AAP की राज्यसभा सदस्य स्वाति मालीवाल से मारपीट के मामले ने तूल पकड़ लिया है। शुक्रवार को इस घटना से जुड़ा एक वीडियो सामने आया है जो सीएम हाउस का बताया जा रहा है।
एमपी में सभी सीटों पर मतदान खत्म, कम वोटिंग परसेंटेज ने बीजेपी की चिंता बढ़ाई, कांग्रेस ने कई सीटों पर लगाई ताकत, मतदाताओं की अरूचि ने बढ़ाई बीजेपी की चिंता।
कमलनाथ की मौजूदगी कार्यकर्ताओं में जोश भरने और विरोधियों के माथे पर बल लाने के लिए काफी है। बावजूद इसके ऐन चुनाव के वक्त उनका नेपथ्य में चले जाना हजम नहीं हो रहा।
एक बार फिर से श्याम रंगीला वाराणसी से पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ने का ऐलान कर सुर्खियों में हैं, लेकिन कोई करामात दिखा पाएं ऐसा तो मुश्किल ही नजर आता है।
रामनिवास रावत बीजेपी में क्यों आए? कांग्रेस में ऐसी कौन सी कलह ने रावत का मन खट्टा किया? मान-मनौव्वल से भी आखिर क्यों रामनिवास नहीं माने? आइए इन तमाम बिंदुओं पर डालते हैं एक नजर...
कांग्रेस आलाकमान से हुई बातचीत से नाराज चल रहे रामनिवास रावत की नाराजगी दूर हो गई है और वे सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के चुनाव प्रचार के लिए राजगढ़ भी पहुंच गए।
जिस कांग्रेस के भरोसे निशा बांगरे ने अपना करियर दांव पर लगाया उसी कांग्रेस ने एक हाथ बढ़ाकर दूसरे हाथ से उन्हें ठेंगा दिखा दिया और अब जबकि फुल ठगा हुआ महसूस कर रही हैं बांगरे मैडम तो उन्हें वापस नौकरी चाहिए।
बीजेपी सत्ताधारी दल है। लिहाजा उसके प्रिस्क्रिप्शन यानि वही संकल्प पत्र जिसपर सबकी निगाहें खास तौर पर होती है, वो तैयार है और इसका उनवान (शीर्षक) है भाजपा का संकल्प मोदी की गारंटी।