Nitesh Kumar Wins Gold: हरियाणा के 29 साल के नितेश कुमार ने Paris Paralympics 2024 में भारत के लिए दूसरा गोल्ड जीत लिया है।
नितेश कुमार ने ये खिताब Para Badminton में जीता है। वो पेरिस पैरालंपिक्स 2024 में गोल्ड मेडल जीतने वाले दूसरे भारतीय एथलीट बन गए हैं।
उन्होंने बैडमिंटन की मेंस सिंगल्स SL3 कैटेगरी में ग्रेट ब्रिटेन के डेनियल बैथेल को 21-14, 18-21, 23-21 से हराकर स्वर्ण पदक पर कब्जा जमाया है।
जीत के बाद टी-शर्ट उतारकर मनाया जश्न
खिताब जीतने के बाद नितेश की खुशी देखने लायक थी।
गोल्ड मेडल जीतते ही उन्होंने अपनी टी-शर्ट उतार दी और जोर-जोर से चिल्लाने लगे।
Another historic moment for India!
Nitesh Kumar clinches Gold🏅 in men’s singles SL3 para-badminton at the Paris Paralympics!
Proud of his determination and skill! #Paralympics2024 #NiteshKumar #Paris2024 #Cheer4Bharat @mansukhmandviya @IndiaSports @MIB_India @PIB_India… pic.twitter.com/OcoqP0qgrV
— Doordarshan Sports (@ddsportschannel) September 2, 2024
लोगों को आई सौरव गांगुली की याद
ये वीडियो देखते ही लोगों को पूर्व इंडियन क्रिकेटर Sourav Ganguly की याद आ गई।
सौरव गांगुली ने 2002 में लॉर्ड्स के मैदान पर नेटवेस्ट ट्रॉफी फाइनल जीतने के बाद अपनी जर्सी उताकर हवा में लहरा दी थी।
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उस वक्त इस घटना ने खूब सुर्खियां बटोरी थीं।
पहली बार पैरालंपिक खेल रहे हैं नितेश
नितेश पहली बार पैरालंपिक खेलों में भाग ले रहे थे और उन्होंने पहली बार में ही गोल्ड मेडल पर निशाना साधकर इतिहास रच दिया है।
नितेश अब पैरालंपिक्स बैडमिंटन में गोल्ड मेडल जीतने वाले केवल तीसरे भारतीय एथलीट बन गए हैं।
उनसे पहले टोक्यो पैरालंपिक्स में प्रमोद भगत और कृष्णा नागर ने मेंस सिंगल्स कम्पटीशन में गोल्ड जीता था।
It’s SECOND GOLD 🥇 for 🇮🇳 in #ParisParalympics2024!
Nitesh Kumar clinches Gold in #Parabadminton.#Paris2024 #Cheer4Bharat #Paralympics2024 @Media_SAI @MIB_India @airnewsalerts pic.twitter.com/E0sxK8iIkB
— Akashvani आकाशवाणी (@AkashvaniAIR) September 2, 2024
भारत को अब तक 9 मेडल मिले
पेरिस पैरालंपिक्स में भारत अब तक कुल 9 मेडल जीत चुका है। एथलेटिक्स में देश को 4 मेडल मिल चुके हैं।
शूटिंग में अब तक 4 मेडल आ चुके हैं। अवनी लेखरा ने गोल्ड, वहीं मनीष नरवाल ने सिल्वर, मोना अगरवाल और रूबीना फ्रांसिस ने ब्रॉन्ज मेडल पर निशाना साधा है।
निषाद कुमार ने हाई जम्प में सिल्वर, योगेश कथुनिया ने डिसकस थ्रो में सिल्वर, वहीं प्रीति पाल ने महिलाओं की 100 मीटर और 200 मीटर रेस में ब्रॉन्ज मेडल जीता है।
साल 2009 में खोया था पैर
नितेश ने 2009 में विशाखापत्तनम में एक ट्रेन दुर्घटना में अपना बायां पैर खो दिया था, जिसके कारण वह कई महीनों तक बिस्तर पर पड़े रहे।
हालांकि, उन्होंने अपना पूरा समय भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) की प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी में लगाया और एक साल की छुट्टी भी ली।
2016 में शुरू किया पैरा-बैडमिंटन
उन्होंने 2013 में IIT मंडी में दाखिला लिया और संस्थान में अपने खाली समय के दौरान, बैडमिंटन खेलना शुरू किया।
पैरा-बैडमिंटन में उनका करियर 2016 में शुरू हुआ, जब उन्होंने हरियाणा टीम के हिस्से के रूप में पैरा नेशनल चैंपियनशिप में भाग लिया।
उन्होंने 2017 में आयरिश पैरा-बैडमिंटन इंटरनेशनल में अपना पहला अंतरराष्ट्रीय खिताब जीता।
उन्होंने कई खिताब भी जीते हैं, जिसमें BWF पैरा बैडमिंटन वर्ल्ड सर्किट और एशियाई पैरा गेम्स में जीत शामिल है।
बैडमिंटन कोच भी हैं नितेश
एक प्रभावशाली पैरा-बैडमिंटन करियर के अलावा, नितेश हरियाणा में खेल और युवा मामलों के विभाग के लिए एक वरिष्ठ बैडमिंटन कोच के रूप में भी काम करते हैं।