Yamuna Expressway accident: उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले में यमुना एक्सप्रेस-वे पर गुरुवार सुबह घने कोहरे के कारण एक भीषण सड़क हादसा हुआ।
आपस में टकराकर आग की चपेट में आई आठ बसों और तीन कारों में 13 लोगों की मौत हो गई, जबकि 66 से अधिक लोग घायल हो गए।
मृतकों में एक भाजपा नेता भी शामिल हैं।
हादसे की भयावहता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि मलबे से शवों के अवशेष इतने जले और कटे-फटे मिले कि उन्हें 17 पॉलिथीन बैग में भरकर ले जाना पड़ा।
इनकी पहचान अब डीएनए जांच से की जाएगी।
यूपी | मथुरा
यमुना एक्सप्रेस पर 7 बस और 3 कारों में लगी आग।
अब तक 4 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है।चश्मदीदों के मुताबिक, 20 एंबुलेंस से 150 लोगों को अलग-अलग अस्पतालों में भेजा गया है। pic.twitter.com/QJ2ZVIceLn
— Hari Narayan Tiwari (@HariNarayan151) December 16, 2025
कैसे हुआ हादसा
हादसा गुरुवार सुबह यमुना एक्सप्रेस-वे के थाना बलदेव क्षेत्र में माइलस्टोन 127 के पास गांव खड़ेहरा के नजदीक हुआ।
आगरा से नोएडा की ओर जा रहे वाहनों के लिए घना कोहरा काल बनकर आया। पहले एक स्लीपर बस के सामने अचानक धुंध आ गई।
ड्राइवर ने ब्रेक लगाकर गति धीमी की। इसके बाद पीछे से आ रही अन्य छह बसें और चार कारें तेज गति से आकर उससे जा टकराईं।
भीषण टक्कर के तुरंत बाद एक एसी बस में आग लग गई, जो अन्य वाहनों में फैल गई।
आग की लपटों और धुएं ने लोगों को बाहर निकलने का मौका तक नहीं दिया।
कई यात्रियों ने बसों की खिड़कियां तोड़कर कूदकर अपनी जान बचाई।
मथुरा में यमुना एक्सप्रेस बस की हुई टक्कर में 6 बस जल तुरंत राख बहुत लोग घायल हुए कुछ तुरंत मर गए बहुत लापरवाही किये ड्राइवर और कंडक्टर खुद भाग गए कोई सवारी की सहायता नही किये खुद जान बचा के भागे
मैं खुद था बस में रिलेक्स हॉलीडे कंपनी की बस थी अमेठी से दिल्ली बस आ रही थी pic.twitter.com/z9xYUHRuFu— pratapgarh 72 (@yuwa72) December 16, 2025
राहत और बचाव अभियान: 6 घंटे तक चला ऑपरेशन, 50 जवान लगे
हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस, फायर ब्रिगेड और एसडीआरएफ की टीमें मौके पर पहुंचीं।
करीब 50 जवानों ने मिलकर छह घंटे तक चले जटिल रेस्क्यू ऑपरेशन में हिस्सा लिया।
12 से अधिक फायर टेंडरों ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।
14 से ज्यादा एंबुलेंस घायलों को अस्पताल पहुंचाने और शवों को निकालने में लगी रहीं।
घायलों को 20 एंबुलेंस से मथुरा जिला अस्पताल, वृंदावन संयुक्त जिला अस्पताल और गंभीर मामलों को आगरा मेडिकल कॉलेज भेजा गया।
कोहरा प्राकृतिक है, मौतें नहीं।
कोहरा नहीं, लापरवाही जान लेती है।आज सुबह 4:30 के लगभग यमुना एक्सप्रेस वे पुलिया नंबर 127 थाना बलदेव जनपद मथुरा में पर जो हुआ, वो सिर्फ एक हादसा नहीं… एक चेतावनी है।
घना कोहरा, 7 बसें, 3 कारें टकराईं,
