Monkeypox Symptoms: हाल ही में वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन यानी WHO ने M-POX मंकीपॉक्स (MonkeyPox) को ग्लोबल इमरजेंसी घोषित किया है।
इसी बीच पड़ोसी देश पाकिस्तान में गुरुवार को MonkeyPox का पहला मरीज मिला है। यह शख्स हाल ही में साऊदी अरब से पाकिस्तान आया था।
अधिकारियों ने बताया कि संक्रमित व्यक्ति में 3 अगस्त को सऊदी अरब से लौटने के बाद एमपॉक्स का पता चला था।
दुनियाभर में कहर मचाने वाली ये बीमारी बेहद खतरनाक है, आइए जानते हैं इसके बारे में सब कुछ…
जनवरी में शुरु हुआ बीमारी का प्रकोप
जनवरी में कांगों में इस बीमारी का प्रकोप शुरू हुआ था। अबतक इसके 4, 500 मामले सामने आ गए हैं।
वहीं लगभग 300 लोगों की मौत हुई है, यह आंकड़े पिछले साल की तुलना में तीन गुना ज्यादा है।
हेल्थ एक्सपर्ट के मुताबिक इसके हल्के घाव पहले जांघ वाले एरिया को प्रभावित करते हैं।
इससे पहले घाव छाती, हाथों और पैरों पर दिखाई देते हैं। बाद में यह काफी ज्यादा खतरनाक रूप ले लेते हैं।
मंकीपॉक्स के लक्षण (Symptoms of Monkeypox)
- एमपॉक्स के लक्षण आपके संपर्क में आने के 3 से 17 दिन बाद शुरू हो सकते हैं.
- जब आप संपर्क में आते हैं और जब आपको लक्षण दिखाई देते हैं, उसके बीच के समय को ऊष्मायन अवधि कहा जाता है।
- इसकी शुरुआत बुखार से होती है। इसके बाद फिर त्वचा पर लाल चकत्ते, लिम्फ नोड्स में सूजन, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द और पीठ दर्द, ठंड लगना, थकान शामिल है।
शरीर में दाने हो जाए तो न करें ये काम
कई बार लोग मंकीपॉक्स होने पर टोटका, खुजली और कई तरह की चीजें करने लगते हैं, जिसके कारण बाद में उन्हें पछताना पड़ता है।
अगर आपको शरीर पर दाने दिखाई दे तो भूल से भी उन्हें खुजलाएं नहीं क्योंकि ऐसा करने से इसके दाग हमेशा के लिए शरीर पर रह जाएंगे।
साथ ही अगर आप इसे ज्यादा हाथ लगाएंगे तो यह दूसरे व्यक्ति में भी फैल सकता है।
डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि बीमारी के लक्षण आमतौर पर संपर्क के एक सप्ताह के भीतर शुरू हो जाते हैं, हालांकि, वे 1-21 दिन बाद भी शुरू हो सकते हैं।
अधिकारी ने कहा कि इस बीमारी के लक्षण 2-4 सप्ताह तक रहते हैं, लेकिन कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले व्यक्ति में ये लंबे समय तक रह सकते हैं।
कैसे फैलता है मंकीपॉक्स? (How does monkeypox spread)
- एमपॉक्स (मंकी पॉक्स) किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से फैलता है। इसमें यौन संबंध और संक्रमित शख्स से करीब से बात करना शामिल है।
- यह शरीर में आंख, श्वसन तंत्र, नाक या मुंह से प्रवेश कर सकता है।
- मंकी पॉक्स संक्रमित शख्स की चीजों को छूने से भी फैल सकता है, जैसे बिस्तर, बर्तन आदि।
जानवरों से भी फैलता है (Monkeypox also spreads from animals)
एक रिपोर्ट के मुताबिक, यह वायरस संक्रमित जानवर जैसे बंदर, चूहे और गिलहरी से यह भी फैल सकता है।
हालांकि, साल 2022 में मंकी पॉक्स वायरस यौन संपर्क से अधिक फैला था। इस बार भी डीआर कांगो में मंकी पॉक्स फैलने का कारण यौन संपर्क ही है।
वायरस का इन लोगों पर ज्यादा असर
इस बीमारी का असर उन लोगों पर सबसे ज्यादा पड़ता है, जो लोग एक से अधिक पार्टनर रखते हैं या नए पार्टनर रखते हैं।
उसे भी संक्रमण हो सकता है, जो किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में हो।
- एमपॉक्स बच्चे, प्रेग्नेंट महिला और कमजोर इम्युनिटी वाले लोगों को जल्दी अपना शिकार बनाती है।
- खासकर एचआईवी से पीड़ित लोगों के लिए यह बीमारी काफी ज्यादा खतरनाक है।
- कांगों में अब एमपॉक्स के दो स्ट्रेन तेजी से फैले हैं। पहला है एनडैमिक फॉर्म यानी जो व्यक्ति एक जगह से दूसरे जगह ट्रेवल कर रहे हैं। वहीं दूसरा है इसके नए स्ट्रेन।
इस बीमारी से बचने के लिए एडवाइजरी भी जारी की गई है।
- मंकी पॉक्स से संक्रमित किसी व्यक्ति के करीब न जाएं और अगर आस-पड़ोस में वायरस फैला हो तो साबुन से हाथ धोते रहें।
- जब तक कि गांठें ठीक न हो जाएं, संक्रमित व्यक्ति को अलग कर देना चाहिए।
- WHO का कहना है कि ठीक होने के 12 हफ्तों तक सेक्स के दौरान कंडोम का इस्तेमाल करना चाहिए।
- सबसे अच्छा तो ये है कि इस बीमारी की वैक्सीन लगवाई जाए।