरी कराई है।
ये मामला 24 जुलाई 2024 का है। 23 जुलाई को भारी बारिश के कारण आई बाढ़ ने कई गांवों को जलमग्न कर दिया था।
इसी कड़ी में बाढ़ की चपेट में आया जोराबाडी गांव का संपर्क शहर से पूरी टूट गया।
इसी दौरान रवीना नामक एक गर्भवती महिला को प्रसव दर्द हुआ।
गांव की सड़कों पर पानी का इतना भर गया था कि अस्पताल तक पहुंचना असंभव था।
दाई बनी रणछोड़दास चांचड़
आशा कार्यकर्ता ने तुरंत जिला स्वास्थ्य अधिकारी को सूचित किया। जिसके बाद तत्काल एक मेडिकल टीम का गठन कर उन्हें जोराबाडी गांव भेजा।
बाढ़ के कारण नाले में पानी इतना अधिक था कि मेडिकल टीम गांव तक नहीं पहुंच पा रही थी।
इस स्थिति में डॉक्टर ने गांव की एक प्रशिक्षित दाई को फोन पर निर्देश दिए।
इसके बाद दाई ने रणछोड़दास चांचड़ का रोल निभाकर वीडियो कॉल पर सुरक्षित प्रसव कराया।
बाढ़ का पानी कम होने के बाद जच्चा और बच्चा दोनों को एम्बुलेंस द्वारा जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया।
इस किस्से के बाद से लोग दाई की हिम्मत की सराहना कर रहे हैं।
लेकिन सवाल वहीं कि सड़क जैसी सुविधा ऐसी जगहों पर क्यों नहीं पहुंच पा रही है।
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