Bangladesh Currency Change: बांग्लादेश में हालत बिगड़ते ही जा रहे हैं। एक तरफ हिंदुओं पर लगातार अत्याचार हो रहे हैं तो दूसरी तरफ शेख हसीना के देश छोड़ने के बाद से यूनुस सरकार एक के बाद एक बड़े फैसले ले रही है।
इसी बीच मोहम्मद यूनुस सरकार ने फैसला लिया है कि बांग्लादेश की करेंसी नोटों में बदलाव किया जाएगा।
हटाई जाएगी बांग्लादेश के राष्ट्रपिता की तस्वीरें
इस फैसले के मुताबिक बांग्लादेश के राष्ट्रपिता और देश के संस्थापक सदस्यों में से एक शेख मुजीबुर्रहमान की तस्वीर को बांग्लादेश के करेंसी नोटों से हटाया जाएगा।
नए नोट छाप रहा बांग्लादेश सेंट्रल बैंक
मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार के निर्देश के अनुसार बांग्लादेश सेंट्रल बैंक ने 20, 100, 500 और 1000 टका (बांग्लादेशी रुपया) के नए नोट छापने शुरू भी कर दिए हैं।
सेंट्रल बैंक ने बताया कि बांग्लादेशी नोट पर अब शेख मुजीबुर्रहमान की तस्वीर की बजाय देश की धार्मिक संरचनाएं, इमारते, बंगाली परंपरा और जुलाई विद्रोह के दौरान तैयार की गई तस्वीरों को रखा जाएगा।
बांग्लादेश बैंक के कार्यकारी निदेशक हुस्नेरा शिखा ने कहा, “मुझे उम्मीद है कि नया नोट अगले छह महीनों के भीतर बाजार में जारी किया जा सकता है।”
अभी 4 नोटों के डिजाइन में बदलाव
केंद्रीय बैंक और वित्त मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया कि शुरुआत में केवल चार नोटों के डिजाइन को बदला जा रहा है।
वित्त मंत्रालय ने 29 सितंबर को बांग्लादेश बैंक को नए नोट के लिए एक विस्तृत डिजाइन प्रस्ताव प्रस्तुत किया था।
हालांकि, अखबार की रिपोर्ट में कहा गया है कि नए नोटों की छपाई के लिए मुख्य सिफारिश केंद्रीय बैंक की मुद्रा और डिजाइन सलाहकार समिति द्वारा की जाएगी।
कौन है मुजीबुर्रहमान
शेख मुजीबुर्रहमान बांग्लादेश की पूर्व पीएम शेख हसीना के पिता हैं। उन्हें बांग्लादेश का राष्ट्रपिता कहा जाता है।
शेख मुजीबुर्रहमान ने 1971 में पाकिस्तान के साथ संघर्ष करके बांग्लादेश को आजादी दिलाई थी।
बता दें कि जुलाई में बांग्लादेश में एक विवादास्पद नौकरी कोटा को लेकर शेख हसीना के खिलाफ प्रदर्शन किए गए थे।
ये विवाद इतना बढ़ गया कि शेख हसीना की सरकार गिर गई और फिर उन्हें अपना देश छोड़कर भागना पड़ा।
इसके बाद से शेख मुजीबुर्रहमान की मूर्तियों और तस्वीरों और उनकी विरासत पर लगातार हमला और अपमान किया जा रहा है।