Virat Kohli Bengaluru Stampede: रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) की पहली आईपीएल जीत के बाद बेंगलुरु भगदड़ पर टीम के स्टार खिलाड़ी विराट कोहली ने करीब 3 महीने बाद चुप्पी तोड़ी है।
उन्होंने इस घटना को अपनी फ्रेंचाइजी के इतिहास का सबसे दुखद दिन बताया और प्रभावित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की।
RCB ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर विराट कोहली का ये इमोशनल स्टेटमेंट शेयर किया, जिसमें उन्होंने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया।
विराट कोहली का भावुक बयान
“जिंदगी में कभी-कभी ऐसे पल आते हैं जिनके लिए आप बिल्कुल तैयार नहीं होते। 4 जून भी ऐसा ही दिन था। हमारी फ्रेंचाइजी के लिए जो दिन सबसे खुशहाल होना चाहिए था, वो एक दुखद घटना में बदल गया।”

“मैं उन सभी परिवारों के लिए प्रार्थना करता हूं जिन्होंने अपनों को खोया और उन फैंस के लिए जो घायल हुए। आपका दर्द अब हमारी कहानी का हिस्सा है। हम सब मिलकर आगे बढ़ेंगे और पहले से ज्यादा संवेदनशील और जिम्मेदार रहेंगे।”
“Nothing in life really prepares you for a heartbreak like June 4th. What should’ve been the happiest moment in our franchise’s history… turned into something tragic. I’ve been thinking of and praying for the families of those we lost… and for our fans who were injured. Your… pic.twitter.com/nsJrKDdKWB
— Royal Challengers Bengaluru (@RCBTweets) September 3, 2025
क्या हुआ था 4 जून को?
इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2024 का खिताब जीतने के बाद 4 जून को बेंगलुरु के एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर RCB की विक्ट्री परेड का आयोजन किया गया था।
टीम ने सोशल मीडिया पर फैंस को इस जश्न में शामिल होने का न्योता दिया था, जिसके बाद लगभग ढाई से तीन लाख प्रशंसक वहां जुट गए।
हालांकि, भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पर्याप्त इंतजाम नहीं होने के कारण हालात बेकाबू हो गए और भगदड़ मच गई।
इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना में 11 लोगों की मौत हो गई और 50 से अधिक लोग घायल हो गए।


कौन थे पीड़ित?
इस भगदड़ में जान गंवाने वाले सभी 11 लोग 35 वर्ष से कम उम्र के थे, जो अपने दोस्तों के साथ जश्न मनाने आए थे।
सबसे कम उम्र की पीड़िता 13 वर्षीय दिव्यांशी थी।
मृतकों में तीन किशोर (टीनएजर) और 20 से 30 वर्ष की आयु के 6 युवक शामिल थे। इस घटना ने शहर को सदमे में डाल दिया।
जांच रिपोर्ट और जिम्मेदारी
17 जुलाई को कर्नाटक सरकार की जांच रिपोर्ट में RCB प्रबंधन को इस घटना का मुख्य रूप से जिम्मेदार ठहराया गया।
रिपोर्ट में कहा गया कि RCB ने इस बड़े आयोजन के लिए पर्याप्त इंतजाम नहीं किए और परेड के लिए उचित अनुमति भी नहीं ली थी।
हालांकि, रिपोर्ट में यह भी माना गया कि अगर आयोजन अचानक रद्द किया जाता तो हिंसा भड़क सकती थी।
इस घटना की न्यायिक जांच अभी भी जारी है।

त्रासदी के बाद के कदम
इस घटना का असर अब तक देखा जा सकता है। चिन्नास्वामी स्टेडियम में घटना के बाद से कोई अंतरराष्ट्रीय मैच आयोजित नहीं हुआ है।
आगामी महिला वनडे विश्व कप 2025 के मैच, जो originally बेंगलुरु में खेले जाने थे, अब नवी मुंबई के डॉ. डी. वाई. पाटिल स्टेडियम में शिफ्ट कर दिए गए हैं।

मृतकों के परिवारों को 25-25 लाख रुपये देगी RCB
दूसरी ओर, RCB ने मृतकों के परिवारों को मदद का हाथ बढ़ाया है।
फ्रेंचाइजी ने हर मृतक के परिवार को 25-25 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने का ऐलान किया है।
साथ ही, उन फैंस की याद में एक मेमोरियल बनाने का भी फैसला किया गया है, जहां उनके नाम और उनसे जुड़ी यादों को संजोकर रखा जाएगा।
:
Our hearts broke on June 4, 2025.
We lost eleven members of the RCB family. They were part of us. Part of what makes our city, our community & our team unique. Their absence will echo in the memories of each one of… pic.twitter.com/1hALMHZ6os
— Royal Challengers Bengaluru (@RCBTweets) August 30, 2025
बेंगलुरु की यह घटना एक बड़ी सीख के तौर पर सामने आई है कि किसी भी बड़े आयोजन की योजना सुरक्षा और भीड़ प्रबंधन को सबसे ऊपर रखकर बनाई जानी चाहिए।
विराट कोहली और RCB का यह बयान इस दुखद घटना में एक संवेदनशील कदम है, जो पीड़ित परिवारों के दर्द को समझता है और भविष्य में और सतर्कता बरतने का वादा करता है।