FIR against 4 Cricketers: WCL 2024 (लिजेंड्स वर्ल्ड कप) के चैंपियन युवराज सिंह, हरभजन सिंह, सुरेश रैना और गुरकीरत मान वायरल वीडियो मामले में फंसते ही जा रहे हैं। ट्रोलिंग के बाद अब इन पर FIR भी दर्ज हो गई है।
तौबा-तौबा गाने से शुरू हुआ विवाद
दरअसल, विश्वकप लीजेंड फाइनल में चैंपियंस बनने के बाद इन खिलाड़ियों ने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर किया। जिसमें सभी विक्की कौशल की अपकमिंग फिल्म बैड न्यूज के पॉपुलर सॉन्ग तौबा तौबा पर परफॉर्म करते नजर आए।
इस वीडियो में युवराज सिंह, हरभजन सिंह और रैना लंगड़ाते हुए और अपनी पीठ पकड़े हुए दिखाई दे रहे हैं, जैसे मैच के कारण उनकी बॉडी बहुत पेन कर रही हो।
वीडियो के साथ टाइटल में लिखा है, ‘बॉडी की तौबा-तौबा हो गई है 15 दिनों के लीजेंड क्रिकेट में…शरीर का हर हिस्सा टूट रहा है। हमारे भाइयों विक्की कौशल और करण औजला को हमारे तौबा-तौबा गाने के वर्जन से सीधा चैलेंज। क्या गाना है।’
पैरा ऐथलीट्स ने लगाया इल्जाम
वीडियो के वायरल होने के बाद भारतीय पैरा ऐथलीट्स ने पूर्व क्रिकेटर्स पर दिव्यांगों का मजाक उड़ाने का आरोप लगाया। विश्व चैंपियनशिप की स्वर्ण पदक विजेता पैरा बैडमिंटन खिलाड़ी मानसी जोशी ने कहा कि यह वीडियो बेहद खराब मिसाल कायम करता है।
ये भी पढ़ें- IND vs ZIM, 3rd T20: वर्ल्ड कप में सीट गरम करने के बाद ज़िम्बाब्वे दौरे में भी इस खिलाड़ी को नहीं मिलेगा मौका
हरभजन सिंह ने मांगी माफी
विवाद बढ़ता देख हरभजन सिंह ने ‘एक्स’ पर सफाई दी और कहा कि उनका इरादा किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाना नहीं था।
हम हर व्यक्ति और समुदाय का सम्मान करते हैं और यह वीडियो सिर्फ 15 दिनों तक लगातार क्रिकेट खेलने के बाद हमारे शरीर पर पड़ने वाले असर को दर्शाने के लिए था।
हम किसी का अपमान करने की कोशिश नहीं कर रहे थे, फिर भी अगर लोगों को लगता है कि हमने कुछ गलत किया है तो मैं अपनी तरफ से सभी से माफी चाहता हूं कृपया इसे यहीं रोकें और आगे बढ़ें। खुश और स्वस्थ रहें।’
NCPEDP के अध्यक्ष अरमान अली ने कराई FIR
नेशनल सेंटर फॉर प्रमोशन ऑफ एम्प्लॉइमन्ट फॉर डिसएबल्ड (NCPEDP) के अध्यक्ष अरमान अली ने अमर कॉलोनी पुलिस थाना के प्रभारी से चारों क्रिकेटरों की शिकायत की है। इसके साथ ही उन्होंने मेटा इंडिया की उपाध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक संध्या देवनाथन के खिलाफ भी शिकायत की है।
अरमान ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम 2000 का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है। उन्होंने अपनी शिकायत में कहा, ‘यह वीडियो भारतीय संविधान के अनुच्छेद 21 का खुला उल्लंघन है, जो प्रत्येक व्यक्ति को सम्मान के साथ जीने का अधिकार देता है। यह दिव्यांगों के अधिकार अधिनियम, 2016 की धारा 92 का भी उल्लंघन करता है।
उन्होंने अधिकारियों से घटना में शामिल व्यक्तियों के खिलाफ तत्काल और उचित कार्रवाई करने का आग्रह किया तथा चर्चित हस्तियों को उनके कार्यों के लिए जवाबदेह ठहराने की आवश्यकता पर बल दिया, विशेषकर तब जब वे कमजोर समुदायों की गरिमा को ठेस पहुंचाते हों।
ये भी पढ़ें- ICC Champions Trophy 2025: पाकिस्तान नहीं जाएगी टीम इंडिया! ये प्रस्ताव भेजेगी BCCI