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Paris Olympics: Rare Kidney Disease से जूझकर ऐसे चैंपियन बनीं 21 साल की जिमनास्ट Suni Lee

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Nisha Rai
Nisha Rai
निशा राय, पिछले 12 सालों से मीडिया के क्षेत्र में सक्रिय हैं। इन्होंने दैनिक भास्कर डिजिटल (M.P.), लाइव हिंदुस्तान डिजिटल (दिल्ली), गृहशोभा-सरिता-मनोहर कहानियां डिजिटल (दिल्ली), बंसल न्यूज (M.P.) जैसे संस्थानों में काम किया है। माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय (भोपाल) से पढ़ाई कर चुकीं निशा की एंटरटेनमेंट और लाइफस्टाइल बीट पर अच्छी पकड़ है। इन्होंने सोशल मीडिया (ट्विटर, फेसबुक, इंस्टाग्राम) पर भी काफी काम किया है। इनके पास ब्रांड प्रमोशन और टीम मैनेजमेंट का काफी अच्छा अनुभव है।

Paris Olympics Gymnast Suni Lee: इस साल पेरिस ओलंपिक में कई ऐसे खिलाड़ी आए जिनके संघर्ष की कहानी ने दुनिया को चौंका दिया।

ऐसे ही एक खिलाड़ी है United States की 21 साल की Gymnast Suni Lee जिन्होंने दो लाइलाज किडनी बीमारियों से लड़कर ओलंपिक में वापसी की और चैंपियन बनी।

ली ने गुरुवार को महिलाओं के ऑल-अराउंड फाइनल में ब्रॉन्ज मेडल (कांस्य पदक) जीता।

हालांकि उन्होंने तीसरे स्थान पर क्वालीफाई किया, वह उस जिमनास्टिक टीम का हिस्सा थी जिसने टीम यूएसए के लिए गोल्ड मेडल (स्वर्ण पदक) भी जीता। ये उनका 5वां ओलंपिक मेडल था।

जीत के बाद लिखी ये बात

मेडल जीतने के बाद Suni Lee ने इंस्टाग्राम पर जीत की फोटो पोस्ट करते हुए लिखा- “मुझे बताया गया था कि मैं फिर कभी जिमनास्टिक नहीं कर पाऊंगी, से लेकर अपना 5वां ओलंपिक पदक जीतने तक!! यह पदक जिमनास्टिक से कहीं ज्यादा गहरा है।

 

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मैं यह भी नहीं बता सकती कि मेरी बीमारी ने मुझसे कितना कुछ छीन लिया है और इसने मुझे कितनी ताकत दी है, इसलिए यहां पहुंचना सबसे बड़ी उपलब्धि है। अपने दूसरे ओलंपिक खेलों में टीम यूएसए का प्रतिनिधित्व करने का अवसर पाकर मैं आभारी हूं! आपके समर्थन के लिए धन्यवाद।”

दो ओलंपिक ऑल-अराउंड पदक जीतने वाली पहली अमेरिकी महिला

पोडियम पर गोल्ड मेडल विनर सिमोन बाइल्स के साथ शामिल होकर, ये दो ओलंपिक ऑल-अराउंड पदक जीतने वाली पहली अमेरिकी महिला बन गईं।

 

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2020 टोक्यो ओलंपिक में भी जीता था गोल्ड मेडल

Suni Lee के लिए ओलंपिक मेडल जीतना नया नहीं है। साल 2020 टोक्यो ओलंपिक में ली ने व्यक्तिगत ऑल-अराउंड के लिए गोल्ड मेडल जीता था। लेकिन इस साल की जीत उनके लिए अलग मायने रखती है, क्योंकि यह उन्हें एक कठिन हेल्थ जर्नी के बाद मिली है।

3 साल पहले तक ली टॉप पोजीशन पर थीं लेकिन रेयर किडनी डिसीज की वजह से उनकी कॉम्पटीशन करने की क्षमता तो छोड़ ही दें, ली के बिस्तर से उठने की क्षमता भी सवालों के घेरे में आ गई थी।

2023 में चला बीमारी का पता, 40 पाउंड बढ़ गया था वजन

Suni Lee को 2023 में दो लाइलाज किडनी रोगों का पता चला था।

फरवरी 2023 में एक सुबह Suni Lee जब नींद से जागीं तो उन्हें टखने में सूजन (स्वैलिंग) का अनुभव हुआ।

