Bhopal Crime News: महंगे मोबाइल के शौक ने दो युवकों को जेल पहुंचा दिया है।
मामला मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल का है, जहां से पुलिस ने इन दोनों को गिरफ्तार किया।
बताया जा रहा है कि ब्रांडेड मोबाइल के शौकीन दोनों युवक पहले किश्तों पर महंगे स्मार्टफोन खरीदते थे।
फिर फाइनेंस पर खरीदे गए फोन की EMI चुकाने के लिए चोरी करते थे।
पुलिस ने आरोपियों के पास से 50 हजार रुपये का चोरी का सामान बरामद किया है।
महंगे मोबाइल की EMI चुकाने के लिए चोरी
भोपाल के टीटी नगर थाना क्षेत्र में पुलिस ने अजीबोगरीब चोरी का खुलासा किया है।
पुलिस ने पान की दुकानों से चोरी करने वाले दो युवकों को गिरफ्तार किया है।
आरोपियों की पहचान मनस्वी गहवाड़े उर्फ चॉकलेट (20) और आनंद मीना (21) उर्फ गोलू धतूरा के रूप में हुई।
जिनके पास से पुलिस ने 50 हजार रुपये का चोरी का सामान बरामद किया है।
पुलिस ने बताया कि दोनों युवक महंगे मोबाइल फोन के शौकीन थे। मनस्वी ने 39 हजार रुपये का और आनंद ने 23 हजार रुपये का मोबाइल लिया था।
उन्हें डर था कि मोबाइल शॉप का मालिक फोन वापस ले लेगा, इसलिए उन्होंने चोरी कर EMI भरने की योजना बनाई।
CCTV फुटेज से पकड़े गए आरोपी
टीटी नगर पुलिस को बीते दिनों पान की दुकानों से नकदी, महंगी सिगरेट और अन्य सामान चोरी होने की शिकायतें मिली थीं।
इसके बाद टीआई सुधीर अरजरिया ने चोरी का पता लगाने के लिए एक टीम बनाई।
टीम ने अपराध स्थलों पर 50 से अधिक सीसीटीवी कैमरों को स्कैन किया और दो संदिग्धों की पहचान की।
लोकेशन ट्रैक कर पुलिस ने बुधवार को दोनों युवकों गिरफ्तार किया।
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उन्होंने किश्तों पर महंगे स्मार्टफोन खरीदे थे।
लेकिन, बेरोजगार होने के कारण वे पिछले तीन महीने से EMI नहीं चुका पा रहे थे।
आखिर में फाइनेंस पर खरीदे गए फोन की EMI नहीं चुका पाने के कारण दोनों युवक चोरी करने लगे।
चोरी की घटनाएं कबूली, कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं
दोनों आरोपियों ने कबूल किया कि उन्होंने पान की दुकानों और छोटे कियोस्क को निशाना बनाया।
जहां से महंगी सिगरेट, पान मसाला और नगदी चुराई।
पुलिस ने उनके पास से चोरी किया गया माल भी बरामद कर लिया है।
टीआई सुधीर अरजरिया ने बताया कि दोनों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है और आगे की कार्रवाई जारी है।
पुलिस जांच में सामने आया कि दोनों युवकों का इससे पहले कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं था।
लेकिन, महंगे मोबाइल रखने के शौक ने उन्हें अपराध की राह पर धकेल दिया।
पुलिस अब यह भी जांच कर रही है कि उन्होंने चोरी का माल कहां बेचा और क्या इस गिरोह में और लोग शामिल हैं।