PM Internship Scheme 2024: युवाओं की रोजगार क्षमता और कौशल को बढ़ाने के लिए केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना शुरु की है।
यह योजना प्रधानमंत्री के स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम का मुख्य हिस्सा है।
3 अक्टूबर 2024 को पीएम मोदी ने प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना की शुरुआत की थी।
हालांकि, इसकी घोषणा केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 2024-25 के बजट में की थी।
जानें प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना के बारे में
प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना को फिलहाल पायलट आधार पर शुरू किया गया है।
इस पायलट परियोजना का पहला चरण दिसंबर के पहले हफ्ते में पूरा हो जाएगा।
इसके बाद पूरी तरह से इसे लागू किया जा सकेगा।
नौकरियों में आरक्षण का जो नियम केन्द्र सरकार का है वो इस योजना पर भी लागू होगा।
योजना के तहत 500 टॉप कंपनियां 1 करोड़ युवाओं को अगले 5 साल तक इंटर्नशिप करने का मौका देंगी।
ये इंटर्नशिप प्रोग्राम एक साल के लिए होगा, इसके बाद युवाओं को रोजगार के अवसर दिए जाएंगे।
इस योजना के तहत मौजूदा वित्तीय वर्ष में करीब 1.25 लाख लोगों को इंटर्नशिप कराने की प्लानिंग है, जिस पर 800 करोड़ रुपये खर्च हो सकते हैं।
इंटर्नशिप के लिए चुने गए युवाओं को योजना के तहत हर महीने 5 हजार रुपये वित्तीय सहायता के तौर पर मिलेंगे।
जिसमें 4500 रुपये केंद्र सरकार और 500 रुपये सीएसआर फंड से कंपनी देगी।
वहीं दूसरी तरफ इंटर्नशिप ज्वाइन करने के लिए 6 हजार रुपये की एकबारगी सहायती राशि दी जाएगी।
उम्मीदवार कब और कैसे करें रजिस्ट्रेशन
प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना के लिए https://pminternship.mca.gov.in/login/ की वेबसाइट पर जाकर उम्मीदवार रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं।
पहले चरण में उम्मीदवार पोर्टल पर 12 से 25 अक्टूबर के बीच अपना रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं।
आवेदनकर्ताओं को 26 अक्टूबर को छांटा जाएगा।
कंपनी की तरफ से कैंडिडेट्स का सेलेक्शन 27 अक्टूबर से 7 नवंबर के दौरान किया जाएगा।
इसके बाद चुने गये कैंडिडेट्स को ऑफर लेटर भेजा जाएगा।
कंपनियों की इंटर्नशिप पेशकश स्वीकार करने के लिए कैंडिडेट्स के पास 8 से 15 नवंबर तक का समय होगा।
2 दिसंबर से चयनित युवाओं की इंटर्नशिप कंपनियों में शुरू हो जाएगी।
अभ्यर्थी एक साइकल में अधिकतम 5 इंटर्नशिप विकल्पों के लिए आवेदन कर सकते हैं।
जिनका चयन उनके पसंदीदा स्थान, क्षेत्र, रोल और योग्यता के आधार पर किया जा सकता है।
पीएम इंटर्नशिप योजना के तहत इसकी अवधि आगे बढ़ाने की अनुमति नहीं है।
प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना के लिए योग्यता –
- 21-24 वर्ष की आयु वर्ग ऐसे युवा योग्य होंगे जो किसी फुल टाइम रोजगार या शिक्षा में शामिल नहीं होंगे।
- ऑनलाइन व डिस्टेंस से पढ़ाई कर रहे छात्र इंटर्नशिप कार्यक्रम के लिए योग्य होंगे।