उन्हें लगा कि ये उनके कठिन ट्रेनिंग सेशन की वजह से हो रहा है। सबसे पहले, उसके टखने सूजे, फिर चेहरा, हाथ और फिर पैर।

उसके डॉक्टरों ने शुरू में सोचा कि Suni Lee को एलर्जी रिएक्शन हो रहा है, लेकिन सूजन कम नहीं हुई।

Suni Lee ने SELF को दिए इंटरव्यू में बताया, “मैं लगातार सूजती जा रही थी।”

इसके बाद, जिमनास्ट को ऑबर्न यूनिवर्सिटी में अपना NCAA जिमनास्टिक सीज़न जल्दी छोड़ना पड़ा और छह महीने के लिए अपनी ट्रेनिंग रोकनी पड़ी।

 

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 ट्रेनिंग छोड़ लौटीं घर

लक्षण दिखने के लगभग एक महीने बाद, उसने ट्रेनिंग पूरी तरह से बंद कर दी, ऑबर्न छोड़ दिया और अपने घर वापस चली गई।

बकौल Suni Lee- “मैं बस अपने बिस्तर में सड़ रही थी। मैं किसी से बात नहीं कर सकती थी। मैं घर से बाहर नहीं निकली।”

नहीं मानी हार

Suni Lee ने आगे बताया, “ऐसे कई मौके आए जब मैंने सोचा कि मैं अपना खेल छोड़ दूंगी और हार मान लूंगी क्योंकि मैं बहुत बीमार थी लेकिन मेरे आस-पास ऐसे लोग थे जिन्होंने मुझे संभाला और मेरा साथ दिया और सुनिश्चित किया कि मैं ठीक रहूं, तो मुझे अहसास हुआ कि यह वही है जो मैं चाहती थी।”

इसके बाद Suni Lee ने अपना इलाज करवाया और धीरे-धीरे वापस खेलना शुरू किया। दर्द में भी वो अपना लक्ष्य नहीं भूली और खेलती रहीं।

इसलिए इस साल ओलंपिक की जिम्नास्ट टीम में जगह बनाना Suni Lee के लिए एक “अविश्वसनीय जर्नी” थी।

 

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इस बात से दुखी हैं Suni Lee

Suni Lee कहती हैं- “जब भी मैं अपने कोचों से बात करती हूं, तो मैं बहुत दुखी हो जाती हूं क्योंकि मैं कभी भी पहले जैसी खिलाड़ी नहीं रह पाऊंगी।”

क्या है लाइलाज किडनी रोग?

Suni Lee ने पब्लिक को ये तो नहीं बताया कि उन्हें एक्चुल में क्या हुआ था, लेकिन उन्होंने ये जरूर बताया कि उनकी बीमारी का कोई इलाज नहीं है।

SELF की रिपोर्ट के अनुसार, उनकी मेडिकल टीम को भी लगता है कि उनके स्वास्थ्य के बारे में अधिक जानकारी मिलने पर उनका इलाज बदल सकता है। मैगजीन के मुताबिक यह बीमारी आम नहीं है।

Paris Olympics Gymnast Suni Lee
Paris Olympics Gymnast Suni Lee

प्रेरणा है Suni Lee की जर्नी

Suni Lee मानती हैं कि वह पहले की तुलना में अधिक मजबूत खिलाड़ी बन गई हैं। उनके मुताबिक “जीवन की बाधाओं को कभी भी अपने सपनों को पूरा करने से न रोकें।”

Suni Lee ये भी कहती हैं कि, “मैं बस खुद को साबित करना चाहती थी कि मैं यह कर सकती हूं, क्योंकि बीमार होने के बाद मुझे लगने लगा था कि मैं दोबारा कभी नहीं खेल पाऊंगी।”

Suni Lee की ये जर्नी उन सभी के लिए एक प्रेरणा है जो जिंदगी में कुछ करना चाहते हैं लेकिन मुश्किलें उनका रास्ता रोक लेती है।

Paris Olympics Gymnast Suni Lee
Paris Olympics Gymnast Suni Lee

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