India biggest win in T20 World Cups: भारत ने 29 जून को साउथ अफ्रीका को मात्र 7 रनों से हराकर 13 सालों से वर्ल्ड कप ट्रॉफी के सूखे को ख़तम कर दिया था। हाल ही में विक्ट्री परेड भी टीम इंडिया को सम्मानित करने के लिए मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में आयोजित की गई थी।
जिसमे भारत में क्रिकेट का जुनून क्या है वो फैंस की संख्या ने बयां कर दिया। भारत का फाइनल मैच तो अभी आप भूले नहीं होंगे और हमें पता है एक समय पर आपने भी भारत की जीत की आस लगभग छोड़ ही दी रही होगी लेकिन किस्मत को उस दिन कुछ और ही मंजूर था।
और ऐसा पहली बार नहीं हुआ है की भारत के खिलाडियों ने लगभग नामुमकिन जीत (India biggest win in T20 World Cups) को मुमकिन कर दिखाया हो, आइये आज हम बात करते उन मैचों की जिसमे इंडिया की जीत लगभग नामुमकिन थी लेकिन भारतीय प्लेयर्स ने उस जीत को मुमकिन कर दिखाया हो।
1.
2016 टी20 वर्ल्ड कप: भारत बनाम बांग्लादेश
23 मार्च 2016 को बैंगलोर के एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में भारत और बांग्लादेश के बीच एक रोमांचक मैच हुआ। बांग्लादेश को आखिरी ओवर में 11 रन चाहिए थे और उनके पास 4 विकेट थे।
हार्दिक पंड्या को आखिरी ओवर दिया गया। पहली तीन गेंदों पर 9 रन बन भी गए, और बांग्लादेश जीत के बेहद करीब था। लेकिन अगले दो गेंदों पर मुशफिकुर रहीम और महमुदुल्लाह कैच आउट हो गए।
अब 1 गेंद पर 2 रन चाहिए थे। धोनी ने अंतिम गेंद पर मुस्तफिजुर रहमान को रन आउट कर दिया, और भारत ने यह मैच 1 रन से जीत लिया। यह मैच भारतीय क्रिकेट इतिहास का एक यादगार पल बन गया।
2.
2022 टी20 वर्ल्ड कप: भारत बनाम पाकिस्तान
23 अक्टूबर 2022 को मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड में भारत बनाम पाकिस्तान का मैच तो शायद ही कोई भुला सकता है। पाकिस्तान ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 159 रनों का स्कोर बनाया।
भारत की शुरुआत खराब रही और उन्होंने 31 रन पर ही अपने 4 विकेट गवां दिए। तब विराट कोहली और हार्दिक पांड्या ने एक महत्वपूर्ण 113 रनों की साझेदारी की। अंतिम 3 ओवरों में भारत को जीत के लिए 48 रन चाहिए थे।
विराट कोहली ने शानदार पारी खेलते हुए 53 गेंदों पर नाबाद 82 रन बनाए। 19वें ओवर में, जो हरिस रऊफ ने फेंका, कोहली ने आखिरी दो गेंदों पर दो शानदार छक्के लगाए, जिससे खेल का रुख बदल गया।
अंतिम ओवर में, जब 16 रन चाहिए थे, तभी नवाज़ ने पहली ही गेंद पर हार्दिक पंड्या को पवैलियन का रास्ता दिखा दिया। इसके बाद बल्लेबाजी करने आए दिनेश कार्तिक ने 2 गेंदों में 3 रन बनाकर विराट कोहली को स्ट्राइक दे दी।
उसकी अगली ही बॉल मोहम्मद नवाज़ ने नो-बॉल फेंक दी जिसपर कोहली ने छक्का लगा दिया, उसके बाद 3 रन लिए जिससे दिनेश स्ट्राइक पर आ गए और भारत को जीत के लिए मात्र 2 रनों की जरूरत थी।
उसके बाद एक बार फिर नवाज़ ने कार्तिक को आउट कर मैच में ट्विस्ट ला दिया। बल्लेबाजी करने आए आर अश्विन लेकिन उनको पहली ही बॉल नवाज़ ने वाइड दाल दी और स्कोर बराबर हो गया।
अंतिम गेंद पर आश्विन ने विजयी रन बनाकर भारत को एक अविस्मरणीय जीत दिलाई। इसके साथ ही कोहली की इस पारी को टी20 वर्ल्ड कप इतिहास की सबसे बेहतरीन पारियों में से एक माना गया।
विराट कोहली ने इस मैच में 53 गेंद में 6 चौकों और 4 छक्कों की मदद से नाबाद 82 रन की आतिशी पारी खेलकर दीवाली से एक दिन पहले ही पूरे भारत में जश्न की शुरुआत कर दी थी। उनकी यह पारी आज भी कोई नहीं भुला सकता है।
3.
