Joe Biden Prostate Cancer: 82 वर्षीय पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन को प्रोस्टेट कैंसर हो गया है, जो अब उनकी हड्डियों तक फैल चुका है।
उनके कार्यालय ने रविवार को इसकी पुष्टि की।
बाइडेन ने पिछले हफ्ते यूरिन में तकलीफ होने पर डॉक्टर से सलाह ली थी, जिसके बाद शुक्रवार को उन्हें इस बीमारी के बारे में पता चला।
बाइडेन ने जो जांच कराई थी, उसमें ग्लीसन स्कोर 9 (कैंसर की गंभीरता का स्तर) पाया गया।
2023 में स्किन कैंसर का भी इलाज कराया था
बाइडेन को 2023 में स्किन कैंसर (बेसल सेल कार्सिनोमा) हुआ था, जिसका सफलतापूर्वक इलाज किया गया था।
यह कैंसर का एक सामान्य प्रकार है, जो त्वचा पर होता है।
कैंसर से हुआ था बेटे का निधन
जो बाइडन के बेटे बियू बाइडन का निधन 2015 में कैंसर से ही हुआ था।
मोदी से लेकर ट्रंप तक, सबने मांगी ठीक होने की दुआ
जो बाइडेन के प्रोस्टेट कैंसर की खबर सामने आने के बाद दुनिया के कई बड़े नेताओं ने सोशल मीडिया पर उनके जल्दी ठीक होने की प्रार्थना की है।
अमेरिका के वर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने लिखा: “मैं जिल और मैं बाइडेन के लिए प्रार्थना कर रहा हूं।”
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लिखा: “जो बाइडेन के जल्द स्वस्थ होने की कामना करते हैं।”
कमला हैरिस ने लिखा: “वे एक योद्धा हैं और इस चुनौती को पार करेंगे।”
आइए अब जानते हैं कि आखिर प्रोस्टेट कैंसर क्या है और पुरुषों के लिए ये कितना खतरनाक हो सकता है।
साथ ही जानेंगे इसके लक्षण और इलाज के बारे में…
क्या है प्रोस्टेट कैंसर?
प्रोस्टेट कैंसर पुरुषों में होने वाला एक आम कैंसर है, जो प्रोस्टेट ग्लैंड (पुरुष प्रजनन तंत्र का हिस्सा) में शुरू होता है।
यह धीरे-धीरे बढ़ता है, लेकिन अगर समय पर पता न चले, तो यह हड्डियों, लिवर, फेफड़ों तक फैल सकता है।
लेकिन अगर शुरुआत में इसका पता लग जाए तो इलाज होना बेहद आसान है।
पुरुषों में होने वाला बेहद आम कैंसर है प्रोस्टेट कैंसर
- अमेरिकन कैंसर सोसायटी की मानें तो पुरुषों में होने वाले कैंसर में प्रोस्टेट कैंसर सबसे ज्यादा आम है।
- कैंसर की वजह से जान गंवाने वाले पुरुषों की मौत की दूसरी सबसे बड़ी वजह प्रोस्टेट कैंसर ही है।
- अमेरिका में हर आठ में से एक पुरुष अपनी पूरी जिंदगी में इस कैंसर की चपेट में आ जाता है।
प्रोस्टेट कैंसर के लक्षण:
- बार-बार पेशाब आना
- पेशाब करते समय दर्द या जलन
- मूत्र या वीर्य में खून
- पीठ या कूल्हों में दर्द
- वजन घटना और थकान
किन्हें है प्रोस्टेट कैंसर का ज्यादा खतरा
- जिनकी उम्र 50 साल से ज्यादा
- जिनके परिवार में पहले ये बीमारी रह चुकी हो
- मोटापा और अस्वस्थ जीवनशैली
प्रोस्टेट कैंसर के इलाज के विकल्प
- सर्जरी: प्रोस्टेट ग्लैंड निकालना
- रेडिएशन थेरेपी: कैंसर कोशिकाओं को नष्ट करना
- हार्मोन थेरेपी: टेस्टोस्टेरोन को नियंत्रित करना
- कीमोथेरेपी: उन्नत अवस्था में दी जाती है
कैसे बचें प्रोस्टेट कैंसर से?
- नियमित जांच (PSA टेस्ट)
55 साल के बाद हर दो साल में प्रोस्टेट कैंसर की एक बार अवश्य स्क्रीनिंग करा लें। अगर परिवार में पहले से किसी को प्रोस्टेट कैंसर है तो 45 साल की उम्र से ही स्क्रीनिंग शुरू करवा देनी चाहिए।
- स्वस्थ आहार और व्यायाम
- धूम्रपान और शराब से परहेज
बाइडेन की स्थिति कितनी गंभीर?
- अमेरिकन कैंसर सोसायटी के मुताबिक, प्रोस्टेट कैंसर बेहद असामान्य दिखता है।
- इसे हाईएस्ट रेटिंग ग्रेड 5 दी जाती है। वहीं, इसका ग्लिसन स्कोर 10 तक होता है। इससे बाइडन की बीमारी की गंभीरता का पता चलता है।
- 6 से कम स्कोर धीमी गति से बढ़ने वाले कैंसर को दर्शाता है, जबकि 9-10 का स्कोर आक्रामक कैंसर की ओर इशारा करता है।
- ग्लिसन स्कोर 9 या 10 वाले कैंसर को सबसे गंभीर माना जाता है। इसका मतलब है कि कैंसर कोशिकाएं तेजी से बढ़ रही है।
- यह कैंसर का स्टेज 4 पर है, जिसका मतलब है कि यह कैंसर शरीर के दूसरे हिस्सों, खासकर हड्डियों तक फैल चुका है।
- 9 और 10 स्कोर वाले कैंसर को पूरी तरह तो ठीक नहीं किया जा सकता है लेकिन इसमें जीवन को बढ़ाया जा सकता है।
कितने दिनों तक जीने की संभावना
एडवांस स्टेज वाले प्रोस्टेट कैंसर में भी मरीज 5 से 10 साल या उससे ज्यादा समय तक जी सकते हैं।
हाल के वर्षों में इलाज और जांच के तरीकों में काफी सुधार हुआ है, जिसकी वजह से अब ऐसे मरीजों की स्थिति पहले की तुलना में बेहतर हो गई है।
जिन पुरुषों के कैंसर हड्डियों तक फैल चुका होता है, वे 5, 7 या 10 साल या उससे ज्यादा दिन भी जीवित रह सकते हैं।