आग लगी… कई सारे लोगों की जिंदा जले।ये जगह… pic.twitter.com/6aFGgHxgcw
— Rahul Sikarwar (@Rahulsikar12) December 16, 2025
हादसे के बाद एक्सप्रेस-वे पर तीन किलोमीटर लंबा जाम लग गया था।
एक लेन को साफ करके वाहनों की आवाजाही शुरू की गई। क्षतिग्रस्त वाहनों को क्रेन की मदद से हटाया गया।
भाजपा नेता समेत 13 मृतक, 66 घायल; डीएनए से होगी शिनाख्त
पुलिस और अस्पताल प्रशासन के मुताबिक हादसे में 13 लोगों के शरीर के अंग मिले हैं, जिन्हें मृत घोषित किया गया है।
इनमें से तीन की प्रारंभिक पहचान हुई है। इनमें आजमगढ़ के रामपाल, गोंडा के सुल्तान और प्रयागराज के भाजपा नेता अखिलेंद्र (जिन्हें राजू यादव के नाम से भी जाना जाता था) शामिल हैं।
बाकी शवों के अवशेष इतने विकृत हैं कि उनकी पहचान के लिए डीएनए टेस्ट कराए जाएंगे।
चीफ मेडिकल ऑफिसर (सीएमओ) डॉ. राधा बल्लभ ने बताया कि मलबे से मिले अवशेषों को 17 पॉलिथीन बैग में रखकर लाया गया है।
सामान्य तौर पर एक बैग में एक शव आता है, लेकिन इस हादसे में हालात भिन्न हैं।
➡️दिनांक 16.12.2025 को समय करीब 4.30 बजे यमुना एक्सप्रेस वे पर आगरा से नोएडा की तरफ माइलस्टोन 127 पर कोहरा ज्यादा होने पर लो विजिबिलिटी के कारण 07 बस व 03 छोटी गाडियो का एक्सीडेन्ट हो गया । जिसमें 04 व्यक्तियो की मृत्यु एवं 25 व्यक्ति घायल हो गये। घायल व्यक्तियो को प्राथमिक उपचार… pic.twitter.com/LvZeXEGSOj
— MATHURA POLICE (@mathurapolice) December 16, 2025
मुआवजे की घोषणा और जांच के आदेश
हादसे के बाद एसएसपी श्लोक कुमार और डीएम चंद्र प्रकाश सिंह मौके पर पहुंचे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हादसे पर संज्ञान लेते हुए घटनास्थल पर तत्काल राहत कार्य तेज करने और घायलों के बेहतर इलाज के निर्देश दिए।
सीएम ने मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपये और गंभीर रूप से घायलों को 50-50 हजार रुपये के मुआवजे की घोषणा की है।
हादसे की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए गए हैं, जिसकी अगुवाई एडीएम (प्रशासन) अमरेश करेंगे।
मुख्यमंत्री @myogiadityanath जी ने जनपद मथुरा में हुए सड़क हादसे का संज्ञान लेते हुए जनहानि पर गहरा शोक व्यक्त किया है।
मुख्यमंत्री जी ने दिवंगतों के शोकाकुल परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है तथा अधिकारियों को निर्देशित किया है कि घायलों का तत्काल, समुचित एवं निःशुल्क उपचार…
— CM Office, GoUP (@CMOfficeUP) December 16, 2025
क्या कोहरा ही जिम्मेदार?
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि लगा जैसे बम फटा हो। उन्होंने रेस्क्यू अभियान में देरी का भी आरोप लगाया है।
पुलिस का कहना है कि जीरो विजिबिलिटी हादसे का प्रमुख कारण थी।
हालांकि, यह सवाल भी उठ रहे हैं कि इतने घने कोहरे में एक्सप्रेस-वे पर गति सीमा के पालन और वाहन चालकों की सतर्कता पर कितना ध्यान दिया गया।