- वित्तीय वर्ष 2023-24 में जिसकी पारिवारिक आय 8 लाख से अधिक होंगी वो पात्र नहीं होगा।
- परिवार का कोई सदस्य स्थाई सरकारी नौकरी करता है तो ऐसे परिवार का युवा पात्र नहीं होगा।
- IIT, IIM, IISER, NID, IIIT, NLU जैसे दिग्गज इंस्टीट्यूट से ग्रेजुएशन करने वाले इसमें आवेदन नहीं कर पाएंगे।
- सीए, सीएमए, सीएस, एमबीबीएस, बीडीएस, एमबीए व मास्टर डिग्री या हायर एजुकेशन प्राप्त युवा इसके लिए आवेदन नहीं कर सकेंगे।
- किसी सरकारी स्कीम के तहत स्किल ट्रेनिंग प्राप्त कर रहे युवा भी इसका लाभ नहीं ले सकेंगे।
- ITI के सार्टिफिकेट है, पॉलिटेक्निक इंस्टीट्यूट से डिप्लोमा है या फिर बीए, बी.एससी, बी.कॉम, बीबीए या बी.फार्मा जैसी डिग्री के साथ ग्रेजुएशन कर रखा है, वे इसके लिए योग्य होंगे।
आवेदन के समय ये डॉक्यूमेंट रखें तैयार
- आधार कार्ड
- ईमेल आईडी
- मोबाइल नंबर
- निवास प्रमाण पत्र
- पैन कार्ड
- राशन कार्ड
- शैक्षणिक योग्यता के दस्तावेज
- पासपोर्ट साइज फोटो
प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना की चयन प्रक्रिया
यह योजना कंपनी मामलों के मंत्रालय की निगरानी में चलेगी।
किसी भी प्रकार के पूर्वाग्रह को कम करने के लिए इंटर्न चयन को बैकएंड स्वचालित प्रक्रिया के माध्यम से प्रबंधित किया जाएगा।
कंपनियां सिस्टम द्वारा स्वचालित रूप से चयनित उम्मीदवारों की समीक्षा करेंगी।
यदि कोई कंपनी स्वचालित रूप से चयनित उम्मीदवारों से असंतुष्ट है, तो चयन प्रक्रिया फिर से शुरू हो जाएगी।
सरकारी अधिकारियों और उद्योग प्रतिनिधियों का एक पैनल चयन प्रक्रिया की निगरानी करेगा।
पैनल यह सुनिश्चित करेगा कि चयन प्रक्रिया अनुपालनात्मक और निष्पक्ष हो, जिससे उत्पन्न होने वाले किसी भी मुद्दे का समाधान हो सके।
प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना के प्रमुख फायदे
यह योजना भारत की शीर्ष 500 कंपनियों में से किसी एक कंपनी में प्रतिभागियों के लिए नौकरी की संभावनाओं को बढ़ाती है।
यह योजना व्यावहारिक प्रतिभागियों के लिए प्रशिक्षण प्रदान करती है, जो प्रशिक्षुओं को उद्योग की मांगों के अनुरूप आवश्यक कौशल से सुसज्जित करती है।
यह योजना प्रशिक्षुओं को पेशेवर गतिशीलता की बेहतर समझ को बढ़ावा देते हुए वास्तविक दुनिया के कामकाजी माहौल में मूल्यवान अनुभव प्रदान करेगी।
इंटर्नशिप अनुभव को बढ़ाने के लिए कंपनियां आपूर्ति श्रृंखला भागीदारों या अन्य संस्थानों के साथ सहयोग कर सकती हैं।
यह योजना दो चरणों में शुरू होगी, जिसका लक्ष्य 5 सालों में कुल 10 मिलियन युवाओं को प्रशिक्षित करना है।
चरण 1 का लक्ष्य 2 सालों की अवधि में 30 लाख युवाओं को कौशल प्रदान करना है।
चरण 2 का लक्ष्य 3 सालों की अवधि में अतिरिक्त 7 मिलियन युवाओं को प्रशिक्षण प्रदान करना है।
सरकार की इस योजना के माध्यम से महिंद्रा एंड महिंद्रा, बजाज फाइनेंस, मुथूट फाइनेंस, रिलायंस इंडस्ट्रीज, टीसीएस, एचडीएफसी बैंक, इन्फोसिस, टाटा स्टील, इंडियन ऑयल और अन्य निजी क्षेत्र की कंपनियों ने इंटर्न लेने में रुचि दिखाई है।
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