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फिर से पांव पसार रहा कोरोना: संक्रमण से 4 दिन में 31 मौतें, एक्टिव केस की संख्या 4 हजार के पार

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India COVID Cases: देश में कोरोना वायरस एक बार फिर से पांव पसारता दिख रहा है।

बीते कुछ दिनों में एक्टिव केसों में तेजी से बढ़ोतरी हुई है और केवल चार दिनों में 31 लोगों की मौत हो चुकी है।

स्वास्थ्य मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार, 2 जून 2025 तक देश में कुल एक्टिव केसों की संख्या 4,026 हो गई है।

सबसे अधिक मामले केरल और महाराष्ट्र में देखने को मिल रहे हैं।

वहीं, दिल्ली सहित कई राज्यों ने अस्पतालों में सतर्कता के साथ तैयारियां शुरू कर दी हैं।

केरल-महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा एक्टिव केस

देश में सामने आए कुल एक्टिव केसों में से लगभग 50% केवल केरल और महाराष्ट्र से हैं।

केरल में सबसे ज्यादा 1,416 एक्टिव केस दर्ज किए गए हैं, जबकि महाराष्ट्र में यह संख्या 494 तक पहुंच गई है।

महाराष्ट्र में सोमवार को दो महिलाओं की कोरोना संक्रमण से मौत हो गई, जिनकी उम्र 70 और 73 वर्ष थी।

राज्य में अब तक कोरोना से 10 मौतें हो चुकी हैं।

पिछले 24 घंटों में केरल, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल और गुजरात में भी 1-1 मौत की पुष्टि हुई है।

स्वास्थ्य विभाग के अनुसार अब तक देश के 11 राज्यों से कुल 38 मौतें दर्ज की जा चुकी हैं।

इनमें से 31 केवल बीते 4 दिनों में हुई हैं।

दिल्ली के अस्पतालों ने शुरू की तैयारी

दिल्ली में बढ़ते मामलों को देखते हुए आरएमएल और सफदरजंग जैसे बड़े अस्पतालों ने कोरोना से निपटने के लिए तैयारी तेज कर दी है।

आरएमएल अस्पताल में 9 बेड का आइसोलेशन वार्ड तैयार किया गया है।

डॉक्टरों के अनुसार, वर्तमान में सामने आ रहे मामलों में किसी भी मरीज की हालत गंभीर नहीं है और सभी में सामान्य लक्षण ही पाए जा रहे हैं।

दिल्ली हाईकोर्ट ने जताई चिंता

दिल्ली हाईकोर्ट ने कोविड की स्थिति पर संज्ञान लेते हुए कहा है कि कोविड की अगली महामारी अभी खत्म नहीं हुई है, बल्कि यह अभी भी सक्रिय है।

कोर्ट ने केंद्र सरकार से सैंपल कलेक्शन, सैंटर और ट्रांसपोर्ट से जुड़ी तैयारियों की जानकारी मांगी है।

जस्टिस गिरीश कठपालिया ने कहा कि अगर 30 मई 2023 को हुई बैठक में लिए गए निर्णयों को लागू करने में कोई ढिलाई बरती गई है, तो यह एक गंभीर मामला है।

केंद्र सरकार ने दी स्थिति स्पष्ट

केंद्रीय स्वास्थ्य और आयुष राज्य मंत्री प्रतापराव जाधव ने संसद को बताया कि स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह सतर्क है और सभी राज्यों के हालात पर नजर रखी जा रही है।

उन्होंने कहा कि पिछले कोविड लहरों के दौरान बनाए गए ऑक्सीजन प्लांट, ICU बेड और अन्य संसाधनों की समीक्षा की जा चुकी है और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयारियां पूरी हैं।

मिजोरम में 7 महीने बाद कोविड की वापसी

मिजोरम में करीब सात महीने बाद कोविड के दो नए मामलों की पुष्टि हुई है।

मिजोरम में पिछली बार अक्टूबर 2024 में कोविड केस सामने आए थे।

दोनों मरीजों का इलाज आइजोल के पास जोरम मेडिकल कॉलेज और अस्पताल (ZMCH) में चल रहा है।

राज्य के इंटीग्रेटेड डिजीज सर्विलांस प्रोग्राम (IDSP) ने लोगों से सतर्क रहने की अपील की है और कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने को कहा है।

महाराष्ट्र में 10 हजार से ज्यादा टेस्ट

महाराष्ट्र सरकार के अनुसार, 31 मई को राज्य में कोविड के 68 नए मामले सामने आए।

जनवरी 2025 से अब तक राज्य में कुल 10,324 टेस्ट किए गए हैं, जिनमें से 681 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए।

मुंबई में अब तक 411 केस मिल चुके हैं।

इधर जम्मू-कश्मीर में भी हाल ही में दो कोविड केस मिले हैं।

ये दोनों छात्र केरल से हैं और श्रीनगर के सरकारी डेंटल कॉलेज में पढ़ाई कर रहे हैं।

देश में सामने आए कोविड के 4 नए वैरिएंट

ICMR के डायरेक्टर डॉ. राजीव बहल ने बताया कि देश में कोविड-19 के चार नए वैरिएंट मिले हैं: LF.7, XFG, JN.1 और NB.1.8.1।

इनमें JN.1 सबसे आम वैरिएंट है, जो देशभर में किए गए टेस्टिंग सैंपल्स में आधे से ज्यादा में पाया गया है।

इसके अलावा BA.2 और ओमिक्रॉन सबलाइनेज भी सक्रिय हैं।

NB.1.8.1 वैरिएंट में A435S, V445H और T478I जैसे म्यूटेशन पाए गए हैं, जो वायरस के तेजी से फैलने में सहायक होते हैं।

WHO ने इन वैरिएंट्स को “वेरिएंट्स अंडर मॉनिटरिंग” की श्रेणी में रखा है और इन पर नजर रखी जा रही है।

हालांकि फिलहाल इनसे किसी गंभीर खतरे की बात सामने नहीं आई है।

क्या करें आम लोग?

देश में कोरोना की वापसी ने फिर से सावधानी और सतर्कता की जरूरत को रेखांकित किया है।

हालांकि मामले गंभीर नहीं हैं, लेकिन लापरवाही भविष्य में समस्या बन सकती है।

केंद्र और राज्य सरकारें अपनी ओर से तैयारियों में जुटी हैं, अब आम नागरिकों को भी जिम्मेदारी निभानी होगी।

डॉक्टरों और विशेषज्ञों का कहना है कि घबराने की जरूरत नहीं है, लेकिन सतर्क रहना जरूरी है।

लोगों को कोविड के बुनियादी नियमों जैसे नियमित हाथ धोना, मास्क पहनना, भीड़-भाड़ से बचना और लक्षण दिखने पर टेस्ट कराना नहीं भूलना चाहिए।

खासकर बुजुर्गों और पहले से बीमार लोगों को अतिरिक्त सावधानी बरतनी चाहिए।

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