प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ 2025 का 10 फरवरी सोमवार 29वां दिन है। 13 जनवरी से अब तक 43.57 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु स्नान कर चुके हैं।
राष्ट्रपति ने लगाई संगम डुबकी
सोमवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू प्रयागराज महाकुंभ पहुंचीं। उन्होंने त्रिवेणी संगम में 3 डुबकी लगाई और भगवान सूर्य को अर्घ्य दिया। राष्ट्रपति मां गंगा को पुष्प अर्पित कर आरती की, साथ ही अक्षयवट और लेटे हनुमान मंदिर में भी दर्शन-पूजन किया।
महाकुंभ में महाजाम
वसंत पंचमी स्नान के बाद से प्रयागराज में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है। रविवार के बाद से हालत और बिगड़ गए हैं। संगम पहुंचने के सभी रास्तों पर जाम लगा है। इसे देखते हुए अरैल घाट से संगम तक बोट बंद की गई है।
भीड़ से प्रयागराज में त्राहिमाम
प्रयागराज से लेकर वाराणसी, मिर्जापुर, लखनऊ और रीवा हाईवे समेत 7 एंट्री पॉइंट पर 20 किलोमीटर तक वाहनों की लंबी कतारें लगी हैं। शहर में भी 5-7 किलोमीटर का जाम लगा है और सड़कों पर गाड़ियां रेंग रही है।
संगम रेलवे स्टेशन बंद
प्रयागराज में 5 किलोमीटर का सफर पूरा करने में 8 घंटे से ज्यादा का समय लग रहा है। शहर में जबरदस्त भीड़ के कारण प्रयागराज का संगम स्टेशन को 14 फरवरी तक बंद कर दिया गया है। प्रयागराज जंक्शन पर भीड़ को मैनेज करने के लिए इमरजेंसी क्राउड मैनेजमेंट प्लान लागू किया गया है।
ट्रेन, सड़क, स्टेशन हर जगह भीड़
महाकुंभ जा रही ट्रेनों में जबरदस्त भीड़ है। वाराणसी में जहां जगह न मिलने पर महिलाएं ट्रेन इंजन में घुस गईं और गेट बंद कर लिया। वहीं हरदोई में भी कोच का गेट न खोलने पर नाराज श्रद्धालुओं ने हंगामा कर दिया और ट्रेन में जमकर तोड़-फोड़ की। ट्रेन और स्टेशन तो छोड़िए शहर की सड़कों पर भी जगह नहीं बची है।
इतिहास का सबसे लंबा ट्रैफिक जाम
प्रयागराज महाकुंभ ने हर मामले में रिकॉर्ड बनाया है। वहीं अब ट्रैफिक जाम के मामले में भी रिकॉर्ड बनता जा रहा है। जबलपुर से प्रयागराज तक 350 किमी के रूट पर लगा जाम को इतिहास का सबसे लंबा जाम कहा जाना अतिशयोक्ति नहीं होगी। क्योंकि इससे पहले नेशनल हाईवे 30 पर ऐसा ट्रैफिक कभी नहीं देखा गया।
300km लंबा ट्रैफिक जाम, गाड़ियों की एंट्री पर रोक
प्रयागराज महाकुंभ जैसे-जैसे समाप्ति की ओर बढ़ रहा है, वैसे-वैसे लोगों की आस्था का सैलाब और उमड़ता जा रहा है। प्रयागराज में उमड़े इस जन-सैलाब से शहर की ट्रैफिक व्यवस्था पटरी से उतर गई। सड़कें जाम हैं, गलियां जाम हैं, हाईवे जाम हैं। 300 किलोमीटर लंबा जाम लगा है, जिस कारण शहर में आने वाली गाड़ियों पर प्रशासन द्वारा पाबंदी लगाई जा रही है।
48 घंटे से लाखों श्रद्धालु ‘रोड अरेस्ट’
प्रयागराज महाकुंभ में शामिल होने आए श्रद्धालु ‘रोड अरेस्ट’ हो गए हैं। लोग अपनी ही गाड़ियों में कैद हो गए हैं। छोटे बच्चे रो रहे हैं, बुजुर्ग परेशान हैं, महिलाएं वॉशरूम तलाश रही हैं और गाड़ी चलाने वाले अब परेशान हो गए। ये सभी लोग कुंभ को लेकर घर से जो सोचकर निकले, वह जाम के झाम में फंसकर भूल गए हैं।
गाड़ियों में लोग घंटों भूखे-प्यासे फंसे
संगम में डुबकी लगाने जाने वालों और वहां से लौटने वाले श्रद्धालु भूखे-प्यासे जाम खुलने का इंतजार कर रहे हैं। लोग जो खाना लेकर चले, वह खत्म हो गया। नेशनल हाईवे 30 पर महाकुंभ में जाने वाली भीड़ का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि प्रयागराज रूट में आने वाले सभी होटलें, मैरिज लॉन, ढाबे हाउस फुल हैं।
प्रयागराज जाने वाले रास्तों पर गाड़ियों का सैलाब
प्रयागराज महाकुंभ आधे से ज्यादा बीत गया। तीनों अमृत स्नान हो चुके। प्रशासन उम्मीद कर रहा था कि अब सीमित संख्या में श्रद्धालु आएंगे। लेकिन, पिछले 3 दिनों से उमड़ी भीड़ ने सबको चौंका दिया। प्रयागराज जाने वाले रास्तों पर सिर्फ गाड़ियों का सैलाब नजर आ रहा है।
हर घंटे पहुंच रहीं 8 हजार गाड़ियां
महाकुंभ में स्नान के लिए आने वाले श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा है। अब हर घंटे करीब 8 हजार वाहन संगम नगरी पहुंच रहे हैं। भीड़ और भयानक ट्रैफिक जाम की तस्वीरें देखकर पूरी दुनिया हैरान है।
3 दिन में 15 लाख गाड़ियां पहुंचीं प्रयागराज
आस्था के महाकुंभ में श्रद्धालुओं के जमावड़े का सिलसिला थमता नजर नहीं आ रहा है। पिछले तीन दिनों में सिर्फ प्रयागराज शहर में 15 लाख वाहन पहुंचे हैं। यह हाल तब है जब मौनी अमावस्या के स्नान के बाद ज्यादातर अखाड़े कुंभ से प्रस्थान कर चुके हैं।
रास्ते से लौटाए जा रहे लोग
महाकुंभी की बढ़ती भीड़ के कारण प्रशासन लोगों को रास्ते से ही वापस लौटा जा रहा है। बुधवार को होने वाले माघ पूर्णिमा स्नान का इंतजार है और इसी वजह से वीकेंड में यहां पहुंचे श्रद्धालुओं ने प्रयागराज में डेरा जमा लिया है। वहीं प्रयागराज से लौट रहे लोग अपने-अपने अनुभव साझा करते हुए सलाह दे रहे हैं कि महाजाम से फंसने से बेहतर है कि 12 फरवरी के बाद प्रयागराज जाएं।
पुलिस की अपील- प्रयागराज मत जाइए
13 जनवरी को शुरू हुए महाकुंभ का 26 फरवरी को समापन होगा। कुछ खास तिथियों पर स्नान करने के लिए करोड़ों श्रद्धालु एकसाथ प्रयागराज पहुंचना चाह रहे हैं। जिससे जाम की स्थितियां निर्मित हो रही हैं। हालत यह है कि 300 किलोमीटर दूर कटनी में पुलिस को लाउड स्पीकर के जरिए श्रद्धालुओं से कहना पड़ रहा कि प्रयागराज अभी मत जाइए।