2024 टी20 वर्ल्ड कप: भारत बनाम पाकिस्तान
भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए पाकिस्तान को 120 रनों का बहुत ही आसान सा लक्ष्य दिया था। ऋषभ पंत के 42 रनों की महत्वपूर्ण पारी की बदौलत ही टीम इस सम्मानजनक स्कोर तक पहुंच पाई थी।
पाकिस्तान की टीम ने इस आसान लक्ष्य का पीछा करते हुए संयम बरता। शुरुआत में कुछ झटके जरूर लगे लेकिन 12 ओवर के बाद पाकिस्तान के 72 रनों पर मात्र 2 ही विकेट थे और उन्हें जीत के लिए महज 48 गेंदों में 48 रनों की जरूरत थी।
लेकिन भारतीय गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए उन्हें 114 रनों पर ही रोक दिया। जसप्रीत बुमराह और हार्दिक पांड्या की बेहतरीन गेंदबाजी ने पाकिस्तान के बल्लेबाजों को बांधे रखा।
बुमराह ने 3 विकेट और पांड्या ने 2 विकेट चटकाए, जिससे भारत ने यह मुकाबला 6 रनों से जीत लिया। बुमराह ने उस मैच में पहले बाबर आजम (13), फिर मोहम्मद रिजवान (31) को आउट किया।
इसके बाद अंत में इफ्तिखार अहमद (5) को भी आउट कर लो स्कोरिंग मैच में भारत की जीत में अहम भूमिका निभाई। रिजवान का विकेट भारतीय टीम के लिए टर्निंग प्वाइंट रहा।
4.
2024 टी20 वर्ल्ड कप फाइनल: भारत बनाम दक्षिण अफ्रीका
कौन कहेगा की हेनरिच क्लासेन और डेविड मिलर जैसे बल्लेबाज क्रीच पर हो, जीत के लिए 30 गेंदों में मात्र 30 रनों की जरूरत हो और भारत जीत जाएगा।
दरअसल इस नामुमकिन जीत को मुमकिन बनाने में किसी और का नहीं बल्कि भारतीय गेंदबाजों का ही हाथ था। बुमराह की 16वें ओवर में जादुई गेंदबाजी ने अफ्रीकन बल्लेबाजों को रन लेने का मौका ही नहीं दिया और उस ओवर में मात्र 4 रन ही आए।
जिससे बल्लेबाज दबाव में आ गए और अगले ओवर की पहली ही बॉल पर क्लासेन बड़ा शॉट लगाने के चक्कर में अपना विकेट हार्दिक पंड्या को थमा बैठे जो की मैच का टर्निंग पॉइंट साबित हुआ।
इसके बाद कोई भी बल्लेबाज बड़े शॉट नहीं लगा पाया और आखिरी ओवर में पूरा दारोमदार डेविड मिलर पर आ गया। लेकिन उस दिन भारतीय फैंस की किस्मत में एक बार फिर से शोक मानना नहीं लिखा था।
20वें ओवर की पहली ही बॉल पर डेविड मिलर ने बड़ा शॉट लगाया लेकिन बदकिस्मती से वो कैच सूर्यकुमार ने पकड़ लिया और प्रोटेअस की आखिरी उम्मीद भी यहीं पर खत्म हो गई।
अंत में भारत ने यह मैच 7 रनों से अपने नाम कर लिया और इस शानदार जीत (India biggest win in T20 World Cups) के साथ T20 वर्ल्ड कप ट्रॉफी के 17 सालों का लम्बे इंतजार खत्म किया। इससे पहले भारतीय टीम 2007 में टी20 वर्ल्ड कप जीती थी।