Y Chromosome Shrinking
एक नई स्टडी में खुलासा हुआ है कि Y क्रोमोसोम जो लड़कों को लड़कियों से अलग बनाता है वो धीरे-धीरे खत्म हो रहा है और हो सकता है भविष्य में पूरी तरह से खत्म भी हो जाए। इसका मतलब ये हो सकता है कि आने वाले समय में सिर्फ लड़कियां ही पैदा हों!
क्या है Y क्रोमोसोम
इंसानों और दूसरे स्तनधारियों में बच्चे का लिंग Y क्रोमोसोम पर मौजूद एक जीन तय करता है, जिसे पुरुष-निर्धारण जीन कहते हैं। Y क्रोमोसोम एक प्रकार का गुणसूत्र होता है जो पुरुषों के लिंग निर्धारण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह पुरुषों के शरीर में मौजूद होता है और एक पुरुष की जीन संरचना में यह X क्रोमोसोम के साथ काम करता है।
महिला और पुरुष में क्रोमोसम
महिलाओं या मादा जानवर में 2 X क्रोमोसोम होते हैं जबकि नर यानी पुरुष में एक X और एक Y क्रोमोसोम होते हैं।
महिलाओं या मादा जानवर में 2 X क्रोमोसोम होते हैं जबकि नर यानी पुरुष में एक X और एक Y क्रोमोसोम होते हैं।
SRY जीन से होता है भ्रूण का खुलासा
प्रेग्नेंसी के लगभग 12 सप्ताह के बाद SRY जीन एक्टिव होता है जिसे देखकर पता लगा सकते हैं कि भ्रूण में पल रहा बच्चा पुरुष है या महिला।
जो पुरुष हार्मोन टेस्टोस्टेरोन प्रोड्यूस करता है वह बच्चा पुरुष के रूप में जन्म लेता है।
110 लाख साल में पूरी तरह खत्म हो जाएगा Y क्रोमोसोम
इस केस पर रिसर्च कर रहे प्रोफेसर ग्रेव्स ने बताया है, “पिछले 16 करोड़ सालों में इंसानों और प्लैटिपस के अलग होने के बाद से Y क्रोमोसोम 900 से 55 जरूरी जीन खो चुका है। यानी हर 10 लाख सालों में Y क्रोमोसोम 5 जीन खो देता है। इसी रफ्तार से चलता रहा तो अगले 110 लाख सालों में Y क्रोमोसोम पूरी तरह से खत्म हो जाएगा।”
क्या धरती से गायब हो जाएंगे पुरुष?
प्रोफेसर ग्रेव्स का कहना है कि “इस स्टडी से ये पता चलता है कि इंसानों में एक नया सेक्स-डिटरमिनिंग जीन विकसित हो सकता है।” हालांकि ये इतना आसान भी नहीं है।
अलग-अलग तरह के सेक्स जीन
उन्होंने आगे कहा, “एक नया सेक्स-डिटरमिनिंग जीन विकसित होने से खतरे भी हो सकते हैं। हो सकता है दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में अलग-अलग तरह के सेक्स-डिटरमिनिंग जीन विकसित हो जाएं।”
नए तरह के जीन होगें विकसित
अगर ऐसा हुआ तो हो सकता है कि 11 करोड़ साल बाद धरती पर या तो इंसान बचे ही ना या फिर कई अलग-अलग तरह के इंसान पाए जाएं, जिनमें नर और मादा होने का तरीका बिल्कुल अलग हो।
मुश्किल के बीच अच्छी खबर
अच्छी खबर ये है कि पूर्वी यूरोप के मोल वोल और जापान के स्पाइनी चूहे – पहले ही अपना Y क्रोमोसोम खो चुके हैं लेकिन फिर भी जिंदा है और अच्छे से बढ़ रहे हैं।
भविष्य के लिए उम्मीद की किरण
2022 में ‘प्रोसीडिंग्स ऑफ द नेशनल एकेडमी ऑफ साइंस’ नाम की पत्रिका में प्रकाशित एक अध्ययन से पता चलता है कि स्पाइनी चूहे ने सफलतापूर्वक एक नया पुरुष-निर्धारण जीन विकसित कर लिया, जो मानवता के भविष्य के लिए उम्मीद की किरण जगाता है।