Lok Sabha Election 2024: भोपाल। लोकसभा चुनाव 2024 के पहले चरण में 21 राज्यों-केंद्र शासित प्रदेशों की 102 सीटों पर शुक्रवार (19 अप्रैल) को सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक हुई वोटिंग (Voting Percentage) में 68.29 फीसदी लोगों ने ही मतदान किया। चुनाव आयोग (Election Commission) द्वारा जारी किए गए ये आंकड़े 2019 के मुकाबले 1 फीसदी कम है। 2019 लोकसभा चुनाव (Loksabha Election 2024) में पहले चरण में 91 सीटों पर 69.43% मतदान हुआ था।
पहले चरण में शुक्रवार को जिन 102 लोकसभा सीटों पर मतदान हुआ है, उनमें 2019 में भाजपा ने 40, डीएमके ने 24 और कांग्रेस ने 15 सीटें जीती थीं जबकि अन्य को 23 सीटें मिली थीं। पहले चरण में ज्यादातर सीटों पर मुकाबला इन्हीं 3 प्रमुख पार्टियों के बीच है।
सबसे ज्यादा लक्षद्वीप तो सबसे कम बिहार में हुआ मतदान
बता दें कि 21 राज्यों-केंद्र शासित प्रदेशों में से 4 राज्यों में 80 फीसदी से ज्यादा मतदान हुआ जिनमें सबसे ज्यादा लक्षद्वीप में 83.88% वोटिंग हुई है, इसके बाद त्रिपुरा में 81.62%, बंगाल में 80.55% और सिक्किम में 80.03% मतदान हुआ है। बाकी अन्य 17 प्रदेशों में 50-80% के बीच मतदान हुआ जबकि एकमात्र बिहार ही एक ऐसा राज्य रहा है जहां 50% से नीचे यानी सबसे कम 48.88% मतदान हुआ है।
अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम में विधानसभा चुनाव के लिए भी डाले गए वोट
अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम में लोकसभा के साथ विधानसभा चुनाव के लिए भी वोट डाले गए। अरुणाचल में 76.44% और सिक्किम में 79.86% लोगों ने राज्य सरकार चुनने के लिए विधानसभा वार मतदान किया।
पश्चिम बंगाल और मणिपुर में मतदान के दौरान हिंसा
पहले चरण के चुनाव के दौरान पश्चिम बंगाल और मणिपुर में मतदान के दौरान हिंसा की खबरें भी आईं। पश्चिम बंगाल के कूचबिहार में BJP और TMC कार्यकर्ताओं के बीच पथराव की खबरें आईं। तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने भाजपा कार्यकर्ताओं पर आरोप लगाया कि कूचबिहार के तूफानगंज में भाजपा समर्थकों ने पोलिंग बूथ पर हिंसा की और तृणमूल कांग्रेस के एजेंट्स के साथ मारपीट की जिसमें कई घायल हुए हैं।
Trinmool Congress ने आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा कार्यकर्ता हथियारों के साथ मतदान केंद्र के सामने खड़े होकर मतदाताओं को डरा-धमका रहे हैं और अपने पक्ष में मतदान करवाने की कोशिश कर रहे हैं।
बता दें कि तूफानगंज इलाके में गुरुवार की रात भी BJP कार्यकर्ताओं ने कथित तौर पर तृणमूल कांग्रेस के अस्थायी दफ्तर में आगजनी करते हुए हिंसा की थी, जिसके बाद TMC ने कूचबिहार के भाजपा प्रत्याशी के खिलाफ चुनाव आयोग में शिकायत की। इसके जवाब में BJP कार्यकर्ताओं ने भी तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं पर हिंसा का आरोप लगाया।
मणिपुर के पूर्वी इम्फाल जिले के Moirangkampu में चुनाव के दौरान आगजनी की घटना सामने आई जहां उपद्रवियों ने EVM मशीन को आग के हवाले कर दिया। इम्फाल जिले के ही खुरई लाईखुटलेंबी में गुस्साए लोगों ने ईवीएम मशीन तोड़ डाली। तोड़फोड़ करने वाले लोगों का आरोप था कि हथियारबंद बदमाशों ने उनका वोट डाल दिया।
पहले चरण के चुनाव में वोटिंग के दौरान मणिपुर के बिष्णुपुर में भी फायरिंग हुई। मणिपुर की दो लोकसभा सीटों (मणिपुर इनर और मणिपुर आउटर) पर इस फेज में वोटिंग हुई। हिंसा को देखते हुए आउटर सीट के कुछ हिस्सों में 26 अप्रैल को भी मतदान होगा।
नगालैंड के 6 जिलों में 0 फीसदी वोटिंग
नगालैंड के 6 जिलों Mon, Longleng, Tuensang, Noklak, Shamator और Kiphire में लगभग 0% वोटिंग हुई है। पूर्वी नगालैंड में आने वाले इन जिलों के लिए Eastern Nagaland People’s Organization नामक संगठन अलग प्रशासन और पहले से अधिक वित्तीय स्वंत्रता की मांग कर रहा है। इस संगठन ने ही इन जिलों के लोगों से लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करने की अपील की थी।