Environmental Warrior Mohan Yadav: मोहन यादव – मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री और आज के पर्यावरण वीर।
जी हां, मोहन यादव ने मध्य प्रदेश की धरा को हरा-भरा करने का जो संकल्प लिया है और पहले ही प्रयास में जो छलांग लगाई गई है उसके बाद उन्हें पर्यावरण वीर कहा जाए तो जरा भी अतिशियोक्ति नहीं होगी।
उन्होंने संकल्प लिया और आह्वान किया, बस फिर क्या था एक ही दिन में इंदौर शहर में 11 लाख पौधे रोप दिए गए और बन गया विश्व रिकॉर्ड।
सफलता और सम्मान बताता है कि मध्य प्रदेश की मोहन सरकार पर्यावरण संरक्षण के प्रति कितनी गंभीर और सजग है।
दूसरा इंदौर की जनता भी साधुवाद की पात्र है जो हमेशा हर अभियान और जनहित के कार्यों में सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी नजर आई।
यूं ही नहीं हर बार स्वच्छता में सालों से इंदौर का रिकॉर्ड नहीं टूटा है और इस बार 11 लाख पौधे लगाकर फिर एक नजीर पेश किया गया है।
हम पहले भी आपको बता चुके हैं कि जब-जब भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोई अभियान शुरू किया मध्य प्रदेश ने उसे सिद्ध करके दिखाया है।
इंदौर में लगाए गए 11 लाख पौधे पीएम मोदी के ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान का ही हिस्सा हैं।
आइए आपको बताते हैं कैसे इंदौर ने बनाया विश्व रिकॉर्ड –
- इंदौर की रेवती टेकरी को रिकॉर्ड बनाने के लिए चुना गया
- बीएसएफ की फायरिंग रेंज है रेवती टेकरी
- पौधारोपण का आगाज केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने किया
- अमित शाह ने अपनी मां कुसुम बेन की याद में पौधा रोपा
- इसके बाद पौधा रोपने की शुरुआत हुई
- कुछ ही घंटों में रेवती टेकरी पर 11 लाख पौधे रोप दिए गए
- गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड की ओर से 300 लोगों की टीम लगाई गई
- टीम ने सभी पौधों की गिनती की जो 11 लाख थी
- गिनीज बुक की तरफ से सीएम मोहन यादव को प्रमाण पत्र सौंपा गया
- इस अभियान में स्वयंसेवी संगठनों ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया
- इंदौर ने असम में एक दिन में 9 लाख पौधे लगाने का रिकॉर्ड तोड़ा है
- पौधा रोपण का सिलसिला सूर्योदय से शाम 6 बजे तक चला।
बता दें कि एक पेड़ मां के नाम अभियान के तहत मध्य प्रदेश में 6 करोड़ पौधे लगाने के लक्ष्य रखा गया है और जिस अभियान का आगाज इतना शानदार हो वो अपने सुखद अभियान तक भी पहुंचेगा ये तय है।
और इतने यकीन के साथ हम ये बात इसलिए भी कह पा रहे हैं कि डॉक्टर मोहन यादव (Environmental Warrior Mohan Yadav) की शख्सियत का सबसे खास पहलू यही है कि वो जिस काम को हाथ में लेते हैं उसे पूरा करके ही दम लेते हैं।
एक पेड़ मां के नाम अभियान की बागडोर अब जब उन्होंने अपने हाथ में ली है तो निश्चित है कि मध्य प्रदेश ना केवल 6 करोड़ पौधे लगाने के लक्ष्य को हासिल करेगा बल्कि ये पौधे पुष्प पल्लवित भी होंगे।