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Olympic Games Paris 2024: कैसे ओलंपिक तक पहुंचीं दूध वाले की तीरंदाज बेटी Ankita Bhakat

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Nisha Rai
Nisha Rai
निशा राय, पिछले 12 सालों से मीडिया के क्षेत्र में सक्रिय हैं। इन्होंने दैनिक भास्कर डिजिटल (M.P.), लाइव हिंदुस्तान डिजिटल (दिल्ली), गृहशोभा-सरिता-मनोहर कहानियां डिजिटल (दिल्ली), बंसल न्यूज (M.P.) जैसे संस्थानों में काम किया है। माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय (भोपाल) से पढ़ाई कर चुकीं निशा की एंटरटेनमेंट और लाइफस्टाइल बीट पर अच्छी पकड़ है। इन्होंने सोशल मीडिया (ट्विटर, फेसबुक, इंस्टाग्राम) पर भी काफी काम किया है। इनके पास ब्रांड प्रमोशन और टीम मैनेजमेंट का काफी अच्छा अनुभव है।

Archer Ankita Bhakat in Paris Olympics: 26 जुलाई से फ्रांस के Paris में Olympic Games की शुरुआत होने जा रही है, जिसे लेकर दुनियाभर के खेल प्रेमी काफी उत्साहित हैं।

भारत में भी ओलंपिक गेम्स को लेकर काफी उत्साह है क्योंकि इंडिया से भी कई खिलाड़ी Olympic Games 2024 में हिस्सा लेने जा रहे हैं।

ऐसा ही एक नाम है Archer Ankita Bhakat का जो Paris Olympics के जरिये Olympic Games में अपना डेब्यू करने जा रही हैं यानी वो पहली बार ओलंपिक का हिस्सा बनने जा रही हैं।

अंकिता इस नई शुरुआत के लिए काफी एक्साइटेड हैं, लेकिन यहां तक पहुंचना उनके लिए आसान नहीं था।

दूध वाले की बेटी हैं अंकिता – 

अंकिता (Archer Ankita Bhakat in Paris Olympics) का जन्म 17 जून, 1998 को पश्चिम बंगाल के कोलकाता में हुआ था।

एक दूध वाले के परिवार से आने के कारण अंकिता को अपने जीवन में आर्थिक तंगी का सामना भी करना पड़ा था, लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी और अपनी कड़ी मेहनत और लगन से सफलता की नई कहानी लिखी।

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10 साल की उम्र से शुरू की तीरंदाजी – 

Ankita Bhakat ने महज 10 साल की उम्र में तीरंदाजी की शुरुआत की।

उन्होंने कोलकाता के सर्कस मैदान में एक स्थानीय तीरंदाजी प्रतियोगिता में भाग लिया, लेकिन उनके पास न तो सही उपकरण थे और न ही कोई विशेषज्ञता।

फिर भी उन्होंने हार नहीं मानी और स्थानीय क्लब में उधार के उपकरण लेकर प्रैक्टिस शुरू की।

उनकी लगन देखकर साल 2014 में उन्हें टाटा तीरंदाजी अकादमी में जगह मिली।

जमशेदपुर में कोच धर्मेंद्र तिवारी, पूर्णिमा महतो और राम अवधेश के मार्गदर्शन में उन्होंने अपनी काबिलियत को निखारा।

 

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 इंटरनेशनल लेवल पर छाईं अंकिता – 

2015 में महज 18 साल की उम्र में अंकिता ने इंडियन टीम का प्रतिनिधित्व करते हुए अमेरिका के यांकटन में विश्व तीरंदाजी युवा चैंपियनशिप में हिस्सा लिया।

2015 में ही अंकिता (Archer Ankita Bhakat in Paris Olympics) ने सियोल इंटरनेशनल यूथ आर्चरी फेस्टा में रजत और कांस्य पदक जीते।

साथ ही 2017 में एशिया कप और भारतीय सीनियर नेशनल चैंपियनशिप के फाइनल में भी जगह बनाई।

 

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कई खिताब जीते – 

इनके अलावा भी अंकिता ने कई टूर्नामेंट में हिस्सा लिया और हर स्पर्धा में शानदार प्रदर्शन किया।

2022 में JRD टाटा स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में हुए खेलो इंडिया महिला नेशनल रैंकिंग तीरंदाजी टूर्नामेंट में उन्होंने पहला गोल्ड मेडल जीता।

भगत 2017 यू-21 विश्व चैंपियनशिप में मिश्रित टीम (जेम्सन सिंह निंगथौजाम के साथ) में स्वर्ण पदक विजेता हैं।

वह हांग्जो 2022 एशियाई गेम्स में टीम रिकर्व कांस्य पदक विजेता (भजन कौर और सिमरनजीत कौर के साथ) हैं और तीन बार की एशियाई चैंपियनशिप टीम पदक विजेता हैं – 2021 में रजत, 2019 और 2023 में कांस्य।

पेरिस ओलंपिक में धूम मचाने को तैयार – 

2024 के फाइनल वर्ल्ड आर्चरी ओलंपिक क्वालीफायर में शीर्ष आठ में रहने के बाद, अंकिता ने भारतीय ओलंपिक टीम में अपना स्थान सुरक्षित कर लिया और अब वह पेरिस ओलंपिक गेम्स 2024 के जरिये एक नई शुरुआत करने वाली हैं।

 

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Ankita Bhakat की अब तक की जर्नी काफी कमाल की रही है और ये हर उस शख्स के लिए प्रेरणा का स्रोत है जो अपनी जिंदगी में कुछ बड़ा करना चाहता है।

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