Archana Kamath Quit Table Tennis: पेरिस ओलंपिक 2024 में भारत की तरफ से टेबल टेनिस में शानदार खेल दिखाने वाली प्लेयर अर्चना कामथ ने इस खेल को छोड़ने का फैसला लिया है।
24 साल की अर्चना अब पढ़ाई पर फोकस करना चाहती हैं जिसके लिए वो जल्द ही अमेरिका जाएंगी।
टेबल टेनिस छोड़ पढ़ाई पर करेंगी फोकस
खबरों के मुताबिक अर्चना टेबल टेनिस छोड़ अमेरिका की मिशिगन यूनिवर्सिटी से इकॉनॉमिक्स की पढ़ाई करना चाहती हैं।
अर्चना के फैसले पर पिता का रिएक्शन?
एक न्यूज पेपर की रिपोर्ट के अनुसार, उनके पिता ने बताया कि टेबल टेनिस छोड़ने का फैसला उनकी बेटी के लिए काफी कठिन था।
लेकिन 15 साल तक टेबल टेनिस को सब कुछ देने और पेरिस ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व करने के बाद उन्होंने महसूस किया कि अब उन्हें अपनी पढ़ाई के पैशन को फॉलो करना चाहिए।
अर्चना के पिता ने खुलासा किया कि वो हमेशा से ही पढ़ाई की ओर आकर्षित रही हैं। उनके पास इकॉनॉमिक्स की डिग्री के अलावा इंटरनेशनल रिलेशन में मास्टर की भी डिग्री है।
बता दें अर्चना पहले भी अपने इंटरव्यू में अपने भाई को रोल मॉडल बता चुकी हैं, जो अमेरिका में नासा के लिए काम करते हैं।
अर्चना के फैसले से कोच हैरान
पेरिस ओलंपिक में शानदार प्रदर्शन के बाद अर्चना ने अपने कोच अंशुल गर्ग से बात की थी।
इस दौरान उन्होंने 2028 के लॉस एंजिलिस में मेडल जीतने के चांस को लेकर पूछा था। लेकिन कोच के पास इसका जवाब नहीं था।
उन्होंने अर्चना को ईमानदारी से जवाब देते हुए कहा था कि मौजूदा स्थिति को देखते हुए जापान, कोरिया, चीन और ताइवान के खिलाड़ियों के खिलाफ जीतना मुश्किल हो सकता है।
इसके कुछ दिन बाद ही अर्चना कामथ ने टेबिल टेनिस छोड़ने का फैसला लिया।
बेहतर भविष्य के लिए अर्चना ने छोड़ा खेल
अर्चना के कोच अंशुल गर्ग के मुताबिक उन्हें इस खेल में कोई भविष्य नजर नहीं आ रहा था।
इसलिए उन्होंने अमेरिका में पढ़ाई करने का फैसला किया।
फंडस की कमी
कोच ने टेबल टेनिस खिलाड़ियों को पैसे की कमी के बारे में भी अपनी राय दी।
उन्होंने कहा कि टॉप प्लेयर्स के पास जरूरत के अनुसार आर्थिक सहायता मौजूद है, लेकिन नए खिलाड़ियों के लिए पैसा एक बड़ी समस्या है।
ट्रेनिंग और खेल के जरूरी सामान मिल जाते हैं, लेकिन दूसरी कई तरह की आर्थिक समस्या बनी रहती है।
विवादों में सेलेक्शन
अर्चना कामथ को पेरिस ओलंपिक के लिए चुने जाने के लेकर विवाद भी खड़ा हुआ था। दरअसल, भारतीय खिलाड़ी अयहिका मुखर्जी ने वर्ल्ड नंबर 1 टेबल टेनिस खिलाड़ी सन यिंग्शा को हरा दिया था और शानदार फॉर्म में थीं।
लेकिन उन्हें पेरिस ओलंपिक के दल में शामिल नहीं किया गया। इसके बाद अर्चना कामथ के सेलेक्शन पर सवाल उठे थे।
बता दें कि अर्चना कामथ पेरिस ओलंपिक में भारतीय दल का हिस्सा थीं। उन्होंने यहां शानदार प्रदर्शन से इतिहास रचा था।
इंडियन वुमंस टेबल टेनिस की टीम क्वार्टर फाइनल तक पहुंचीं थीं, जो ओलंपिक में भारत का अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है।
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