5 Promise To Yourself: 8 मार्च को हर साल International Women’s Day वुमंस डे मनाया जाता है।
इस मौके पर कई सेलिब्रेशन होते हैं। लोग महिलाओं के लिए बड़ी-बड़ी बातें करते हैं और अगले दिन सब पहले की तरह हो जाता है।
मगर सवाल ये है कि जो महिला हमारी जिंदगी का सबसे खास हिस्सा है, क्या उसके लिए महज एक दिन काफी है और क्या हमारी ये जिम्मेदारी नहीं बनती कि हम हमेशा उसका ख्याल रखे?
महिला चाहे वर्किंग वुमन हो या हाउस वाइफ सभी को हक है कि उन्हें बराबर प्यार और सम्मान मिले।
लेकिन ये तभी संभव होगा जब महिलाएं खुद अपने बारे में सोचेंगी।
इसलिए इस वुमंस डे पर आप खुद से ये 5 प्रॉमिस करिए ताकि दूसरों से पहले आप अपना सम्मान कर सकें।

1. खुद को प्रायोरिटी देना
भारतीय महिलाएं अभी भी अपने परिवार या पार्टनर को ही प्राथमिकता देती है जो कि गलत नहीं है।
मगर इन सबमें वो खुद को भूल जाती हैं और अपनी जरुरतों को अनदेखा करती है। जिससे वो धीरे-धीरे तनाव का शिकार हो जाती है।
इसलिए इस वुमंस डे पर आप खुद से ये वादा करिए कि अबसे आप खुद को प्रायोरिटी देगीं और अपनी जरुरतों को अनदेखा नहीं करेंगी।
2. निगेटिविटी को हावी नहीं होने देना
कई बार हमारे आस-पास इतनी ज्यादा निगेटिविटी होती है कि हम खुद भी उसका शिकार हो जाते हैं और नकारात्मकता का शिकार होकर दुखी और उदास हो जाते हैं।
इसलिए इस Women’s Day पर खुद से वादा करें कि आस-पास चाहे कितना ही निगेटिव माहौल क्यों न हो। आप उसे खुद पर हावी नहीं होने देगीं।

3. मानसिक रूप से आत्मनिर्भर बनना
वैसे तो आज के जमाने में ज्यादातर महिलाएं आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर हैं लेकिन इस Women’s Day आप खुद से ये वादा करें कि आप सामाजिक और मानसिक रूप से भी आत्मनिर्भर बनेंगी।
मतलब अपनी खुशियों और सामाजिक जिम्मेदारियों के लिए आप किसी और पर निर्भर रहेगी।
खुद को खुश रखना आपका काम है जिसे आप बखूबी पूरा करेंगी।
4. अपनी हेल्थ का ख्याल रखना
पूरे परिवार की सेहत की चिंता करने वाली महिला अपना ख्याल रखना भूल जाती है। इसलिए बढ़ती उम्र में कई गंभीर बीमारियों का शिकार हो जाती है।
इसलिए इस वुमंस डे पर आप खुद से ये वादा करें कि आप अपनी सेहत का पूरा ध्यान रखेंगी।

5. सेहतमंद भोजन
आपने देखा होगा आज भी कई घरों में महिलाएं सबसे आखिर में ही खाना खाती हैं या अपने खान-पान पर ध्यान नहीं देती।
ऐसे में इस वुमंस डे पर आप खुद से वादा करें कि जितने प्यार और दुलार से आप अपने परिवार का पेट भरती हैं वैसे ही खुद को भी खिलाएंगी।

परिवार और आस-पास के लोगों की जिम्मेदारी
सबसे जरूरी बात ये है कि किसी भी परिवार या महिला के आस-पास के लोगों की ये जिम्मेदारी है कि वो भी इन वादों को पूरा करने में उसका साथ दें और जब वो कमजोर पड़े तो उसका हौंसला बढ़ाए।
हमारी जिंदगी को पूरा करने वाली महिलाओं के लिए हम इतना तो कर ही सकते हैं।
Happy International Women’s Day…
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